17-06-2022, 06:01 PM
उस वक्त जब मेरी छुट्टियां होतीं तो मैं अपने घर से अपनी ताई के घर चला जाता था क्योंकि उनका घर मेरे घर से सिर्फ आधा घंटे की दूरी पर था.
इसी तरह एक बार मैं ताई के घर गया. उस वक्त घर पर भाभी, ताई और उनकी लड़की जो 3 साल की है, वो थी. भाभी का नाम प्रिया था. मैं उनके घर गया, भाभी को हैलो किया, ताई को नमस्ते और जा कर बैठ गया, मैं उनसे बात करने लगा.
भाभी ने मुझे चाय और बिस्किट्स दिए और हम बातें करने लगे. भाभी मुझसे बहुत मजाक करती थीं. उस दिन वे मुझसे पूछने लगीं कि तुम्हें फ्रूट कौन से पसन्द हैं?
मैंने उनके मम्मों की देखा और बोला- भाभी मुझे चूसने वाले आम पसन्द हैं.. आपको कौन सा फल पसन्द है?
भाभी ने भी मुस्कुरा कर कहा- मुझे केला चूस कर खाना अच्छा लगता है!
मैंने कहा- क्या..! आपको केला चूसना अच्छा लगता है?
भाभी बोलीं- हां केले चूसना पसंद हैं.
इतना कह कर भाभी हंसने लगीं और रसोई में जाकर काम करने लगीं.
हम दोनों ऐसे ही बात कर रहे थे और ताई जी दूसरे कमरे में भाभी की लड़की के साथ सो रही थीं.
भाभी बोलीं- जीत, आते रहा करो.. मैं अकेले बोर हो जाती हूँ.
क्योंकि उनके घर में सब जॉब करते हैं और ताई भी एक एनजीओ चलाती हैं इसलिए मैंने कहा- ओके भाभी मैं कल भी आ जाऊंगा.
वो बोलीं- ठीक है.
अगले दिन मैं गया तो घर पर कोई नहीं था. केवल प्रिया भाभी और उनकी लड़की थी. मैं थोड़ी देर उनकी लड़की को खिलाने लगा.
जब वो सो गई तो भाभी ने कहा- इसे दूसरे कमरे में सुला दो.
मैंने कहा- ओके.
मैं उसको दूसरे कमरे में सुला आया और आकर प्रिया भाभी से बात करने लगा. हम दोनों ऐसे ही इधर उधर की बात कर रहे थे. फिर मैंने प्रिया भाभी से पूछा कि भाभी अगले बेबी की प्लानिंग कब कर रही हो?
यह सुन कर वो उदास सी हो गईं.
मैंने पूछा- क्या हुआ भाभी?
भाभी बोलीं- नहीं होगा अगला बेबी…
मैंने बोला- क्यों?
तो वो बोलीं- तुम्हारे भैया को दिक्कत है कुछ!
मैं समझ गया, अब मैंने टॉपिक बदल दिया क्योंकि भाभी उदास हो गई थीं.
मैंने बोला- कोई बात नहीं भाभी, एक लड़का अडॉप्ट कर लो.
भाभी कुछ नहीं बोलीं, फिर मैं थोड़ी देर बाद चला आया. फिर 4 दिन तक नहीं गया.
पांचवें दिन भाभी का फोन आया.
मैंने बोला- हां जी, भाभी जी.. बोलो.
भाभी बोलीं- यार, आते क्यों नहीं हो, मैं अकेली बोर हो जाती हूँ.
मैंने बोला- कल आता हूँ.
वो बोलीं- ठीक है, मैं इंतजार करूँगी.
मेरी भाभी का रंग गोरा है और वो बहुत ही सेक्सी भी हैं, लेकिन उस दिन के पहले मैंने अपनी भाभी के बारे मैंने कभी गलत नहीं सोचा था.
मैं उनके घर गया और कॉल बेल बजाई तो प्रिया भाभी ने डोर खोला. मैं उनके तने हुए मम्मों को देखने लगा और देखता ही रह गया. भाभी ने ब्लैक साड़ी और ब्लैक ब्लाउज पहना था. उसमें से उसके चुचे बाहर आने के लिए तड़प रहे थे.
