17-06-2022, 02:47 PM
स समय मैं पटना में ही रहकर कॉम्पिटिशन की तैयारी कर रहा था.
उधर मेरी मौसेरी बहन अदिति ने अपनी कॉलेज की परीक्षा पास कर ली थी और उसे मेडिकल की तैयारी करनी थी.
मेरी मौसी ने मुझसे कहा- अदिति भी पटना में ही रहकर मेडिकल की तैयारी करना चाहती है तो हमने उसके लिए एक हॉस्टल देखा है. उसे कभी किसी चीज़ की हेल्प चाहिए हो, तो कर देना.
मैंने कहा- ठीक है.
अदिति अपने हॉस्टल के कमरे में शिफ्ट हो गई लेकिन कुछ दिन बाद उसकी तबियत खराब हो गई क्यूंकि उसके हॉस्टल में खाना अच्छा नहीं मिलता था.
अदिति ने मुझे कॉल किया- मेरी तबियत खराब है. प्लीज़ मुझे डॉक्टर को दिखा दो.
मैंने उसे डाक्टर को दिखाया तो डॉक्टर ने कहा- अदिति को टायफायड हो गया है … और यह बहुत कमजोर भी हो गई है. इसे आराम की जरूरत है.
डॉक्टर को दिखा कर जब मैं उसे हॉस्टल छोड़ने जाने लगा तो वो बोली- मैं वहां अब नहीं रहूंगी. वहां ना तो खाना अच्छा मिलता है और न ही मेरा मन लगता है. मुझे अकेले रहने में बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता है.
मैंने कहा- तो अब क्या घर जाओगी?
वो बोली- नहीं, घर जाऊंगी तो मम्मी से बहुत डांट पड़ेगी. मैं आपके पास ही आपके साथ रहूंगी. यहां से कोचिंग सेंटर भी नजदीक है और मेरा भी मन लगा रहेगा.
मैंने ये बात अपनी मौसी से कही, तो पहले वो गुस्साईं लेकिन फिर वो मान गईं.
अदिति अब खुश हो गई.
मेरा एक रूम का फ्लैट था, जिसमें मैं अकेला रहता था.
मैं अदिति के हॉस्टल से उसका सभी सामान ले आया.
उस समय गर्मी का मौसम था तो खाना खाने के बाद मैंने अपना बिस्तर नीचे जमीन पर बिछा लिया और वो बेड पर लेट गई.
मेरे कमरे में एक ही बेड था.
हम दोनों बातें करते करते सो गए.
इस तरह हम दोनों भाई बहन एक ही कमरे में रहने लगे.
एक दिन की बात है, मेरी कोचिंग के टीचर की तबियत खराब थी, तो पढ़ाई नहीं हुई और छुट्टी से दे दी गई.
मैं अपने रूम की ओर चल दिया.
उधर आकर मैंने देखा कि अदिति ने दरवाजे को चाभी से लॉक कर दिया था.
हालांकि हमारे पास दो चाभी थीं. एक मेरे पास और एक उसके पास. मैं गेट खोलकर अन्दर आ गया.
फिर जैसे ही मैंने गेट को लॉक किया, तो मुझे बाथरूम से अजीब तरह की आवाज सुनाई दीं.
जब मैंने जाकर देखा तो बाथरूम का गेट खुला था और अदिति अपने मोबाईल में एडल्ट फिल्म देखकर पूरी नंगी होकर अपनी चूत में उंगली कर रही थी.
मोबाइल में से चुदाई की आवाजें आ रही थीं और उसी वजह से मेरे आने की आहट मेरी बहन को नहीं मिल सकी थी.
वो अपनी चुत में उंगली करने में भी मस्त थी.
मैं भी वहीं खड़ा होकर देखने लगा और अपने मोबाइल से उसकी वीडियो बनाने लगा.
थोड़ी ही देर में उसका शरीर अकड़ गया और वो शांत हो गई.
उसकी उंगली अभी भी चूत में ही थी.
उस ऐसा करते देखकर मैं गर्म हो गया था और भूल गया था कि वो मेरी बहन है.
मैंने उससे नजदीक जाकर कहा- अदिति ये तुम क्या कर रही थीं और ये सब कबसे कर रही हो?
वो मुझे देखकर डर गई और शर्म से अपने एक हाथों से चूचियों को और दूसरे हाथ से अपनी चूत को छिपाने लगी.
उसके नंगे बदन को देख कर मुझे अब उसे चोदने को बहुत मन कर रहा था.
मैंने उसके इस कारनामे का वीडियो भी बना लिया था.
वो मैंने फिर से चालू कर दिया और अदिति ने अपनी चुत में फिंगरिंग की फिल्म देखी तो वो घबरा गई.
मैंने अदिति से पूछा- क्या तुमने कभी किसी के साथ सेक्स किया है?
