17-06-2022, 11:41 PM
(This post was last modified: 18-06-2022, 02:39 PM by Hot_Guy. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
Part 32
वाशरूम में घुसकर असलम,ज़फर और काज़ी ने सोनाली की तरफ देखते हुए कहा : अब तेरे साथ पाकीज़गी की रस्म पूरी की जाएगी। हमारी हर बात को मानते हुए तुझे यह रस्म पूरी करनी होगी। अगर यह रस्म पूरी नही हुई तो न तो तू * बन सकेगी और न ही तेरा निकाह हो पायेगा।
सोनाली को कुछ समझ नही आ रहा था कि यह अब कौन सी रस्म की बात हो रही है। वह बोली : ठीक है मैं इस रस्म के लिए तैयार हूं।
काज़ी : चल नीचे घुटनों के बल बैठ जा
सोनाली घुटनों के बल वाशरूम के फर्श पर बैठ गई।
काज़ी : असलम और ज़फर तुम दोनों इस लौंडिया के दाएं बाएं खड़े होकर इसके दोनों हाथों को पवित्र करो
असलम सोनाली के बायीं तरफ और ज़फर दायीं तरफ खड़ा हो गया।
काज़ी सोनाली से बोला : अपने दोनों हाथों से इन दोनों के खड़े हो रहे केलों को अपने हाथों से सहलाना शुरू कर दे। तेरे इन हाथों ने जो पाप किये हैं वे सब खत्म हो जाएंगे।
सोनाली उठकर खड़ी हो गई और विरोध करती हुई बोली : बहुत हुआ, अब इस बदमाशी को बंद करो। मैं अब तुम लोगों की कोई बात नही मानने वाली हूँ। तुम्हारा जो जी आये वह करो।
काज़ी, ज़फर और असलम यह सब सुनने के लिए बिल्कुल तैयार नही थे।
असलम ने सोनाली के गालों पर तड़ातड़ 2 थप्पड़ लगाते हुए कहा : साली हम लोगों ने तेरी सारी वीडियो बनाई हुई है। बोल तेरी वीडियो को अभी सारे ग्रुप्स में भेजकर वायरल करवा दूँ या फिर...
सोनाली गिड़गिड़ाते हुए फिर से ज़मीन पर बैठ गयी और असलम के पैर पकड़कर कहने लगी : नही नही यह मत करो प्लीज़
ज़फर : अब अगर तूने एक बार भी हमारा कोई भी हुक्म नही माना तो तेरी सारी वीडियो तुझसे बिना पूछे वायरल कर दी जाएंगी। समझी कि नही ?
सोनाली : जी समझ गयी। अब गलती नही होगी। अब आपकी हर बात मानूँगी
काज़ी : चल अब अपना मुंह खोलकर बैठ जा। सबसे पहले मैं खुद तेरे इस नापाक मुंह को पवित्र करके इसकी पाकीज़गी को अंजाम दूँगा
सोनाली मुंह खोलकर फर्श पर घुटनों के बल बैठ गई
काज़ी : थोड़ा और बड़ा करके मुंह खोल और जब तक मेरा हुक्म न हो, तेरा मुंह बंद नही होना चाहिए।
सोनाली ने अपने मुंह को बड़ा करके खोल लिया
काज़ी ने अब अपने लण्ड को हाथ मे पकड़ते हुए उसमे से अपने पेशाब की पिचकारी सोनाली के खुले मुंह की तरफ छोड़ दी और उससे बोला : सारा पेशाब पीकर अपने मुंह की पाकीज़गी कर
काज़ी की पेशाब से सोनाली का पूरा चेहरा भी भीग गया था
सोनाली का मुंह अभी भी खुला हुआ था
शेष अगले भाग में
वाशरूम में घुसकर असलम,ज़फर और काज़ी ने सोनाली की तरफ देखते हुए कहा : अब तेरे साथ पाकीज़गी की रस्म पूरी की जाएगी। हमारी हर बात को मानते हुए तुझे यह रस्म पूरी करनी होगी। अगर यह रस्म पूरी नही हुई तो न तो तू * बन सकेगी और न ही तेरा निकाह हो पायेगा।
सोनाली को कुछ समझ नही आ रहा था कि यह अब कौन सी रस्म की बात हो रही है। वह बोली : ठीक है मैं इस रस्म के लिए तैयार हूं।
काज़ी : चल नीचे घुटनों के बल बैठ जा
सोनाली घुटनों के बल वाशरूम के फर्श पर बैठ गई।
काज़ी : असलम और ज़फर तुम दोनों इस लौंडिया के दाएं बाएं खड़े होकर इसके दोनों हाथों को पवित्र करो
असलम सोनाली के बायीं तरफ और ज़फर दायीं तरफ खड़ा हो गया।
काज़ी सोनाली से बोला : अपने दोनों हाथों से इन दोनों के खड़े हो रहे केलों को अपने हाथों से सहलाना शुरू कर दे। तेरे इन हाथों ने जो पाप किये हैं वे सब खत्म हो जाएंगे।
सोनाली उठकर खड़ी हो गई और विरोध करती हुई बोली : बहुत हुआ, अब इस बदमाशी को बंद करो। मैं अब तुम लोगों की कोई बात नही मानने वाली हूँ। तुम्हारा जो जी आये वह करो।
काज़ी, ज़फर और असलम यह सब सुनने के लिए बिल्कुल तैयार नही थे।
असलम ने सोनाली के गालों पर तड़ातड़ 2 थप्पड़ लगाते हुए कहा : साली हम लोगों ने तेरी सारी वीडियो बनाई हुई है। बोल तेरी वीडियो को अभी सारे ग्रुप्स में भेजकर वायरल करवा दूँ या फिर...
सोनाली गिड़गिड़ाते हुए फिर से ज़मीन पर बैठ गयी और असलम के पैर पकड़कर कहने लगी : नही नही यह मत करो प्लीज़
ज़फर : अब अगर तूने एक बार भी हमारा कोई भी हुक्म नही माना तो तेरी सारी वीडियो तुझसे बिना पूछे वायरल कर दी जाएंगी। समझी कि नही ?
सोनाली : जी समझ गयी। अब गलती नही होगी। अब आपकी हर बात मानूँगी
काज़ी : चल अब अपना मुंह खोलकर बैठ जा। सबसे पहले मैं खुद तेरे इस नापाक मुंह को पवित्र करके इसकी पाकीज़गी को अंजाम दूँगा
सोनाली मुंह खोलकर फर्श पर घुटनों के बल बैठ गई
काज़ी : थोड़ा और बड़ा करके मुंह खोल और जब तक मेरा हुक्म न हो, तेरा मुंह बंद नही होना चाहिए।
सोनाली ने अपने मुंह को बड़ा करके खोल लिया
काज़ी ने अब अपने लण्ड को हाथ मे पकड़ते हुए उसमे से अपने पेशाब की पिचकारी सोनाली के खुले मुंह की तरफ छोड़ दी और उससे बोला : सारा पेशाब पीकर अपने मुंह की पाकीज़गी कर
काज़ी की पेशाब से सोनाली का पूरा चेहरा भी भीग गया था
सोनाली का मुंह अभी भी खुला हुआ था
शेष अगले भाग में
to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा