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Adultery रीमा की दबी वासना
रीमा को तो ये सब् देख दिलो दिमाग की नशे ढीली हो गयी | एक औरत ऐसे कैसे चुद सकती है,इतना दर्द, इतनी तेज झटके कैसे बर्दास्त कर सकती है | ये एक नंबर की रंडी है मिली, वरना किसी और की चूत हो तो उसके चीथड़े उड़ जाये | एक ये है एक नंबर की चुदक्कड़, सहाय ने इसका पुर्जा पुर्जा छोड़कर ढीला कर दिया फिर भी उन्हें चोदने को उकसा रही है | हाय हाय मै तो मर ही जाऊ ऐसे कोई चोदे तो | मै तो बिस्तर से न उठ पाऊँगी | कैसी कैसी चूत है और कैसे कैसे बुरी तरह से चुदती है | ठीक है चूत चुदने के लिए बनी है लेकिन ऐसे तो कोई रबर की बनी बेजान चूत को भी नहीं चोदता जिसमे न जान होती है , न दर्द होता है | कितनी मेहनत की होगी इस मिली ने ये स्टैमिना बनाने में | बड़ा मजा आता होगा जब इसे बेदर्दी से सुपर स्पीड से चोदता होगा | इसकी चूत तो आग की भट्ठी बन जाती होगी,  इतनी तेज ठुकाई से तो इसकी चूत की दीवारे जलने नहीं लगती होगी | उनमे आग क्यों नहीं लग जाती वे झुलस क्यों नहीं जाती | सुबह कैसा महसूस होता होगा, क्या बदन टूटता नहीं होगा | क्या इतनी तेज चुदाई से कमर में जांघो में दर्द नहीं घर कर जाता | इतना कोमल औरत का बदन, उसमे भी मख्खन की तरह नाजुक गुलाबी चूत, कैसे झेल झाती है इतना भयानक ठोकरे | पता नहीं जो ऐसे चुदती है वही जाने | मुझे क्या, मै तो ऐसे नहीं चुद सकती, कोई लाख सोना चांदी में मुझे नहला दे मै ऐसी चुदाई को कभी नहीं राजी होउंगी | काश मिली से पूछ पाती कितना दर्द होता है और कैसे बर्दास्त करती है वो | मिली जिसे हर बार अनुभव्कारती है एक बार तो कोई भी औरत उसे बर्दास्त कर ही लेगी | आखिर क्यों नहीं बर्दास्त कर सकती, जब इसी चूत से बच्चा पैदा कर अक्ती है तो औरते तो सब कर सकती | नहीं रीमा बच्चा पैदा करना लगा चीज है और इस तरह से मशीन की तरह सुपर फ़ास्ट स्पीड में चूत में लंड झेलना बिलकुल अलग | ये चुदाई सब औरते बर्दास्त नहीं कर सकती | क्यों नहीं कर सकती, आखिर मिली के पास भी वही नाजुक जिस्म है जो हर औरत के पास होता है उसके पास भी वही चूत है जो हर औरत के पास होती है | दूसरी की क्या बात करू मै ही चुद सकती हूँ इस तरह से | तीन बार चोदा था रोहित ने हचक हचक के, तब तो मुझे कुछ नहीं हुआ तो मै ऐसे भी मिली की तरह भी चुदाई कर सकती हूँ और   एक बार इस तरह से चुदने में बुराई क्या है ?

रोहित - क्या बोली एक बार इस तरह से चुदने में बुराई क्या है ????? किस तरह से चुदने में ..............|
रीमा अपने मन के अंतर्द्वंद में इस तरह खोयी की उसे कुछ होश ही नहीं रहा | अपने अन्दर दिलो दिमाग में मची उठा पटक कब उसके जुबान से शब्दों की तरह निकलने लगी उसे खुद भी नहीं पता चला |
रीमा शर्म से पानी पानी हो गयी, रोहित उसकी तरफ देखता हुआ - बोलो किस तरह से ????? मिली की तरह से |
रीमा -हाय हाय मै यहाँ ज्यादा देर और बैठी तो पता नहीं क्या हो जायेगा गजब हो जायेगा | ये सब गन्दगी मेरे दिमाग में घर करती जा रही है | मुझे यहाँ से जाना है |
रोहित - मेरे दिमाग में तो घर नहीं कर रही |
रीमा - तुमारी बात अलग है, तुम मर्द हो, बहुतो के साथ खेले खाए हो |
रोहित - तुमारी बात का मतलब है मै ज्यादा एक्सपीरियंस वाला हूँ, तो तुम्हे नहीं लगता की तुम्हे भी ज्यादा एक्सपीरियंस लेना चाहिए | 
रीमा - हाय हाय हाय मै मर न जाऊ ऐसा कुछ करने से पहले | 
रोहित - कोई नहीं मरता बस उसे अपने दिमाग के दरवाजे खोलने होते है |
रीमा - मुझे नहीं खोलने ऐसे दरवाजे जहाँ से सीधे नरक में जाकर गिरू ?
