17-06-2022, 02:40 PM
फिर हम दोनों ने प्लान बनाया और प्रिया ने अपने किसी कम्पटीशन की कह कर मामा मामी से मेरे साथ जाने की अनुमति ले ली. परमिशन मिलते ही हम लोग एक होटल में रुकने चले गए.
हम दोनों शाम को होटल में करीब 7 बजे पहुंचे.
मैंने टीवी ऑन कर ली.
प्रिया बाथरूम में चेंज करने चली गयी.
हम लोग होटल में सिर्फ़ चुदाई करने ही आए थे.
बीस मिनट बाद प्रिया बाथरूम से निकली तो क्या कमाल लग रही थी वो!
उसने काली साड़ी पहनी थी और बॅकलेस ब्लाउज पहना था, अपने बाल खुले रखे थे.
मेरा लंड तो उसे देखते ही टाइट हो गया.
प्रिया- कैसी लग रही हूँ मैं?
मैं- क़यामत.
प्रिया धीरे धीरे चलती हुई मेरे पास आई.
मैंने प्रिया की नाभि को चूम लिया.
प्रिया आंख बंद करती हुई बोली- भैया, आज मुझे खूब प्यार कीजिएगा.
मैं प्रिया को ड्रेसिंग टेबल के सामने ले गया और उसके बालों को हाथ से हटा कर उसकी पीठ को अच्छे से चूमा और खूब चाटा.
प्रिया सिर्फ़ आहें भरी जा रही थी- आअह!
फिर मैंने प्रिया के ब्लाउज के हुक खोल दिए और उसको अपनी तरफ घुमा लिया.
वो बड़ी मासूमियत से मेरी तरफ देख रही थी.
मैंने धीरे से प्रिया के होंठों को अपने होंठों में भर कर पीना शुरू कर दिया.
हम दोनों ने काफ़ी देर तक किस किया.
किस करते करते मैंने प्रिया की साड़ी उठाई, उसने नीचे पेटीकोट नहीं पहना था.
मैंने प्रिया की चूत को पैंटी के ऊपर से ही मसला.
प्रिया- आआआ अहह …
मैं- पिलाओगी इसे?
प्रिया- यहीं पर पीजिए.
मैंने प्रिया की साड़ी उठाई और उसकी पैंटी नीचे खिसका कर उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया.
प्रिया- आअहह … भैया … बहुत अच्छा लग रहा है.
प्रिया ने अपनी एक टांग उठा कर कुर्सी पर रख ली.
इससे उसकी चूत और खुल गई.
प्रिया की चिकनी चूत नमकीन थी और बहुत पानी छोड़ रही थी.
मैंने उसकी पूरी चूत मुँह में भर ली और चूसने लगा.
प्रिया- आआहह … और पीजिए … और … चाट लीजिए भैया.
वो मेरा सिर अपनी चूत पर दबाने लगी.
मैंने करीब 15 मिनट तक प्रिया की चूत पी.
वो दो बार झड़ चुकी थी.
मैंने उसका पूरा पानी पी लिया.
फिर मैंने प्रिया को गोद में उठा कर बेड पर लिटा दिया.
प्रिया सिर्फ़ मुझे देख रही थी.
मैंने प्रिया का पल्लू हटाया और उसका ब्लाउज उतार दिया. प्रिया ने अन्दर ब्रा भी नहीं पहनी थी.
मैं- तुम्हारे दूध तो 32 इंच के हो गए हैं.
प्रिया- आप ही की मेहरबानी है भैया वरना पहले तो 30 के थे.
मैं- 34 के कर दूँ?
प्रिया- कर दीजिए.
मैं प्रिया के दोनों दूध हाथ में लेकर कस कस कर मसलने लगा.
प्रिया- आआअहह!
फिर मैंने प्रिया के निप्पल पर जीभ फिराई तो वो मचल गई- उम्म्म्म!
फिर मैंने प्रिया के दोनों मम्मों बारी बारी से मुँह में लेकर खूब चूसे.
प्रिया मुझे कसके अपनी बांहों में जकड़े थी और मेरी पीठ पर नाख़ून चुभा रही थी.