मैं आपको बता दूँ कि मैं चूचियों का बहुत बड़ा दीवाना हूँ. भाभी ने मेरे को अपने मम्मों को देखते हुए देख लिया. वो बोलीं- क्या देख रहे हो.. आओ अन्दर..
मैं अन्दर आ गया.
उस दिन उनकी लड़की अपनी नानी के घर गई थी और घर पर कोई नहीं था.
मैं बोला- भाभी आप बहुत अच्छी लग रही हो.
वो बोलीं- थैंक्स.
हम बैठ कर बात करने लगे.
भाभी अपने दूध उठाते हुए बोलीं- तुम बाहर मुझे घूर कर देख रहे थे. क्या देख रहे थे?
मैंने कहा- भाभी, मुझे कहने में थोड़ी झिझक लग रही है.
भाभी बोली- बिंदास बोलो यार.. मुझे बुरा नहीं लगेगा.
मैंने उंगली उठा कर उनके दूध की तरफ इशारा किया कि इन्हें देख रहा था.
भाभी इठला कर सीना तानने लगीं.
मैं समझ गया कि भाभी मस्ती के मूड में हैं, मैं बोला- भाभी मैं एक बार आपके मम्मों को टच कर सकता हूँ?
वो बोलीं- नहीं.
मैं ज़िद करने लगा तो वो मान गईं, फिर बोलीं- ओन्ली टच करने की बात हुई है.
मैंने कहा- ओके..
भाभी ने साड़ी पहनी हुई थी. मैंने उनका पल्लू हटाया और उनके मम्मों को टच किया. मैंने छूने के साथ ही हल्के से दबाए तो वो कहने लगीं- आह प्लीज़ हाथ हटाओ.. ये गलत है.
मैंने दूध मसलते हुए कहा- कुछ गलत नहीं है.. भाई आपको जो संतुष्टि नहीं दे पाए, वो मैं आपको दूँगा भाभी.. मैं आपको बच्चा दूँगा.
मैं इस बात को कहते समय भाभी के मम्मों को दबाए जा रहा था. उन्होंने कुछ नहीं बोला, बस ‘आह उह्ह.. न्हइ प्लीज्ज़ ये गलत है..’ बोले जा रही थीं.
इसी तरह एक बार मैं ताई के घर गया. उस वक्त घर पर भाभी, ताई और उनकी लड़की जो 3 साल की है, वो थी. भाभी का नाम प्रिया था. मैं उनके घर गया, भाभी को हैलो किया, ताई को नमस्ते और जा कर बैठ गया, मैं उनसे बात करने लगा.
भाभी ने मुझे चाय और बिस्किट्स दिए और हम बातें करने लगे. भाभी मुझसे बहुत मजाक करती थीं. उस दिन वे मुझसे पूछने लगीं कि तुम्हें फ्रूट कौन से पसन्द हैं?
मैंने उनके मम्मों की देखा और बोला- भाभी मुझे चूसने वाले आम पसन्द हैं.. आपको कौन सा फल पसन्द है?
भाभी ने भी मुस्कुरा कर कहा- मुझे केला चूस कर खाना अच्छा लगता है!
मैंने कहा- क्या..! आपको केला चूसना अच्छा लगता है?
भाभी बोलीं- हां केले चूसना पसंद हैं.
इतना कह कर भाभी हंसने लगीं और रसोई में जाकर काम करने लगीं.
हम दोनों ऐसे ही बात कर रहे थे और ताई जी दूसरे कमरे में भाभी की लड़की के साथ सो रही थीं.
भाभी बोलीं- जीत, आते रहा करो.. मैं अकेले बोर हो जाती हूँ.
क्योंकि उनके घर में सब जॉब करते हैं और ताई भी एक एनजीओ चलाती हैं इसलिए मैंने कहा- ओके भाभी मैं कल भी आ जाऊंगा.
वो बोलीं- ठीक है.
अगले दिन मैं गया तो घर पर कोई नहीं था. केवल प्रिया भाभी और उनकी लड़की थी. मैं थोड़ी देर उनकी लड़की को खिलाने लगा.
जब वो सो गई तो भाभी ने कहा- इसे दूसरे कमरे में सुला दो.