रोहित - स्वर्ग नरक कुछ नहीं होता, सब मन का वहम है, जो चीजे हमें समझ नहीं आती या तो उन्हें हम चमत्कारिक घोषित कर देते है या पाप | फिर वही अच्छे बुरे की नौटंकी |
रीमा - ये फर्जी ज्ञान अपने पास रखो मुझे न जरुरत है इसकी |
रोहित - इसी  ज्ञान की तो तुम्हे जरुरत है, तुमारे इस कोमल मन को दुनिया की सच्चाई से रूबरू कराना है, जो अपने दिमाग में तुमने दुनिया और उसके लोगो के लिए एक इमेज बना रखी है वो सच नहीं है | हर जवान इंसान की कामना होती है, कुछ की सीधी साधी समाज के ढर्रे पर चलने वाली और कुछ बहुत ही वाइल्ड सबसे अलग, एडवेंचर से भरी |
रीमा - क्या समझाना चाहते हो ?
रोहित - तुम अलग हो रीमा, तुमारी जवानी की हसीन इक्छायेअलग है, तुम बहुत सी ऐसी चीजो की कल्पना करती हो जो किसी लो भी हैरान कर दे, लेकिन सच यही है तुम सेक्स को लेकर वाइल्ड सोचती हो, किसी के अनुमानों से परे सोचती हो | इसीलिए तुम्हे ये सारे सेक्सुअल एक्ट जो यहाँ तुमने देखे तुम्हे परेशान कर रहे है |
मुझे नहीं कर रहे, मै इन सब को लेकर बिलकुल ओके हूँ | तुम जरुर परेशान हो |
रीमा - मै परेशान नहीं हूँ, ओके अब मुझे पर अपने पैतरे अजमाना बंद करो |
रोहित हँसता हुआ - अन्दर से तो लगता है जैसे तुमारा वजूद ही हिला हुआ है, आत्मविश्वास कमजोर हो गया है, कही ऐसा तो नहीं कि तुमने ये सब तरीके की चुदाई कभी सोची नहीं..............अगर सोची तो सिर्फ ये मान भर लिया कि ये सब कल्पना है और ये हकीकत हो ही नहीं सकती | 
रीमा - मैंने ऐसा कुछ नहीं इमागिन किया है |
रोहित - यही तो मैं भी कह रहा हूँ, इस सबकी वासनाओं के आगे तुम्हे अपने वासनाए बहुत छोटी लगने लगी है और ये तुमारा अहंकारी स्वाभाव कैसे हजम कर ले, जो ये कर सकती है वो तुम भला क्यों नहीं कर सकती, ये अवाज तुमारे अन्दर से बार बार निकल रही है | जब तक तुमने इन्हें देखा नहीं था तुम्हे लगता था तुमारी सेक्स और वासना की दुनिया में सब परफेक्ट है और कुछ होने को शायद ही बचा हो  लेकिन ये सब देखने के बाद तुम तो अन्दर से खाली खाली महसूस कर रही हो, तुम्हे लगने लगा है, इन सबके आगे मैंने तो कुछ किया ही नहीं अपनी जवानी की जलती वासनाओं को बुझाने के लिए | असली जवानी की प्यास तो ये सब बुझा रही है, अपने जंगली तरीके से, वहशियाना तरीके से, उन्मुक्त होकर बिलकुल आदम ज़माने की तरह |
रीमा बेहद हल्की आवाज में - मुझे डराओ मत रोहित, प्लीज ..............|
रोहित - मै डरा नहीं रहा हूँ, ये सच्चाई है और इसका सामना करो, डरपोक मत बनो पहले की तरह |
रीमा - अब तुमने मुझे सचमुच में परेशान कर दिया है, मै इतनी बड़ी गधी हूँ मुझे कुछ नहीं आता, मैंने अपनी जिंदगी में कुछ नहीं किया |
रोहित - अपने अन्दर हीनता भरने से कुछ नहीं होगा, कोई भी परफेक्ट नहीं होता | अब अपने कपिल को ही देख लो | वैसे तुमारा क्या ख्याल है कपिल के बारे में |
रीमा - ये सब देखकर तो लगता है अब किसी का भरोसा करना मुश्किल है | 
रोहित - अरे बताओ तो सही कपिल के बारे में तुमारा क्या ख्याल है, आचा बताओ इस समय वो क्या कर रहा होगा, तुमारे हिसाब से कहाँ पर होगा  |
रीमा - कपिल तो यहाँ फैमिली के साथ आया है, आज तो उसके लड़के का बर्थडे है | वो अपनी फैमिली के साथ एन्जॉय कर रहा होगा |
