17-06-2022, 05:35 PM
इतना कहकर मैं चला गया.
शाम को मैं ऑफिस से 5 बजे ही घर को गया.
मैं- भाभी, कहां हो!
भाभी- क्या हुआ रोहित … आज बहुत जल्दी आ गए!
मैं- क्या करूं भाभी … आपका दूध पीने का जी किया … तो आ गया.
भाभी- अरे वाह मेरा प्यारा देवर, भाभी का कितना ख्याल रखता है.
मैं- भाभी पर अभी मेरी एक शर्त है.
भाभी बोलीं- क्या?
मैं- आप पहले पूरी नंगी हो जाओ फिर मुझे दूध पिलाओ.
भाभी मुस्कुरा कर बोलीं- ठीक है.
उसी पल भाभी ने अपने सारे कपड़े उतार दिए और मादरजात नंगी हो गईं.
मैं भाभी की सफाचट चुत देखकर पागल हो गया. मेरा लंड खड़ा होकर चुत को सलामी देने लगा.
मैंने भी फिर अपने सारे कपड़े उतार फेंके और भाभी को किस करने लगा.
भाभी भी मेरा पूरा साथ दे रही थीं.
करीब दस मिनट किस करने के बाद भाभी के स्तनों से अपने आप दूध बहने लगा और मैं भाभी का एक निप्पल अपने होंठों में लेकर दूध पीने लगा.
कुछ ही मिनट में मैंने भाभी के दोनों मम्मों का सारा दूध पी लिया. फिर जैसे ही दूध पीकर अलग हुआ, तो मेरा लंड टनटनाने लगा.
भाभी- सच में मेरे दूध से तेरा लंड बहुत सख्त हो जाता है.
ये कह कर भाभी हंसने लगीं.
मैं भाभी के सामने खड़ा होकर लंड हिलाने लगा.
भाभी की चुत लंड देख कर पूरी गीली हो चुकी थी. भाभी ने मेरे लंड की तरफ देखा और चित लेट गईं.
मैंने भाभी की चुत पर मुँह लगा दिया और चुत चाटकर एकदम साफ कर दी.
अब भाभी गर्म आहें भरने लगी थीं- ओह्ह्ह रोहित … ऊओह्ह अब मत तड़पाओ … आह जल्दी से मुझे चोद दे … ओह्ह्ह यस … चोद रोहित चोद अपनी भाभी को चोद दे … ओह्ह्ह मैं बड़े दिनों बाद चुद रही हूँ.
मैंने भी भाभी के मुँह से ये सुनकर अपना लंड भाभी की चुत पर रख दिया और जोर का झटका दे मारा.
भाभी- उयी मां … चुद गयी आज तो … धीरे रोहित … मैं मर गई. तेरा लंड तेरे भैया से काफी मोटा और लम्बा है.
पर मैं अब भाभी की किसी भी बात को कहां सुन रहा था. मैंने जोर जोर से धक्के देने चालू कर दिए थे.
भाभी को लंड से मजा आने लगा था. वो भी अपनी गांड उठाने लगी थीं.
कुछ मिनट बाद मैं भाभी की चुत में ही झड़ गया. अब तक भाभी भी झड़ गयी थीं.
चुदाई के बाद हम दोनों लम्बी लम्बी सांसें भर रहे थे.
भाभी मुस्करा रही थीं.
मैंने पूछा- क्या हुआ भाभी, मुस्कुरा क्यों रही हो?
भाभी बोलीं- आज बहुत दिनों के बाद मेरी चुत भर गयी रोहित … आई लव यू.
मैं- आई लव यू टू भाभी … अब तो मैं रोज ही आपको चोदूंगा.
भाभी- हां मेरे देवर और मैं तुम्हें अपना सारा दूध भी पिलाऊंगी.
उसके बाद मैं और भाभी दोनों ही चुदाई के पार्टनर बन गए थे.
जब भी हम दोनों का मन होता, हम दोनों खुल कर चुदाई का मजा ले लेते थे.
