17-06-2022, 02:34 PM
मेरे मामा की लड़की का नाम प्रिया है. उसके 2 भाई हैं, जो बाहर जॉब करते हैं.
उनके घर पर मामा, मामी और प्रिया ही रहते थे.
मामा सुबह होते ही शॉप पर लंच लेकर चले जाते और रात को 9 बजे आते.
मामी घर पर ही रहती थीं.
मैं प्रिया को बचपन से देख रहा हूँ लेकिन अब वो बड़ी हो चुकी थी. उसकी उम्र अब 23 साल की थी.
मुझे गाज़ियाबाद में एक महीने के लिए कंपनी के कुछ काम से रुकना पड़ रहा था.
उस समय इस बात को लेकर मैंने उधर एक कमरा किराए पर लेने के लिए मामा जी से कहा.
मामा ने कहा- हमारे यहां ही रुक जाओ.
मैं मान गया.
अब मैं एक महीना मामा के घर ही रुका.
इससे पहले प्रिया से मेरी अक्सर चैट हो जाती थी.
जब मैं मामा के घर पहुंचा तो प्रिया को देख कर हैरान रह गया.
वो बहुत खूबसूरत हो गई थी, बिल्कुल सिल्क स्मिता की तरह.
मुझे उसे देखते ही प्यार हो गया.
उसने मुझसे नमस्ते की और चाय नाश्ता कराया.
प्रिया को देख कर मेरे मन में लड्डू फूटने लगे.
मैं मामा के यहां नीचे वाले कमरे में रुक गया था.
मेरे 2-3 दिन तो बस प्रिया को देखने में ही कैसे गुजर गए, पता ही नहीं चला.
प्रिया रोज मेरे रूम में नीचे आकर खाना दे जाती थी.
एक दिन प्रिया दोपहर को खाना लेकर आई और झुक कर रोटी रखने लगी तो मेरी नजर उसकी वक्षरेखा पर चली गई.
प्रिया ने ये देख लिया तो अगली बार से वो दुपट्टा ओढ़ कर आने लगी.
एक दिन रात को मैं और प्रिया चैट कर रहे थे.
काफ़ी बातें होने के बाद मैंने उसे बता दिया कि मैं उसे पसंद करता हूँ.
लेकिन उसे लगा कि मैं उसे एक बहन की तरह पसंद करता हूँ.
अगले दिन जब वो मुझे खाना देने आई तो मैंने उसे कमर पर हल्के से टच किया.
इससे वो गुस्सा होकर चली गई.
मुझे लगा कि कहीं वो ये बात मामी को बता ना दे.
लेकिन उसने किसी को नहीं बताया.
वो रात को भी खाना लेकर आई लेकिन अबकी बार उसके चेहरे से साफ लग रहा था कि वो मुझसे नाराज है.
मैंने भी उसे कुछ नहीं बोला.
दो दिन ऐसे ही चला, हम दोनों ने कोई बात नहीं की.
फिर दूसरे दिन रात 12 बजे मैंने प्रिया को हैलो का मैसेज किया.
उसका थोड़ी देर में रिप्लाई आया- बताईए, इतनी रात को मैसेज?
मैं- नींद नहीं आ रही मुझे.
प्रिया- क्यों?
मैं- क्योंकि तुम मुझसे गुस्सा हो.
प्रिया- तो आपने हरकत ही ऐसी की.
मैं- एक बात बोलूं?
प्रिया- हां.
मैं- तुम बहुत खूबसूरत हो, तो इसमें मेरी क्या गलती है?
प्रिया- मैं आपकी बहन भी तो हूँ.
मैं- दूर की बहन हो!
प्रिया- फिर भी.
थोड़ी देर प्रिया से बात करने के बाद पता चला कि वो घर में बहुत अकेली हो जाती है. इसलिए वो थोड़ी चिड़चिड़ी ही गई है.
फिर हम लोगों की दोस्ती पहले की तरह हो गई.
मैं- एक बात बताओगी प्रिया?
प्रिया- हां पूछिए.
मैं- तुम इतनी खूबसूरत क्यों हो?
