15-06-2022, 03:21 PM
तो उसने खुशी से पैसे ले लिए और मेरे खड़े लौड़े को देख कर उसने झुक कर पहले तो चूमा और फिर पता नहीं क्या सोच कर उस चूसने भी लगी !
पांच मिनट में ही मेरा रस उसके मुँह में छूट गया जो उसने पी लिया।
फिर जाते हुए कहा- साहब, मैं सुबह छह बजे आऊँगी तब आपको और आपके लौड़े को खूब मजे दूँगी ! शुभ रात्रि !
पांच मिनट में ही मेरा रस उसके मुँह में छूट गया जो उसने पी लिया।
फिर जाते हुए कहा- साहब, मैं सुबह छह बजे आऊँगी तब आपको और आपके लौड़े को खूब मजे दूँगी ! शुभ रात्रि !
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.