मैंने कहा- ओके.
मैं उसको दूसरे कमरे में सुला आया और आकर प्रिया भाभी से बात करने लगा. हम दोनों ऐसे ही इधर उधर की बात कर रहे थे. फिर मैंने प्रिया भाभी से पूछा कि भाभी अगले बेबी की प्लानिंग कब कर रही हो?
यह सुन कर वो उदास सी हो गईं.
मैंने पूछा- क्या हुआ भाभी?
भाभी बोलीं- नहीं होगा अगला बेबी…
मैंने बोला- क्यों?
तो वो बोलीं- तुम्हारे भैया को दिक्कत है कुछ!
मैं समझ गया, अब मैंने टॉपिक बदल दिया क्योंकि भाभी उदास हो गई थीं.
मैंने बोला- कोई बात नहीं भाभी, एक लड़का अडॉप्ट कर लो.
भाभी कुछ नहीं बोलीं, फिर मैं थोड़ी देर बाद चला आया. फिर 4 दिन तक नहीं गया.
पांचवें दिन भाभी का फोन आया.
मैंने बोला- हां जी, भाभी जी.. बोलो.
भाभी बोलीं- यार, आते क्यों नहीं हो, मैं अकेली बोर हो जाती हूँ.
मैंने बोला- कल आता हूँ.
वो बोलीं- ठीक है, मैं इंतजार करूँगी.
मेरी भाभी का रंग गोरा है और वो बहुत ही सेक्सी भी हैं, लेकिन उस दिन के पहले मैंने अपनी भाभी के बारे मैंने कभी गलत नहीं सोचा था.
मैं उनके घर गया और कॉल बेल बजाई तो प्रिया भाभी ने डोर खोला. मैं उनके तने हुए मम्मों को देखने लगा और देखता ही रह गया. भाभी ने ब्लैक साड़ी और ब्लैक ब्लाउज पहना था. उसमें से उसके चुचे बाहर आने के लिए तड़प रहे थे.
मैं आपको बता दूँ कि मैं चूचियों का बहुत बड़ा दीवाना हूँ. भाभी ने मेरे को अपने मम्मों को देखते हुए देख लिया. वो बोलीं- क्या देख रहे हो.. आओ अन्दर..
मैं अन्दर आ गया.
उस दिन उनकी लड़की अपनी नानी के घर गई थी और घर पर कोई नहीं था.
मैं बोला- भाभी आप बहुत अच्छी लग रही हो.
वो बोलीं- थैंक्स.
हम बैठ कर बात करने लगे.
भाभी अपने दूध उठाते हुए बोलीं- तुम बाहर मुझे घूर कर देख रहे थे. क्या देख रहे थे?
मैंने कहा- भाभी, मुझे कहने में थोड़ी झिझक लग रही है.
भाभी बोली- बिंदास बोलो यार.. मुझे बुरा नहीं लगेगा.
मैंने उंगली उठा कर उनके दूध की तरफ इशारा किया कि इन्हें देख रहा था.
भाभी इठला कर सीना तानने लगीं.
मैं समझ गया कि भाभी मस्ती के मूड में हैं, मैं बोला- भाभी मैं एक बार आपके मम्मों को टच कर सकता हूँ?
वो बोलीं- नहीं.
मैं ज़िद करने लगा तो वो मान गईं, फिर बोलीं- ओन्ली टच करने की बात हुई है.
मैंने कहा- ओके..
भाभी ने साड़ी पहनी हुई थी. मैंने उनका पल्लू हटाया और उनके मम्मों को टच किया. मैंने छूने के साथ ही हल्के से दबाए तो वो कहने लगीं- आह प्लीज़ हाथ हटाओ.. ये गलत है.
मैंने दूध मसलते हुए कहा- कुछ गलत नहीं है.. भाई आपको जो संतुष्टि नहीं दे पाए, वो मैं आपको दूँगा भाभी.. मैं आपको बच्चा दूँगा.
मैं इस बात को कहते समय भाभी के मम्मों को दबाए जा रहा था. उन्होंने कुछ नहीं बोला, बस ‘आह उह्ह.. न्हइ प्लीज्ज़ ये गलत है..’ बोले जा रही थीं.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.