17-06-2022, 02:36 PM
मैंने धीरे से प्रिया की ब्रा की हुक खोल दी.
लेकिन प्रिया ने कोई विरोध नहीं किया.
वो बस चेहरे नीचे किए हुए लेटी थी.
मैंने धीरे से प्रिया को आवाज लगाई.
प्रिया कुछ नहीं बोली.
बस लेटी हुई थी.
मैंने धीरे से प्रिया की पीठ पर किस किया.
आह बड़ी गजब माल थी वो!
प्रिया अब भी कुछ नहीं बोली.
अब मैंने प्रिया की पूरी पीठ पर किस करना शुरू कर दिया और जीभ से चाटा भी.
इतने से प्रिया मचल उठी.
फिर मैंने प्रिया को सीधा किया.
वो आंखें बंद किए हुई थी.
मैंने प्रिया के होंठों पर किस किया.
प्रिया बस लेटी थी … शायद शर्मा रही थी.
मैंने धीरे से प्रिया की नाइटी का टॉप उतारा तो वो साथ दे रही थी.
काली ब्रा में बहुत सेक्सी लग रही थी वो!
मैंने 2 मिनट उसे ब्रा में देखा. सच में जन्नत की हूर लग रही थी वो!
फिर मैंने प्रिया की ब्रा उतारी.
उसके दूध 30 साइज के थे और निप्पल ब्राउन.
मैंने धीरे से प्रिया के दोनों दूध हाथ में लेकर दबाए.
बहुत सॉफ्ट दूध थे उसके.
प्रिया- आआ आहह!
अब प्रिया ने आंखें खोल दीं.
मैं उसके एक निप्पल को मुँह में लेकर चूसने लगा.
प्रिया- आआहह … आराम से!
मैंने प्रिया की आंखों में देखा.
वो मुझे देख कर मुस्कुराई.
फिर मैंने कसके प्रिया के होंठों को पिया.
वो भी साथ दे रही थी.
मैंने प्रिया के गले, होंठों, कंधों, पेट हर जगह किस किया और खूब चाटा. बहुत खूबसूरत थी वो … और बहुत मुलायम त्वचा थी उसकी.
प्रिया एकदम मदहोश हो गई थी.
फिर मैंने धीरे से प्रिया का नाइटी वाला लोवर उतारा.
मैं तो उसकी जांघों को देखता ही रह गया. बहुत मस्त जांघें थीं उसकी. खूब मोटी मोटी और गोरी जांघें … और जांघों के बीच में छोटी सी सिल्की काली पैंटी.
मैंने प्रिया की दोनों जांघें फैलाईं.
प्रिया की पैंटी बहुत गीली थी.
‘तुम्हारी पैंटी उतार दूँ प्रिया?’
प्रिया- उतार दीजिए.
मैंने अपनी बहन की पैंटी उतारी.
उसकी चुत बहुत गीली थी और पानी छोड़ रही थी.
मैंने प्रिया की चुत को आइस क्रीम की तरह चाट लिया.
इससे प्रिया तो जैसे पागल सी हो गई- आआआ … आआअहह!
मैं- क्या हुआ?
प्रिया- गुदगुदी हुई.
मैं प्रिया की चुत की दोनों फांकों खोल कर उसकी चुत को जीभ से चाटने लगा.
प्रिया- आआहह … भैया … क्या कर रहे हो … आआ आअहह … पागल हो जाऊंगी मैं … आआअहह!
मैंने प्रिया की जांघें और फैलाईं और उसकी चुत को और खोल कर चूसने लगा.
प्रिया- आअहह … मम्मी … मुंम्म्मय यययी … क्या कर रहे हो आप … बहुत गुदगुदी हो रही है.
मैं- कुछ लोगी प्रिया इसमें?
प्रिया- जो मन में आए पेल दीजिए.
वो एकदम मदहोश सी थी.
मैंने अपना लंड निकाला और प्रिया की चुत पर रगड़ा.
प्रिया- ये क्या है … इतना बड़ा!
मैं- लोगी अन्दर इसे?
प्रिया- लेकिन मुझे दर्द होगा ना!
मैं- नहीं कुछ नहीं होगा.
प्रिया- ओके.
मैं- मैंने प्रिया की दोनों टांगें फैलाईं और उसकी चुत में अपना लंड डाला.
पूरा लंड एक बार में चला गया.