मैं बस प्रिया के निप्पल और दूध चूस रहा था.
फिर मैंने प्रिया को पलट दिया.
अब उसकी पीठ ऊपर थी.
हम दोनों शाम को होटल में करीब 7 बजे पहुंचे.
मैंने टीवी ऑन कर ली.
प्रिया बाथरूम में चेंज करने चली गयी.
हम लोग होटल में सिर्फ़ चुदाई करने ही आए थे.
बीस मिनट बाद प्रिया बाथरूम से निकली तो क्या कमाल लग रही थी वो!
उसने काली साड़ी पहनी थी और बॅकलेस ब्लाउज पहना था, अपने बाल खुले रखे थे.
मेरा लंड तो उसे देखते ही टाइट हो गया.
प्रिया- कैसी लग रही हूँ मैं?
मैं- क़यामत.
प्रिया धीरे धीरे चलती हुई मेरे पास आई.
मैंने प्रिया की नाभि को चूम लिया.
प्रिया आंख बंद करती हुई बोली- भैया, आज मुझे खूब प्यार कीजिएगा.
मैं प्रिया को ड्रेसिंग टेबल के सामने ले गया और उसके बालों को हाथ से हटा कर उसकी पीठ को अच्छे से चूमा और खूब चाटा.
प्रिया सिर्फ़ आहें भरी जा रही थी- आअह!
फिर मैंने प्रिया के ब्लाउज के हुक खोल दिए और उसको अपनी तरफ घुमा लिया.
वो बड़ी मासूमियत से मेरी तरफ देख रही थी.
मैंने धीरे से प्रिया के होंठों को अपने होंठों में भर कर पीना शुरू कर दिया.
हम दोनों ने काफ़ी देर तक किस किया.
किस करते करते मैंने प्रिया की साड़ी उठाई, उसने नीचे पेटीकोट नहीं पहना था.
मैंने प्रिया की चूत को पैंटी के ऊपर से ही मसला.
प्रिया- आआआ अहह …
मैं- पिलाओगी इसे?
प्रिया- यहीं पर पीजिए.
मैंने प्रिया की साड़ी उठाई और उसकी पैंटी नीचे खिसका कर उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया.
प्रिया- आअहह … भैया … बहुत अच्छा लग रहा है.
प्रिया ने अपनी एक टांग उठा कर कुर्सी पर रख ली.
इससे उसकी चूत और खुल गई.
प्रिया की चिकनी चूत नमकीन थी और बहुत पानी छोड़ रही थी.
मैंने उसकी पूरी चूत मुँह में भर ली और चूसने लगा.
प्रिया- आआहह … और पीजिए … और … चाट लीजिए भैया.
वो मेरा सिर अपनी चूत पर दबाने लगी.
मैंने करीब 15 मिनट तक प्रिया की चूत पी.
वो दो बार झड़ चुकी थी.
मैंने उसका पूरा पानी पी लिया.
फिर मैंने प्रिया को गोद में उठा कर बेड पर लिटा दिया.
प्रिया सिर्फ़ मुझे देख रही थी.
मैंने प्रिया का पल्लू हटाया और उसका ब्लाउज उतार दिया. प्रिया ने अन्दर ब्रा भी नहीं पहनी थी.
मैं- तुम्हारे दूध तो 32 इंच के हो गए हैं.
प्रिया- आप ही की मेहरबानी है भैया वरना पहले तो 30 के थे.
मैं- 34 के कर दूँ?
प्रिया- कर दीजिए.
मैं प्रिया के दोनों दूध हाथ में लेकर कस कस कर मसलने लगा.
प्रिया- आआअहह!
फिर मैंने प्रिया के निप्पल पर जीभ फिराई तो वो मचल गई- उम्म्म्म!
फिर मैंने प्रिया के दोनों मम्मों बारी बारी से मुँह में लेकर खूब चूसे.
प्रिया मुझे कसके अपनी बांहों में जकड़े थी और मेरी पीठ पर नाख़ून चुभा रही थी.
मैं बस प्रिया के निप्पल और दूध चूस रहा था.
फिर मैंने प्रिया को पलट दिया.
अब उसकी पीठ ऊपर थी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.