18-06-2022, 03:04 PM
इतना कहकर उसने अजय के हाथ को पकड़ा और अपनी ब्रेस्ट पर रखकर ज़ोर से दबा दिया..
अजय के पूरे जिस्म में करंट सा दौड़ गया...वो चाहकर भी अपना हाथ नही खींच पाया वापिस...
वो बोला : "पर तुम ये सब क्यों कर रही हो...तुम तो जानती हो की मैं तुम्हारी फ्रेंड का बी एफ हूँ ...फिर मेरे साथ ये सब क्यो...?''
सोनी : "सोनी को जो चीज़ एक बार पसंद आ जाती है, वो उसे पाकर ही रहती है...बहुत बड़ी ठरकी टाइप की लड़की हूँ मैं सेक्स के मामले में ...इसलिए मुझे जो चाहिए...मैं उसे किसी भी कीमत पर पाकर ही रहती हूँ ...फिर चाहे इसके लिए मुझे अपनी सहेली से ही हाथ क्यो ना धोना पड़े...''
किसी लड़की का खुद को ठरकी कहना अजय को बहुत पसंद आया...देखा जाए तो वो उसी की बिरादरी की थी...उसके जैसा ही सोच रही थी वो...बस वो खुले विचारो की थी इसलिए उसे किसी भी चक्करों मे पड़ने की भी चिंता नही थी..और उसकी बातों से सॉफ पता चल रहा था की चुदाई तो उसने जी भर कर की होगी..इसलिए अजय के साथ इस वक़्त वो क्या करने की सोच रही थी इसका अंदाज़ा लगाना ज़्यादा मुश्किल नही था अजय के लिए..
सोनी ने अपने हाथ पीछे किये और उन हुक्स को बड़ी आसानी से खोल दिया जिसे खोलने के लिए अजय के हाथ कांप रहे थे, उसने ब्लाउस निकाल कर नीचे फेंक दिया और अब वो उसके सामने सिर्फ ब्रा और पेंटी में खड़ी थी, जिसमे वो बहुत ही सेक्सी लग रही थी
ये पहला फल था जो उसकी झोली में बिना किसी मेहनत और इच्छा के आ गिरा था...और अब अजय के उपर था की वो उसके साथ क्या - 2 कर सकता था..
पर हमेशा वो नही होता जो इंसान सोचता है...अजय के साथ भी कुछ ऐसा ही होने वाला था..
सोनी की गर्म साँसे उसके चेहरे से टकरा रही थी...और फिर सोनी अपने पंजो पर खड़ी हुई और उसने अजय के होंठों पर हमला बोल दिया...और हमला भी ऐसा ख़तरनाक वाला की अजय जैसा इंसान भी घबरा गया की कहीं वो उसके होंठों को नोच ही ना ले..
सोनी बड़े ही कामुक तरीके से अजय के होंठों को चूस रही थी...उन्हे चुभला रही थी...उन्हे काट रही थी...और साथ ही साथ अपनी नर्म मुलायम छातियाँ उसके सीने से रगड़ भी रही थी.
अजय कुछ देर तक तो उससे अपने होंठ चुसवाता रहा और फिर एक मौका आया जब वो थक सी गयी...और फिर अजय ने उसपर काउंटर अटैक कर दिया...अपने भारी भरकम होंठों से वो उसके रबड़ जैसे होंठों को ज़ोर -2 से चूसने लगा...
सोनी : "आआआआआहह .......साले कुत्ते........इतनी ज़ोर से तो मुझे आज तक किसी ने नही चूसा.....आआआआअहह ...मुझे तो लगता था की मैं ही मास्टर हूँ फ्रेंच किस्स में ...पर तुम तो मेरे भी गुरु निकले...... आआआआआहह पुक्क्ककककककचह चूसो इन्हे......और ज़ोर से......चूसो......''
अजय के पूरे जिस्म में करंट सा दौड़ गया...वो चाहकर भी अपना हाथ नही खींच पाया वापिस...
वो बोला : "पर तुम ये सब क्यों कर रही हो...तुम तो जानती हो की मैं तुम्हारी फ्रेंड का बी एफ हूँ ...फिर मेरे साथ ये सब क्यो...?''
सोनी : "सोनी को जो चीज़ एक बार पसंद आ जाती है, वो उसे पाकर ही रहती है...बहुत बड़ी ठरकी टाइप की लड़की हूँ मैं सेक्स के मामले में ...इसलिए मुझे जो चाहिए...मैं उसे किसी भी कीमत पर पाकर ही रहती हूँ ...फिर चाहे इसके लिए मुझे अपनी सहेली से ही हाथ क्यो ना धोना पड़े...''
किसी लड़की का खुद को ठरकी कहना अजय को बहुत पसंद आया...देखा जाए तो वो उसी की बिरादरी की थी...उसके जैसा ही सोच रही थी वो...बस वो खुले विचारो की थी इसलिए उसे किसी भी चक्करों मे पड़ने की भी चिंता नही थी..और उसकी बातों से सॉफ पता चल रहा था की चुदाई तो उसने जी भर कर की होगी..इसलिए अजय के साथ इस वक़्त वो क्या करने की सोच रही थी इसका अंदाज़ा लगाना ज़्यादा मुश्किल नही था अजय के लिए..
सोनी ने अपने हाथ पीछे किये और उन हुक्स को बड़ी आसानी से खोल दिया जिसे खोलने के लिए अजय के हाथ कांप रहे थे, उसने ब्लाउस निकाल कर नीचे फेंक दिया और अब वो उसके सामने सिर्फ ब्रा और पेंटी में खड़ी थी, जिसमे वो बहुत ही सेक्सी लग रही थी
ये पहला फल था जो उसकी झोली में बिना किसी मेहनत और इच्छा के आ गिरा था...और अब अजय के उपर था की वो उसके साथ क्या - 2 कर सकता था..
पर हमेशा वो नही होता जो इंसान सोचता है...अजय के साथ भी कुछ ऐसा ही होने वाला था..
सोनी की गर्म साँसे उसके चेहरे से टकरा रही थी...और फिर सोनी अपने पंजो पर खड़ी हुई और उसने अजय के होंठों पर हमला बोल दिया...और हमला भी ऐसा ख़तरनाक वाला की अजय जैसा इंसान भी घबरा गया की कहीं वो उसके होंठों को नोच ही ना ले..
सोनी बड़े ही कामुक तरीके से अजय के होंठों को चूस रही थी...उन्हे चुभला रही थी...उन्हे काट रही थी...और साथ ही साथ अपनी नर्म मुलायम छातियाँ उसके सीने से रगड़ भी रही थी.
अजय कुछ देर तक तो उससे अपने होंठ चुसवाता रहा और फिर एक मौका आया जब वो थक सी गयी...और फिर अजय ने उसपर काउंटर अटैक कर दिया...अपने भारी भरकम होंठों से वो उसके रबड़ जैसे होंठों को ज़ोर -2 से चूसने लगा...
सोनी : "आआआआआहह .......साले कुत्ते........इतनी ज़ोर से तो मुझे आज तक किसी ने नही चूसा.....आआआआअहह ...मुझे तो लगता था की मैं ही मास्टर हूँ फ्रेंच किस्स में ...पर तुम तो मेरे भी गुरु निकले...... आआआआआहह पुक्क्ककककककचह चूसो इन्हे......और ज़ोर से......चूसो......''