15-06-2022, 04:00 PM
सिद्धार्थ जब भी अपना हाथ पीछे की ओर ले जाता तब उसका लीची के आकार जैसा गुलाबी रंग का लिंग-मुंड बाहर निकल आता और बाथरूम की रोशनी में चमकने लगता था।
और जब वह अपना हाथ आगे की ओर ले जाता तब लिंग-मुंड उसकी त्वचा में छुप जाता और वह चमक भी लुप्त हो जाती।
और जब वह अपना हाथ आगे की ओर ले जाता तब लिंग-मुंड उसकी त्वचा में छुप जाता और वह चमक भी लुप्त हो जाती।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.