17-06-2022, 02:40 PM
मैंने धीरे से उसकी पीठ पर जीभ फिराई.
प्रिया- अहह..
मैंने प्रिया की पूरी पीठ को खूब चूमा और जीभ से चाटा. गजब का हुस्न था उसका.
प्रिया- आआहह … बहुत अच्छा लग रहा है भैया.
अब मैंने प्रिया की साड़ी भी खोल दी और दूर रख दी.
प्रिया अब सिर्फ़ पैंटी में थी और उसकी जांघें काफ़ी मोटी मोटी दिख रही थीं.
प्रिया की पैंटी उसकी चूत में घुस रही थी.
प्रिया ने मेरी तरफ देखा और हंसती हुई बोली- क्या चाहते हैं आप मुझसे?
मैं- वो जो तुम्हारी पैंटी में है.
ये कह कर मैंने प्रिया की पैंटी उतार दी.
प्रिया ने अपनी दोनों टांगें फैला कर कहा- क्या आपको ये चाहिए?
मैं- हां.
प्रिया- आपकी ही है … खा लीजिए इसे!
ये कह कर प्रिया ने मुझे अपनी टांगों से लपेट लिया.
मैं प्रिया की जांघों के पास बैठ गया और कस कसके प्रिया की चूत का रस पीने लगा.
प्रिया- आआहह … मम्म्ममी मर गई.
मैं- क्या हुआ?
प्रिया- आप नीचे पीते हो, तो बहुत गुदगुदी होती है.
मैं प्रिया की चूत पी रहा था और इसी में कई बार उसका रस निकला.
मैं सारा रस पी गया.
प्रिया बोली- भैया अब डाल कर कीजिए … रुका नहीं जा रहा.
मैंने प्रिया की चूत को दो उंगली डाल कर खोला, अन्दर से गुलाबी थी और बहुत गीली.
प्रिया- आज डॉगी स्टाइल में कीजिए.
ये बोल कर वो घुटनों के बल बैठ गई.
मैंने प्रिया की चूत में पीछे से लंड घुसाया और एक ही बार में पूरा अन्दर तक डाल दिया.
प्रिया- उम्म्म्मा … ये तो पूरा चला गया … अब कीजिए.
मैं- क्या कीजिए?
प्रिया- शर्म नहीं आती!
मैं- नहीं.
प्रिया- चुदाई कीजिए मेरी!
मैंने प्रिया की कमर पकड़ कर उसकी चूत में लंड अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया.
प्रिया- आआहह … उउफ फफ्फ़ … आज तो काफ़ी बड़ा लग रहा है आपका.
मैं- तुमको प्यार करके ही बड़ा हो गया है ये!
प्रिया- भैया और कस कसके कीजिए ना … आज एकदम गहरी कर दीजिए.
मैंने प्रिया की चूत में रफ्तार बढ़ा दी.
उसकी चूत काफ़ी खुल चुकी थी तो लंड आराम से अन्दर बाहर हो रहा था … और प्रिया की चूत से काफ़ी आवाज भी आ रही थी.
प्रिया- उम्म्म्म आह भैया … मैं तो आपकी दीवानी हो गई हूँ … कितने अच्छे से प्यार करते हैं आप … आआ अहह … और कीजिए.
फिर मैंने प्रिया के बाल पकड़ कर उसकी चुदाई की.
प्रिया- म्म्म्म़ ममम … अहह!
मेरी बहन के दूध झूल रहे थे. उसकी चूत एकदम चिकनी हो गई थी और लंड आराम से उसकी चूत में अन्दर बाहर हो रहा था.
फिर मैं रुक गया.
प्रिया- भैया अब मुझे सीधी करके प्यार कीजिए.
ये बोल कर वो बेड पर चित लेट गई.
उसके निप्पल टाइट हो गए थे और चूत लाल थी.
मैं- अबकी बार तुम्हें अपने बच्चे की मम्मी बना दूँगा.
प्रिया- बना दीजिए.