रोहित हँसता हुआ - तुम बहुत भोली हो रीमा, कपिल का लौंडा नशे में धुत सो रहा है, उसकी बीबी एक गिगोलो के साथ गुलछर्रे उड़ा रही है और वो खुद दो कमसिन लड़कियों की बांहों में जवानी का नाच कर रहा है |
रीमा - हाय हाय ये भी कितना गिरा हुआ आदमी निकला, मुझे पता था मेरे सामने मीठे मीठे बोलकर हमेशा मेरी छाती घूरता था | लेकिन तुम्हे ये सब कैसे पता |
रोहित फिर से हँसता हुआ - उसी के केबिन के नोड पर काम जो कर रहा हूँ  | वो ही अपनी लड़कियों को अपनी बीबी को भद्दी सी गाली देकर ये बता रहा था कि उसकी बीबी कही किसी लौड़े से चुदवा रही होगी | सच भी था कपिल की बीबी ने ही बेवफाई की शुरुआत करी थी, कपिल तो बदले की आग में ऐसा हो गया | अब तो दोनों आपस में चुदाई तक बंद कर चुके है
रीमा ताना मरती हुई - तुम्हे ये सब बड़ा पता रहता है |
रोहित हँसता हुआ - मै पता लगाता हूँ इसलिए पता रहता है |
रीमा थोड़ा सकुचाते हुए - जरा दिखाना कपिल क्या गुल खिला रहा है रंडियों के साथ, मेरे सामने तो बड़ा सीधा बनता है, जैसे उसे ये सब कुछ पता ही न हो इतना अनजान बनता है |
रोहित - अब हर कोई मर्द मेरे जैसा नहीं होता न, जोअपना दिल खोलकर मेरे जैसे किसी औरत के सामने रख दे | रीमा अन्दर ही अन्दर अभिमान से भर गयी, कि कम से कम उसका चाहने वाला उससे कुछ नहीं छिपाता |


शीशे की दीवार पर एक नया डिस्प्ले चलने लगा | एक केबिन में एक आदमी सिगरट फूंक रहा था |
तभी दो लडकियां खिलखिलाती हुई उसके केबिन में घुसती है | दोनों ने बस दो पीस ही जिस्म पर पहन रखे है , एक छोटी से ब्रा और एक छोटी सी पैंटी |
लडकियों को देखते ही कपिल सिगरट बुझा देता है, लडकियां अपनी ही अदा में अपनी अपनी कमर हिलाती हुई आपस में एक दुसरे से बेल की तरह लिपट कर एक दुसरे के ओंठो को चूमने लगती है | 
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कपिल अपनी शर्ट उतरता है | दोनों आपस में जबदस्त तरीके से स्मूच कर रही है | दोनों लड़कियां स्लिम थी और उम्र में 20 से ज्यादा की नहीं लग रही थी | कपिल भी उनके पास आ जाता है, लेकिन लड़कियां उससे छिटक कर शीशे की तरफ चली जाती है | एक लड़की दूसरे की पैंटी उतारने लगती है | और उसकी क्लीन सेव चूत और उसकी पतली सी दरार पर एक चुम्बन दे उसकी चिकनी चूत की तारीफ करती है |



कपिल बिसतर पर आ कर लुढक जाता है और उन दोनों की लडकियों के चूमा चाटी और मादक हरकते देखने लगता है | एक लड़की दूसरी लड़की की चूत पर अपने ओंठ जमा देती है और कसकर उसके चूत दाने को चूमने लगती है | दूसरी लड़की चूत दाने को कसने से उठती कामुक तरंग से कसमसाने लगती है, कामुक तरंग इतनी तेज होती है कि लड़की के पुरे शरीर को झंकृत करने लगती है | लड़की के मुहँ से सिसकारियां फूटने लगती है | तभी पीछे से आकर कपिल उस लड़की के चूतड़ थम लेता है और उसे किस करने लगता, उसकी मुहँ से निकलती मादक सिसकारियां कपिल के मुहँ में घुटने लगती है | वो बस नीचे चूत के इलाके से उठ रही कामिक तरंग को बर्दास्त करने लगती है | तभी दूसरी लड़की उससे अलग हो जाती है | कपिल दूसरी लड़की को झट से अपने आगोश में ले लेता है और जब तक लड़की अपने शरीर का संतुलन बना पाती वो कपिल की सख्त भुजाओं की कैद में होती है, कपिल झट से उसकी ब्रा खोल कर नीचे गिरा देता है और नीचे को सरकता हुआ उसकी पीठ और कमर को चूमता हुआ नीचे बढ़ जाता है | वो अपनी उंगली उस लड़की की पैंटी में फंसा नीचे को खिसकाने लगता है | उसकी लम्बी लम्बी कमर तक जाती लटे, सीने पर स्थित नरम नरम स्तन, सीधा सपाट पेट, पतली कमर ........................................