15-06-2022, 04:10 PM
क्योंकि मैं अपनी छोटी बहन मंजू के साथ कोई विशवासघात नहीं करना चाहती थी इसलिए निश्चय किया की मुझे दूसरे विकल्प तक ही सीमत रहने की सहमति देनी चाहिए।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.


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