16-06-2022, 05:47 PM
मेश, सुरेश और काजल के लिए मयूरी का ये व्यवहार समझ के एकदम बाहर था. तीनों कुछ समझ नहीं पाए और इस उधेड़बुन में उनका सेक्स का मन भी उतर गया. तीनों उसी अवस्था में नग्न ही सोफे पर बैठ गए और मयूरी के वापिस आने का इंतज़ार करने लगे.
काजल रमेश और सुरेश के बीच में बैठ गई थी और तीनों रिलैक्स करते करते सोचने लगे.
तभी काजल के दिमाग में एक सवाल आया. वो रमेश की तरफ देखते हुए पूछने लगी- भैया?
रमेश- हाँ…
काजल- भाभी ने ये क्यों कहा कि उनको ख़ुशी है कि हमारे ‘इस घर में भी…’ इतना खुलापन आ गया है? क्या उनका ‘इस घर में भी…’ का मतलब ये तो नहीं कि उनके पुराने घर यानि कि मायके में भी ये सब होता है?
रमेश को काजल की ये बात एकदम सही लगी, पर मयूरी ने कभी अपने मायके के बारे में ऐसा कुछ बताया तो नहीं था.
रमेश- यार काजल, आज तक वैसे उसने मुझे ऐसा कुछ बताया तो नहीं है. वो मुझसे कुछ छुपाती तो नहीं, पर ये सब तो नहीं बताया… उसको आने दो फिर बात करते हैं
काजल रमेश और सुरेश के बीच में बैठ गई थी और तीनों रिलैक्स करते करते सोचने लगे.
तभी काजल के दिमाग में एक सवाल आया. वो रमेश की तरफ देखते हुए पूछने लगी- भैया?
रमेश- हाँ…
काजल- भाभी ने ये क्यों कहा कि उनको ख़ुशी है कि हमारे ‘इस घर में भी…’ इतना खुलापन आ गया है? क्या उनका ‘इस घर में भी…’ का मतलब ये तो नहीं कि उनके पुराने घर यानि कि मायके में भी ये सब होता है?
रमेश को काजल की ये बात एकदम सही लगी, पर मयूरी ने कभी अपने मायके के बारे में ऐसा कुछ बताया तो नहीं था.
रमेश- यार काजल, आज तक वैसे उसने मुझे ऐसा कुछ बताया तो नहीं है. वो मुझसे कुछ छुपाती तो नहीं, पर ये सब तो नहीं बताया… उसको आने दो फिर बात करते हैं
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.