17-06-2022, 02:35 PM
मैं- तुम्हें कहां दिखेगी अपनी खूबसूरती.
प्रिया- आप भी तो स्मार्ट हो.
मैं- तुम इतनी अच्छी हो इसीलिए मैं तुम्हें पसंद करने लगा हूँ.
प्रिया- अच्छी बात है, लेकिन मैं आपकी बहन हूँ, तो आगे का कुछ नहीं हो सकता. इसलिए खुद को कंट्रोल कीजिए.
मैं- अच्छा मुझे प्यास लगी है और पानी भी खत्म हो गया है.
प्रिया- ऊपर आइए, मैं बोतल दे देती हूँ.
मैं ऊपर गया और प्रिया बोतल लेकर सामने आई. मैं तो उसे देखता ही रह गया.
नाइट सूट और खुले बालों में वो गजब लग रही थी.
प्रिया- अरे आप इतने गौर से क्या देख रहे हैं. लीजिए पानी की बोतल!
मैं सकपका गया.
फिर देसी बहन चुदाई की तमन्ना को दिल में दबाए बड़े बुझे मन से मैं वापिस नीचे आ गया.
प्रिया भी वापिस चली गई लेकिन वो समझ गई थी कि मैं उसे सच में काफ़ी पसंद करता हूँ.
अगले दिन भी हम लोगों की काफ़ी बातें हुईं और रात गहराने के समय मैंने प्रिया से चैट में पानी की बोतल के लिए कहा.
प्रिया- आज फिर पानी ख़त्म हो गया?
मैं- आ जाऊं ऊपर?
प्रिया- आइए.
मैं ऊपर गया और प्रिया को देखता रह गया.
प्रिया- ये लीजिए पानी!
अबकी बार मैंने हिम्मत करके प्रिया से पूछा- अगर तुम बोर हो रही हो तो नीचे मेरे रूम में चलो. हम लोग खूब बातें करेंगे.
प्रिया- वैसे नींद तो मुझे भी नहीं आ रही. लेकिन कोई जाग गया तो दिक्कत होगी. मैं बाद में कभी आ जाऊंगी.
मैं फिर बुझे मन से वापिस आ गया.
कुछ 15 मिनट बाद करीब 12:30 बजे मेरे रूम में किसी ने नॉक किया.
मैंने दरवाजा खोला तो सामने प्रिया थी.
मेरी तो जैसे खुशी का ठिकाना ही नहीं था.
प्रिया- क्या हुआ आपको?
मैं- कुछ नहीं. आओ अन्दर आओ.
प्रिया अन्दर आई. उसने काली सेक्सी वाली नाइटी पहनी थी.
मैं- मामा मामी लोग तो नहीं जागेंगे ना!
प्रिया- वो लोग 6 बजे से पहले नहीं उठते हैं. इसी लिए मैं आ गई.
मैं- आओ बैठो.
प्रिया- बताइए क्या बात करनी है आपको?
मैं- कुछ नहीं, ऐसे ही.
फिर हम लोगों ने 10 मिनट बातें की.
तभी प्रिया की पीठ पर किसी कीड़े ने काट लिया.
प्रिया तेज़ स्वर से चीखी और बोली कि मेरी पीठ पर किसी कीड़े ने कुछ काटा सा है.
मैं- तुम लेटो, मैं देखता हूँ.
प्रिया लेट गई.
उसकी नाइटी का टॉप थोड़ा ऊपर किया मैंने … तो देखा एक छोटा सा कीड़ा था और त्वचा लाल सी हो गयी थी.
मैंने उसे बताया- मैं क्रीम लगा दूँ इसमें प्रिया?
प्रिया- हां जल्दी से लगा दीजिए बहुत जलन हो रही है.
मुझे क्रीम ढूँढने में 5 मिनट लगा.
तब तक प्रिया लेटी थी.
प्रिया- जल्दी लगाइए.
फिर मैंने प्रिया की पर्मिशन से उसका टॉप थोड़ा ऊपर उठाया और लालिमा वाली जगह पर क्रीम लगाने लगा.
‘कुछ आराम मिला प्रिया?’
प्रिया- हां.
मैं उसकी गोरी गोरी पीठ देख कर मेरा मन ललचाने लगा था.
‘प्रिया थोड़ा और ऊपर लगा दूँ?’
इस पर प्रिया ने पीछे से अपनी पूरी नाइटी ऊपर उठा दी और बोली- लीजिए अब आराम से लगाइए.
प्रिया की पीठ देख कर मेरा लंड एकदम टाइट हो गया.
उसकी गोरी गोरी पीठ पर सिर्फ़ ब्रा की स्ट्रिप दिख रही थी.
मैंने धीरे धीरे प्रिया की पूरी पीठ पर क्रीम लगायी.
