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Adultery पड़ोस की भाभी
#16
मैं भाभी को बड़े आराम से चोदे जा रहा था. थोड़ी देर बाद हम दोनों 69 की पोज़िशन में आ गए. भाभी ने मेरा लंड चूसना शुरू कर दिया और मैंने उनकी चूत.

क्या गजब लंड चूस रही थीं वो … रुकना मुश्किल हो रहा था. आधे से ज़्यादा लंड भाभी के मुँह में चला गया था. भाभी का पूरा मुँह थूक से भर गया था, लेकिन उन्होंने लंड चूसना कम नहीं किया था.
मैंने सोचा कि हाय रे किस्मत, कभी ये चाय के कप को भी साफ़ करने को कह रही थी … और आज देखो, मेरे लंड के रस को भी कैसे मज़े से चूस रही है.
उन्होंने मेरे आंड भी चूस डाले, सच में बहुत आग थी शशि भाभी में.
थोड़ी देर बाद मैंने भाभी को उल्टा लिटाया और उनके चूतड़ों के नीचे तकिया लगा दिया. उनकी मस्त गांड उभर कर बाहर आ गयी. कमाल के चूतड़ थे उनके … एकदम गोल गोल.
मैंने बड़े प्यार से भाभी के चूतड़ों के बीच के किशमिशी छेद पर होंठ लगा दिए. वो एकदम से उछल पड़ीं- आह संजय … मार ही डालोगे क्या आज … आह कितना सुख दे रहे हो यार … तुम तो आज मेरे शरीर के एक एक अंग को चूस ही जाओगे.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: पड़ोस की भाभी - by neerathemall - 15-06-2022, 02:42 PM



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