17-06-2022, 02:48 PM
धीरे धीरे मैं थोड़ा नीचे आ गया और मैंने जैसे ही उसकी चूत पर किस किया, वो आह आह करने लगी.
अब मैं एक उंगली उसकी चूत पर फेरता जा रहा था और जीभ से चाट भी रहा था.
थोड़ी ही देर में उसका शरीर अकड़ने लगा.
उसने मेरे जीभ को हटा दिया और मेरे हाथ को चूत पर कसकर दबा दी.
थोड़ी देर में वो शांत हो गई.
मैंने उसे अपना लंड चूसने को कहा तो वो मना करने लगी.
मैंने उससे फिर से कहा- इतनी ब्लू फिल्म देखती हो तो लंड चूसना नहीं देखती हो?
वो बोली- हां.
मैंने कहा- तो लंड चूसने में दिक्कत क्या है?
अब वो मान गई थी.
इस बार हम दोनों 69 पोजिशन में आ गए. वो मेरा लंड चूसने लगी और मैं चूत को.
थोड़ी ही देर में वो फिर से गर्म हो गई.
मेरा 7 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा लंड बहुत तन गया था.
मैंने उसे पीठ के बल लिटाया और अपने लंड के सुपाड़े को उसकी चूत पर घिसने लगा.
वो आह आह करने लगी. वो डर रही थी कि इतना मोटा लंड अन्दर कैसे जाएगा.
मैंने अपने लंड के सुपारे को उसकी चूत की छेद पर सैट किया और एक धक्का मारा तो वो चूत से फिसल गया.
फिर से मैंने अपने लंड को चूत के छेद पर लगाकर एक धक्का लगाया तो लंड का सुपारा चूत में घुस गया.
वो दर्द से चिल्लाने लगी.
मैंने अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए और थोड़ी देर वैसे ही पड़ा रहा.
उसे किस करता रहा.
कुछ देर बाद जब अदिति को थोड़ा आराम हुआ तो मैंने लंड को पीछे खींचकर एक जोर का झटका मारा.
इस बार मेरा लंड उसकी सील को तोड़ते हुए अन्दर घुस गया.
मैंने उसके होंठों से अपने होंठ नहीं हटाए थे, जिससे वो चिल्ला न सकी.
मैं थोड़ी देर रुका रहा और उसे किस करता रहा.
वो मुझे अपने शरीर से अलग कर रही थी लेकिन मैंने उसे हिलने भी नहीं दिया.
जैसे ही मैंने अपने होंठ हटाए, तो मैंने देखा कि उसके चेहरे पर पसीना आ गया था.
उसने रोते हुए मुझसे कहा- प्लीज़ भैया मुझे छोड़ दीजिए, बहुत दर्द हो रहा है और जलन भी हो रही है.
मैंने कहा- बेबी जितना दर्द होना था, वो तो हो गया … बस थोड़ी देर रुक जाओ अब तुम्हें बहुत मज़ा आएगा.
थोड़ी देर बाद जब उसका दर्द थोड़ा कम हो गया तो मैं अपने लंड को आगे पीछे करने लगा.
मुझे तो लग रहा था कि मैंने अपने लंड को किस आग की भट्ठी में डाल दिया है.
हम दोनों के मुँह से आह आह की आवाजें निकल रही थीं.
मौका पाकर मैंने एक और तेज़ झटका मारा तो पूरा लंड अन्दर चूत में चला गया.
वो फिर से रोने लगी और कहने लगी- आप बहुत बुरे हो, आपने अपनी मौसेरी बहन के साथ ग़लत काम किया.
मैंने उसे समझाया- कल को कोई ना कोई तो तुम्हें चोदता ही, तो मैंने ही चोद दिया, तो क्या हुआ. अब देखना तुम्हें भी बहुत मज़ा आएगा.
अब मैं अपना लंड अन्दर बाहर करने लगा.
अब मैं एक उंगली उसकी चूत पर फेरता जा रहा था और जीभ से चाट भी रहा था.
थोड़ी ही देर में उसका शरीर अकड़ने लगा.
उसने मेरे जीभ को हटा दिया और मेरे हाथ को चूत पर कसकर दबा दी.
थोड़ी देर में वो शांत हो गई.
मैंने उसे अपना लंड चूसने को कहा तो वो मना करने लगी.
मैंने उससे फिर से कहा- इतनी ब्लू फिल्म देखती हो तो लंड चूसना नहीं देखती हो?
वो बोली- हां.
मैंने कहा- तो लंड चूसने में दिक्कत क्या है?
अब वो मान गई थी.
इस बार हम दोनों 69 पोजिशन में आ गए. वो मेरा लंड चूसने लगी और मैं चूत को.
थोड़ी ही देर में वो फिर से गर्म हो गई.
मेरा 7 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा लंड बहुत तन गया था.
मैंने उसे पीठ के बल लिटाया और अपने लंड के सुपाड़े को उसकी चूत पर घिसने लगा.
वो आह आह करने लगी. वो डर रही थी कि इतना मोटा लंड अन्दर कैसे जाएगा.
मैंने अपने लंड के सुपारे को उसकी चूत की छेद पर सैट किया और एक धक्का मारा तो वो चूत से फिसल गया.
फिर से मैंने अपने लंड को चूत के छेद पर लगाकर एक धक्का लगाया तो लंड का सुपारा चूत में घुस गया.
वो दर्द से चिल्लाने लगी.
मैंने अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए और थोड़ी देर वैसे ही पड़ा रहा.
उसे किस करता रहा.
कुछ देर बाद जब अदिति को थोड़ा आराम हुआ तो मैंने लंड को पीछे खींचकर एक जोर का झटका मारा.
इस बार मेरा लंड उसकी सील को तोड़ते हुए अन्दर घुस गया.
मैंने उसके होंठों से अपने होंठ नहीं हटाए थे, जिससे वो चिल्ला न सकी.
मैं थोड़ी देर रुका रहा और उसे किस करता रहा.
वो मुझे अपने शरीर से अलग कर रही थी लेकिन मैंने उसे हिलने भी नहीं दिया.
जैसे ही मैंने अपने होंठ हटाए, तो मैंने देखा कि उसके चेहरे पर पसीना आ गया था.
उसने रोते हुए मुझसे कहा- प्लीज़ भैया मुझे छोड़ दीजिए, बहुत दर्द हो रहा है और जलन भी हो रही है.
मैंने कहा- बेबी जितना दर्द होना था, वो तो हो गया … बस थोड़ी देर रुक जाओ अब तुम्हें बहुत मज़ा आएगा.
थोड़ी देर बाद जब उसका दर्द थोड़ा कम हो गया तो मैं अपने लंड को आगे पीछे करने लगा.
मुझे तो लग रहा था कि मैंने अपने लंड को किस आग की भट्ठी में डाल दिया है.
हम दोनों के मुँह से आह आह की आवाजें निकल रही थीं.
मौका पाकर मैंने एक और तेज़ झटका मारा तो पूरा लंड अन्दर चूत में चला गया.
वो फिर से रोने लगी और कहने लगी- आप बहुत बुरे हो, आपने अपनी मौसेरी बहन के साथ ग़लत काम किया.
मैंने उसे समझाया- कल को कोई ना कोई तो तुम्हें चोदता ही, तो मैंने ही चोद दिया, तो क्या हुआ. अब देखना तुम्हें भी बहुत मज़ा आएगा.
अब मैं अपना लंड अन्दर बाहर करने लगा.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.