क्या गजब थी वो … मेरी हिम्मत थोड़ी और बढ़ी.
प्रिया- आप भी तो स्मार्ट हो.
मैं- तुम इतनी अच्छी हो इसीलिए मैं तुम्हें पसंद करने लगा हूँ.
प्रिया- अच्छी बात है, लेकिन मैं आपकी बहन हूँ, तो आगे का कुछ नहीं हो सकता. इसलिए खुद को कंट्रोल कीजिए.
मैं- अच्छा मुझे प्यास लगी है और पानी भी खत्म हो गया है.
प्रिया- ऊपर आइए, मैं बोतल दे देती हूँ.
मैं ऊपर गया और प्रिया बोतल लेकर सामने आई. मैं तो उसे देखता ही रह गया.
नाइट सूट और खुले बालों में वो गजब लग रही थी.
प्रिया- अरे आप इतने गौर से क्या देख रहे हैं. लीजिए पानी की बोतल!
मैं सकपका गया.
फिर देसी बहन चुदाई की तमन्ना को दिल में दबाए बड़े बुझे मन से मैं वापिस नीचे आ गया.
प्रिया भी वापिस चली गई लेकिन वो समझ गई थी कि मैं उसे सच में काफ़ी पसंद करता हूँ.
अगले दिन भी हम लोगों की काफ़ी बातें हुईं और रात गहराने के समय मैंने प्रिया से चैट में पानी की बोतल के लिए कहा.
प्रिया- आज फिर पानी ख़त्म हो गया?
मैं- आ जाऊं ऊपर?
प्रिया- आइए.
मैं ऊपर गया और प्रिया को देखता रह गया.
प्रिया- ये लीजिए पानी!
अबकी बार मैंने हिम्मत करके प्रिया से पूछा- अगर तुम बोर हो रही हो तो नीचे मेरे रूम में चलो. हम लोग खूब बातें करेंगे.
प्रिया- वैसे नींद तो मुझे भी नहीं आ रही. लेकिन कोई जाग गया तो दिक्कत होगी. मैं बाद में कभी आ जाऊंगी.
मैं फिर बुझे मन से वापिस आ गया.
कुछ 15 मिनट बाद करीब 12:30 बजे मेरे रूम में किसी ने नॉक किया.
मैंने दरवाजा खोला तो सामने प्रिया थी.
मेरी तो जैसे खुशी का ठिकाना ही नहीं था.
प्रिया- क्या हुआ आपको?
मैं- कुछ नहीं. आओ अन्दर आओ.
प्रिया अन्दर आई. उसने काली सेक्सी वाली नाइटी पहनी थी.
मैं- मामा मामी लोग तो नहीं जागेंगे ना!
प्रिया- वो लोग 6 बजे से पहले नहीं उठते हैं. इसी लिए मैं आ गई.
मैं- आओ बैठो.
प्रिया- बताइए क्या बात करनी है आपको?
मैं- कुछ नहीं, ऐसे ही.
फिर हम लोगों ने 10 मिनट बातें की.
तभी प्रिया की पीठ पर किसी कीड़े ने काट लिया.
प्रिया तेज़ स्वर से चीखी और बोली कि मेरी पीठ पर किसी कीड़े ने कुछ काटा सा है.
मैं- तुम लेटो, मैं देखता हूँ.
प्रिया लेट गई.
उसकी नाइटी का टॉप थोड़ा ऊपर किया मैंने … तो देखा एक छोटा सा कीड़ा था और त्वचा लाल सी हो गयी थी.
मैंने उसे बताया- मैं क्रीम लगा दूँ इसमें प्रिया?
प्रिया- हां जल्दी से लगा दीजिए बहुत जलन हो रही है.
मुझे क्रीम ढूँढने में 5 मिनट लगा.
तब तक प्रिया लेटी थी.
प्रिया- जल्दी लगाइए.
फिर मैंने प्रिया की पर्मिशन से उसका टॉप थोड़ा ऊपर उठाया और लालिमा वाली जगह पर क्रीम लगाने लगा.
‘कुछ आराम मिला प्रिया?’
प्रिया- हां.
मैं उसकी गोरी गोरी पीठ देख कर मेरा मन ललचाने लगा था.
‘प्रिया थोड़ा और ऊपर लगा दूँ?’
इस पर प्रिया ने पीछे से अपनी पूरी नाइटी ऊपर उठा दी और बोली- लीजिए अब आराम से लगाइए.
प्रिया की पीठ देख कर मेरा लंड एकदम टाइट हो गया.
उसकी गोरी गोरी पीठ पर सिर्फ़ ब्रा की स्ट्रिप दिख रही थी.
मैंने धीरे धीरे प्रिया की पूरी पीठ पर क्रीम लगायी.
क्या गजब थी वो … मेरी हिम्मत थोड़ी और बढ़ी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.