शाम को मैं ऑफिस से 5 बजे ही घर को गया.
मैं- भाभी, कहां हो!
भाभी- क्या हुआ रोहित … आज बहुत जल्दी आ गए!
मैं- क्या करूं भाभी … आपका दूध पीने का जी किया … तो आ गया.
भाभी- अरे वाह मेरा प्यारा देवर, भाभी का कितना ख्याल रखता है.
मैं- भाभी पर अभी मेरी एक शर्त है.
भाभी बोलीं- क्या?
मैं- आप पहले पूरी नंगी हो जाओ फिर मुझे दूध पिलाओ.
भाभी मुस्कुरा कर बोलीं- ठीक है.
उसी पल भाभी ने अपने सारे कपड़े उतार दिए और मादरजात नंगी हो गईं.
मैं भाभी की सफाचट चुत देखकर पागल हो गया. मेरा लंड खड़ा होकर चुत को सलामी देने लगा.
मैंने भी फिर अपने सारे कपड़े उतार फेंके और भाभी को किस करने लगा.
भाभी भी मेरा पूरा साथ दे रही थीं.
करीब दस मिनट किस करने के बाद भाभी के स्तनों से अपने आप दूध बहने लगा और मैं भाभी का एक निप्पल अपने होंठों में लेकर दूध पीने लगा.
कुछ ही मिनट में मैंने भाभी के दोनों मम्मों का सारा दूध पी लिया. फिर जैसे ही दूध पीकर अलग हुआ, तो मेरा लंड टनटनाने लगा.
भाभी- सच में मेरे दूध से तेरा लंड बहुत सख्त हो जाता है.
ये कह कर भाभी हंसने लगीं.
मैं भाभी के सामने खड़ा होकर लंड हिलाने लगा.
भाभी की चुत लंड देख कर पूरी गीली हो चुकी थी. भाभी ने मेरे लंड की तरफ देखा और चित लेट गईं.
मैंने भाभी की चुत पर मुँह लगा दिया और चुत चाटकर एकदम साफ कर दी.
अब भाभी गर्म आहें भरने लगी थीं- ओह्ह्ह रोहित … ऊओह्ह अब मत तड़पाओ … आह जल्दी से मुझे चोद दे … ओह्ह्ह यस … चोद रोहित चोद अपनी भाभी को चोद दे … ओह्ह्ह मैं बड़े दिनों बाद चुद रही हूँ.
मैंने भी भाभी के मुँह से ये सुनकर अपना लंड भाभी की चुत पर रख दिया और जोर का झटका दे मारा.
भाभी- उयी मां … चुद गयी आज तो … धीरे रोहित … मैं मर गई. तेरा लंड तेरे भैया से काफी मोटा और लम्बा है.
पर मैं अब भाभी की किसी भी बात को कहां सुन रहा था. मैंने जोर जोर से धक्के देने चालू कर दिए थे.
भाभी को लंड से मजा आने लगा था. वो भी अपनी गांड उठाने लगी थीं.
कुछ मिनट बाद मैं भाभी की चुत में ही झड़ गया. अब तक भाभी भी झड़ गयी थीं.
चुदाई के बाद हम दोनों लम्बी लम्बी सांसें भर रहे थे.
भाभी मुस्करा रही थीं.
मैंने पूछा- क्या हुआ भाभी, मुस्कुरा क्यों रही हो?
भाभी बोलीं- आज बहुत दिनों के बाद मेरी चुत भर गयी रोहित … आई लव यू.
मैं- आई लव यू टू भाभी … अब तो मैं रोज ही आपको चोदूंगा.
भाभी- हां मेरे देवर और मैं तुम्हें अपना सारा दूध भी पिलाऊंगी.
उसके बाद मैं और भाभी दोनों ही चुदाई के पार्टनर बन गए थे.
जब भी हम दोनों का मन होता, हम दोनों खुल कर चुदाई का मजा ले लेते थे.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.