प्रिया- आआआ आहह … ये तो पूरा अन्दर चला गया.
लेकिन प्रिया ने कोई विरोध नहीं किया.
वो बस चेहरे नीचे किए हुए लेटी थी.
मैंने धीरे से प्रिया को आवाज लगाई.
प्रिया कुछ नहीं बोली.
बस लेटी हुई थी.
मैंने धीरे से प्रिया की पीठ पर किस किया.
आह बड़ी गजब माल थी वो!
प्रिया अब भी कुछ नहीं बोली.
अब मैंने प्रिया की पूरी पीठ पर किस करना शुरू कर दिया और जीभ से चाटा भी.
इतने से प्रिया मचल उठी.
फिर मैंने प्रिया को सीधा किया.
वो आंखें बंद किए हुई थी.
मैंने प्रिया के होंठों पर किस किया.
प्रिया बस लेटी थी … शायद शर्मा रही थी.
मैंने धीरे से प्रिया की नाइटी का टॉप उतारा तो वो साथ दे रही थी.
काली ब्रा में बहुत सेक्सी लग रही थी वो!
मैंने 2 मिनट उसे ब्रा में देखा. सच में जन्नत की हूर लग रही थी वो!
फिर मैंने प्रिया की ब्रा उतारी.
उसके दूध 30 साइज के थे और निप्पल ब्राउन.
मैंने धीरे से प्रिया के दोनों दूध हाथ में लेकर दबाए.
बहुत सॉफ्ट दूध थे उसके.
प्रिया- आआ आहह!
अब प्रिया ने आंखें खोल दीं.
मैं उसके एक निप्पल को मुँह में लेकर चूसने लगा.
प्रिया- आआहह … आराम से!
मैंने प्रिया की आंखों में देखा.
वो मुझे देख कर मुस्कुराई.
फिर मैंने कसके प्रिया के होंठों को पिया.
वो भी साथ दे रही थी.
मैंने प्रिया के गले, होंठों, कंधों, पेट हर जगह किस किया और खूब चाटा. बहुत खूबसूरत थी वो … और बहुत मुलायम त्वचा थी उसकी.
प्रिया एकदम मदहोश हो गई थी.
फिर मैंने धीरे से प्रिया का नाइटी वाला लोवर उतारा.
मैं तो उसकी जांघों को देखता ही रह गया. बहुत मस्त जांघें थीं उसकी. खूब मोटी मोटी और गोरी जांघें … और जांघों के बीच में छोटी सी सिल्की काली पैंटी.
मैंने प्रिया की दोनों जांघें फैलाईं.
प्रिया की पैंटी बहुत गीली थी.
‘तुम्हारी पैंटी उतार दूँ प्रिया?’
प्रिया- उतार दीजिए.
मैंने अपनी बहन की पैंटी उतारी.
उसकी चुत बहुत गीली थी और पानी छोड़ रही थी.
मैंने प्रिया की चुत को आइस क्रीम की तरह चाट लिया.
इससे प्रिया तो जैसे पागल सी हो गई- आआआ … आआअहह!
मैं- क्या हुआ?
प्रिया- गुदगुदी हुई.
मैं प्रिया की चुत की दोनों फांकों खोल कर उसकी चुत को जीभ से चाटने लगा.
प्रिया- आआहह … भैया … क्या कर रहे हो … आआ आअहह … पागल हो जाऊंगी मैं … आआअहह!
मैंने प्रिया की जांघें और फैलाईं और उसकी चुत को और खोल कर चूसने लगा.
प्रिया- आअहह … मम्मी … मुंम्म्मय यययी … क्या कर रहे हो आप … बहुत गुदगुदी हो रही है.
मैं- कुछ लोगी प्रिया इसमें?
प्रिया- जो मन में आए पेल दीजिए.
वो एकदम मदहोश सी थी.
मैंने अपना लंड निकाला और प्रिया की चुत पर रगड़ा.
प्रिया- ये क्या है … इतना बड़ा!
मैं- लोगी अन्दर इसे?
प्रिया- लेकिन मुझे दर्द होगा ना!
मैं- नहीं कुछ नहीं होगा.
प्रिया- ओके.
मैं- मैंने प्रिया की दोनों टांगें फैलाईं और उसकी चुत में अपना लंड डाला.
पूरा लंड एक बार में चला गया.
प्रिया- आआआ आहह … ये तो पूरा अन्दर चला गया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.