15-06-2022, 04:32 PM
मेरी पैंटी दोनों तरफ से सरक कर जब मेरी जांघों तक पहुँच कर रुक गई तब उसने मेरी ओर देखा तो मैंने अपनी टांगें चौड़ी कर दी ताकि उनके बीच में फंसी पैंटी का भाग भी नीचे सरक सके।
पैंटी के टांगों के बीच में से मुक्त होते ही सिद्धार्थ ने उसे झटके से नीचे खींच कर मेरे पैरों तक पहुँचा दी और आगे झुक कर मेरे केशहीन जघन स्थल को चूम लिया।![[Image: 74540384_001_50c0.jpg]](https://cdni.pornpics.de/1280/7/209/74540384/74540384_001_50c0.jpg)
पैंटी के टांगों के बीच में से मुक्त होते ही सिद्धार्थ ने उसे झटके से नीचे खींच कर मेरे पैरों तक पहुँचा दी और आगे झुक कर मेरे केशहीन जघन स्थल को चूम लिया।
![[Image: 74540384_001_50c0.jpg]](https://cdni.pornpics.de/1280/7/209/74540384/74540384_001_50c0.jpg)
![[Image: 78533277_286_2beb.jpg]](https://cdni.pornpics.de/1280/7/79/78533277/78533277_286_2beb.jpg)
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