प्रिया- अहह..
मैंने प्रिया की पूरी पीठ को खूब चूमा और जीभ से चाटा. गजब का हुस्न था उसका.
प्रिया- आआहह … बहुत अच्छा लग रहा है भैया.
अब मैंने प्रिया की साड़ी भी खोल दी और दूर रख दी.
प्रिया अब सिर्फ़ पैंटी में थी और उसकी जांघें काफ़ी मोटी मोटी दिख रही थीं.
प्रिया की पैंटी उसकी चूत में घुस रही थी.
प्रिया ने मेरी तरफ देखा और हंसती हुई बोली- क्या चाहते हैं आप मुझसे?
मैं- वो जो तुम्हारी पैंटी में है.
ये कह कर मैंने प्रिया की पैंटी उतार दी.
प्रिया ने अपनी दोनों टांगें फैला कर कहा- क्या आपको ये चाहिए?
मैं- हां.
प्रिया- आपकी ही है … खा लीजिए इसे!
ये कह कर प्रिया ने मुझे अपनी टांगों से लपेट लिया.
मैं प्रिया की जांघों के पास बैठ गया और कस कसके प्रिया की चूत का रस पीने लगा.
प्रिया- आआहह … मम्म्ममी मर गई.
मैं- क्या हुआ?
प्रिया- आप नीचे पीते हो, तो बहुत गुदगुदी होती है.
मैं प्रिया की चूत पी रहा था और इसी में कई बार उसका रस निकला.
मैं सारा रस पी गया.
प्रिया बोली- भैया अब डाल कर कीजिए … रुका नहीं जा रहा.
मैंने प्रिया की चूत को दो उंगली डाल कर खोला, अन्दर से गुलाबी थी और बहुत गीली.
प्रिया- आज डॉगी स्टाइल में कीजिए.
ये बोल कर वो घुटनों के बल बैठ गई.
मैंने प्रिया की चूत में पीछे से लंड घुसाया और एक ही बार में पूरा अन्दर तक डाल दिया.
प्रिया- उम्म्म्मा … ये तो पूरा चला गया … अब कीजिए.
मैं- क्या कीजिए?
प्रिया- शर्म नहीं आती!
मैं- नहीं.
प्रिया- चुदाई कीजिए मेरी!
मैंने प्रिया की कमर पकड़ कर उसकी चूत में लंड अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया.
प्रिया- आआहह … उउफ फफ्फ़ … आज तो काफ़ी बड़ा लग रहा है आपका.
मैं- तुमको प्यार करके ही बड़ा हो गया है ये!
प्रिया- भैया और कस कसके कीजिए ना … आज एकदम गहरी कर दीजिए.
मैंने प्रिया की चूत में रफ्तार बढ़ा दी.
उसकी चूत काफ़ी खुल चुकी थी तो लंड आराम से अन्दर बाहर हो रहा था … और प्रिया की चूत से काफ़ी आवाज भी आ रही थी.
प्रिया- उम्म्म्म आह भैया … मैं तो आपकी दीवानी हो गई हूँ … कितने अच्छे से प्यार करते हैं आप … आआ अहह … और कीजिए.
फिर मैंने प्रिया के बाल पकड़ कर उसकी चुदाई की.
प्रिया- म्म्म्म़ ममम … अहह!
मेरी बहन के दूध झूल रहे थे. उसकी चूत एकदम चिकनी हो गई थी और लंड आराम से उसकी चूत में अन्दर बाहर हो रहा था.
फिर मैं रुक गया.
प्रिया- भैया अब मुझे सीधी करके प्यार कीजिए.
ये बोल कर वो बेड पर चित लेट गई.
उसके निप्पल टाइट हो गए थे और चूत लाल थी.
मैं- अबकी बार तुम्हें अपने बच्चे की मम्मी बना दूँगा.
प्रिया- बना दीजिए.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
![thanks thanks](https://xossipy.com/images/smilies/thanks.gif)