प्रिया- मैं नहीं हूँ खूबसूरत.
उनके घर पर मामा, मामी और प्रिया ही रहते थे.
मामा सुबह होते ही शॉप पर लंच लेकर चले जाते और रात को 9 बजे आते.
मामी घर पर ही रहती थीं.
मैं प्रिया को बचपन से देख रहा हूँ लेकिन अब वो बड़ी हो चुकी थी. उसकी उम्र अब 23 साल की थी.
मुझे गाज़ियाबाद में एक महीने के लिए कंपनी के कुछ काम से रुकना पड़ रहा था.
उस समय इस बात को लेकर मैंने उधर एक कमरा किराए पर लेने के लिए मामा जी से कहा.
मामा ने कहा- हमारे यहां ही रुक जाओ.
मैं मान गया.
अब मैं एक महीना मामा के घर ही रुका.
इससे पहले प्रिया से मेरी अक्सर चैट हो जाती थी.
जब मैं मामा के घर पहुंचा तो प्रिया को देख कर हैरान रह गया.
वो बहुत खूबसूरत हो गई थी, बिल्कुल सिल्क स्मिता की तरह.
मुझे उसे देखते ही प्यार हो गया.
उसने मुझसे नमस्ते की और चाय नाश्ता कराया.
प्रिया को देख कर मेरे मन में लड्डू फूटने लगे.
मैं मामा के यहां नीचे वाले कमरे में रुक गया था.
मेरे 2-3 दिन तो बस प्रिया को देखने में ही कैसे गुजर गए, पता ही नहीं चला.
प्रिया रोज मेरे रूम में नीचे आकर खाना दे जाती थी.
एक दिन प्रिया दोपहर को खाना लेकर आई और झुक कर रोटी रखने लगी तो मेरी नजर उसकी वक्षरेखा पर चली गई.
प्रिया ने ये देख लिया तो अगली बार से वो दुपट्टा ओढ़ कर आने लगी.
एक दिन रात को मैं और प्रिया चैट कर रहे थे.
काफ़ी बातें होने के बाद मैंने उसे बता दिया कि मैं उसे पसंद करता हूँ.
लेकिन उसे लगा कि मैं उसे एक बहन की तरह पसंद करता हूँ.
अगले दिन जब वो मुझे खाना देने आई तो मैंने उसे कमर पर हल्के से टच किया.
इससे वो गुस्सा होकर चली गई.
मुझे लगा कि कहीं वो ये बात मामी को बता ना दे.
लेकिन उसने किसी को नहीं बताया.
वो रात को भी खाना लेकर आई लेकिन अबकी बार उसके चेहरे से साफ लग रहा था कि वो मुझसे नाराज है.
मैंने भी उसे कुछ नहीं बोला.
दो दिन ऐसे ही चला, हम दोनों ने कोई बात नहीं की.
फिर दूसरे दिन रात 12 बजे मैंने प्रिया को हैलो का मैसेज किया.
उसका थोड़ी देर में रिप्लाई आया- बताईए, इतनी रात को मैसेज?
मैं- नींद नहीं आ रही मुझे.
प्रिया- क्यों?
मैं- क्योंकि तुम मुझसे गुस्सा हो.
प्रिया- तो आपने हरकत ही ऐसी की.
मैं- एक बात बोलूं?
प्रिया- हां.
मैं- तुम बहुत खूबसूरत हो, तो इसमें मेरी क्या गलती है?
प्रिया- मैं आपकी बहन भी तो हूँ.
मैं- दूर की बहन हो!
प्रिया- फिर भी.
थोड़ी देर प्रिया से बात करने के बाद पता चला कि वो घर में बहुत अकेली हो जाती है. इसलिए वो थोड़ी चिड़चिड़ी ही गई है.
फिर हम लोगों की दोस्ती पहले की तरह हो गई.
मैं- एक बात बताओगी प्रिया?
प्रिया- हां पूछिए.
मैं- तुम इतनी खूबसूरत क्यों हो?
प्रिया- मैं नहीं हूँ खूबसूरत.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
![thanks thanks](https://xossipy.com/images/smilies/thanks.gif)