वो कुछ नहीं बोली.
उधर मेरी मौसेरी बहन अदिति ने अपनी कॉलेज की परीक्षा पास कर ली थी और उसे मेडिकल की तैयारी करनी थी.
मेरी मौसी ने मुझसे कहा- अदिति भी पटना में ही रहकर मेडिकल की तैयारी करना चाहती है तो हमने उसके लिए एक हॉस्टल देखा है. उसे कभी किसी चीज़ की हेल्प चाहिए हो, तो कर देना.
मैंने कहा- ठीक है.
अदिति अपने हॉस्टल के कमरे में शिफ्ट हो गई लेकिन कुछ दिन बाद उसकी तबियत खराब हो गई क्यूंकि उसके हॉस्टल में खाना अच्छा नहीं मिलता था.
अदिति ने मुझे कॉल किया- मेरी तबियत खराब है. प्लीज़ मुझे डॉक्टर को दिखा दो.
मैंने उसे डाक्टर को दिखाया तो डॉक्टर ने कहा- अदिति को टायफायड हो गया है … और यह बहुत कमजोर भी हो गई है. इसे आराम की जरूरत है.
डॉक्टर को दिखा कर जब मैं उसे हॉस्टल छोड़ने जाने लगा तो वो बोली- मैं वहां अब नहीं रहूंगी. वहां ना तो खाना अच्छा मिलता है और न ही मेरा मन लगता है. मुझे अकेले रहने में बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता है.
मैंने कहा- तो अब क्या घर जाओगी?
वो बोली- नहीं, घर जाऊंगी तो मम्मी से बहुत डांट पड़ेगी. मैं आपके पास ही आपके साथ रहूंगी. यहां से कोचिंग सेंटर भी नजदीक है और मेरा भी मन लगा रहेगा.
मैंने ये बात अपनी मौसी से कही, तो पहले वो गुस्साईं लेकिन फिर वो मान गईं.
अदिति अब खुश हो गई.
मेरा एक रूम का फ्लैट था, जिसमें मैं अकेला रहता था.
मैं अदिति के हॉस्टल से उसका सभी सामान ले आया.
उस समय गर्मी का मौसम था तो खाना खाने के बाद मैंने अपना बिस्तर नीचे जमीन पर बिछा लिया और वो बेड पर लेट गई.
मेरे कमरे में एक ही बेड था.
हम दोनों बातें करते करते सो गए.
इस तरह हम दोनों भाई बहन एक ही कमरे में रहने लगे.
एक दिन की बात है, मेरी कोचिंग के टीचर की तबियत खराब थी, तो पढ़ाई नहीं हुई और छुट्टी से दे दी गई.
मैं अपने रूम की ओर चल दिया.
उधर आकर मैंने देखा कि अदिति ने दरवाजे को चाभी से लॉक कर दिया था.
हालांकि हमारे पास दो चाभी थीं. एक मेरे पास और एक उसके पास. मैं गेट खोलकर अन्दर आ गया.
फिर जैसे ही मैंने गेट को लॉक किया, तो मुझे बाथरूम से अजीब तरह की आवाज सुनाई दीं.
जब मैंने जाकर देखा तो बाथरूम का गेट खुला था और अदिति अपने मोबाईल में एडल्ट फिल्म देखकर पूरी नंगी होकर अपनी चूत में उंगली कर रही थी.
मोबाइल में से चुदाई की आवाजें आ रही थीं और उसी वजह से मेरे आने की आहट मेरी बहन को नहीं मिल सकी थी.
वो अपनी चुत में उंगली करने में भी मस्त थी.
मैं भी वहीं खड़ा होकर देखने लगा और अपने मोबाइल से उसकी वीडियो बनाने लगा.
थोड़ी ही देर में उसका शरीर अकड़ गया और वो शांत हो गई.
उसकी उंगली अभी भी चूत में ही थी.
उस ऐसा करते देखकर मैं गर्म हो गया था और भूल गया था कि वो मेरी बहन है.
मैंने उससे नजदीक जाकर कहा- अदिति ये तुम क्या कर रही थीं और ये सब कबसे कर रही हो?
वो मुझे देखकर डर गई और शर्म से अपने एक हाथों से चूचियों को और दूसरे हाथ से अपनी चूत को छिपाने लगी.
उसके नंगे बदन को देख कर मुझे अब उसे चोदने को बहुत मन कर रहा था.
मैंने उसके इस कारनामे का वीडियो भी बना लिया था.
वो मैंने फिर से चालू कर दिया और अदिति ने अपनी चुत में फिंगरिंग की फिल्म देखी तो वो घबरा गई.
मैंने अदिति से पूछा- क्या तुमने कभी किसी के साथ सेक्स किया है?
वो कुछ नहीं बोली.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.