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Adultery सगी भाभी का दूध
#4
मैं अपने कमरे में जाकर सो गया. ऐसे ही सुबह हो गयी और मैं नाश्ता करके अपने ऑफिस निकल गया.
दोपहर एक बजे में फिर से खाना खाने घर चला आया और आकर देखा तो बंगालन भाभी मेरे घर पर आ गयी थीं. वो मेरी भाभी से कुछ बातें कर रही थीं.

मैं- भाभी मुझे भूख लगी है … प्लीज मुझे खाना दे दो.
बंगालन भाभी- कितने स्वार्थी हो तुम रोहित!

मैं- क्या हुआ भाभी … मैंने क्या किया!
बंगालन भाभी- तुम्हें जरा भी शर्म नहीं आती … जब भूख लगी तो भाभी याद आ गयी और जब तेरी भाभी दिक्कत में है, तो तू उसकी मदद करने के बजाए उसे छोड़कर चला गया. ऐसा क्या गलत कह दिया था तेरी भाभी ने … यही ना कि उनका दूध पी ले!

मैं- भाभी, पर ये पाप है.
बंगालन भाभी- कैसा पाप, हमारे यहां जब बच्चा होने के बाद दूध जल्दी नहीं निकलता है … तब देवर को बुलाकर भाभी के दूध चूसने को बोला जाता है, ये कोई पाप नहीं है.

उनकी बात सुनकर मैं सोचने लगा कि क्या बंगालन भाभी सही कह रही हैं. मुझे न जाने क्यों ऐसा लग रहा था कि अपनी सगी भाभी के साथ ऐसा करना एक पाप होगा. मैं अपने भाई के साथ दगा करूंगा.

मुझे सोचते देख कर बंगालन भाभी मेरे करीब आ गईं और मेरे गाल पर चूमती हुई बोलीं- क्या सोच रहे हो मेरे भोले देवर जी!

बंगालन भाभी ने जैसे ही मेरे गाल पर चुम्मी ली, मैं एकदम से हड़बड़ा गया.

फिर बंगालन भाभी से दूर होकर मैंने कहा- भाभी, आप ये क्या कर रही हैं?
बंगालन भाभी ने इठला कर कहा- अभी तो सिर्फ चुम्मी ली है रोहित … यदि मेरा बस चले … तो मैं तुझे कच्चा ही खा जाऊं.

मैं बंगालन भाभी की इस अदा को देख कर एकदम से गर्मा गया.
मेरा मन तो हुआ कि उन्हें पकड़ कर अभी के अभी चोद दूं … पर वो मुझे मेरे लिए एक आसान शिकार लगीं … तो मैं चुप रह गया.

अब बंगालन भाभी ने फिर से कहा- रोहित तुम अपनी भाभी को दर्द से निजात दिलाओगे, तो ये एक पुण्य का काम होगा. मैं सच कह रही हूँ, ये कोई पाप नहीं होगा … बल्कि तुम्हारा धर्म होगा.

मैंने कहा- क्या ये सच है भाभी!
बंगालन भाभी- हां बिल्कुल सच है. मेरी बात को गम्भीरता से लो और अपनी भाभी की सेवा करो.

मैंने बंगालन भाभी से पूरी संजीदगी से कहा- सॉरी भाभी, आज से मैं अपनी भाभी को नाराज नहीं करूंगा.
बंगालन भाभी- तो अब ये पक्का रहा न कि तू अपनी भाभी का दूध पियेगा!

मैं- हां भाभी मैं अपनी भाभी की पूरी सेवा करूंगा.
मेरे ऐसा बोलते ही मेरी भाभी सामने आ गईं और बोलीं- लो … तो अभी पी लो … मुझे बहुत दर्द हो रहा है.

मैं- हां भाभी … पर आपको कोई दिक्कत तो नहीं है ना!
भाभी- नहीं … अब जल्दी से पी लो.
मैं- अच्छा ठीक है.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: सगी भाभी का दूध - by neerathemall - 17-06-2022, 05:10 PM



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