दूसरी लड़की बस उसके गोरे जिस्म का आँखों से रसपान कर मादक तरीके से अपनी उंगली मुहँ में डाल चूसने लगती है | कपिल उसकी पैंटी खिसका कर घुटनों तक पंहुचा देता है | उसका सफाचट चूत तिकोना और उसमे बीचो बीच में एक पतली सी दरार | बस इतना ही दिख रहा था |  कपिल उसके गोरे गोरे दूध जैसे मुलायम मांसल चुताड़ो को चूमने चाटने लगता है | लड़की अदा से अपनी कामुकता का प्रदर्शन करने लगती है |

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इससे पहले कपिल कुछ और कर पाता, दूसरी लड़की ने अपने जिस्म के बचे रेशे उतार फेंके और दोनों लड़कियां आपस में गुथ्थम गुथ्था हो गयी | दोनों के कोमल बदन जो गरम होने लगे थे, एक दुसरे से रगड़ने लगे | दोनों ने एक दुसरे को कसकर बांहों में भर लिया और अपने अपने गुलाबी रस टपकाते मधुर ओंठो को एक दुसरे से सटा कर एक दुसरे को चूमने लगी | दो नंगी लडकियों को इस मादकता से एक दुसरे को चुमते देख कपिल का लंड पेंट के अन्दर की झटके खाने लगा | दोनों अपनी आंखे बंद किये, बेहद ही कामुक अदा से एक दुसरे को चूम रही थी, दोनों के गीले ओंठ अपनी अपनी जवानी का रसपान एक दुसरे को करा रहे थे | 
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दोनों लडकियों के उत्तेजक चुम्बन से कपिल का लंड तो मीनार की तरह सीधा होने लगा | अगर इसी तरह से इन नंगी लडकियों को चुमते देखता रहा तो उसका लंड पेंट फाड़कर बाहर निकल आएगा | अभी तो बस उन्होंने  शुरू किया है, अगर मेरी बेकाबू उत्तेजना को देखेंगी तो अच्छा मेसज नहीं जायेगा | उसने उत्तेजना बाटने को लडकियों से बातचीत शुरू कर दी | 
कपिल - अप्सरा जैसी परियो क्या नाम है तुम दोनों का |
कामुकता के सागर में डूबी लड़कियां, जो बेहद अदा से एक दुसरे के मधुर रसीले ओंठो का रसपान कर रही थी, एकदम से खिलखिला कर हंस पड़ी | कपिल को समझ नहीं आया कि वो हंसी क्यों |
एक लड़की बोली - सॉरी सर, हमें इस तरह से कोई नहीं बुलाता, इसलिए हंसी आ गयी | मेरा नाम मधुरिमा है और ये सलोनी |
कपिल - तुम दोनों हुस्न की परी हो |
मधुरिमा ने थैंक्यू किया और सलोनी को फिर चूमने लगी | कपिल ने खुद को काबू करने को ध्यान बटाना जारी रखा |
कपिल - कितनी उम्र है तुमारी, बालिग तो हो न |
सलोनी बोली - मै १९ साल की हूँ और ये 20 साल की |
कपिल - तुम दोनों ने कब ये काम स्टार्ट किया |
सलोनी - सर आप मेरे चौथे क्लाइंट है |
मधुरिमा - सर मुझे ढेढ़ साल हो गया है |
कपिल - सिर्फ रिवर लाउन्ज ही आती हो या और भी कही जाती हो |
सलोनी - सर मै अभी और कही नहीं गयी, मुझे पढ़ाई के लिए पैसे चाहिए, हर महीने में एक बार आने से मेरा सारा खर्चा निकल आता है |
मधुरिमा - सर क्लाइंट से जान पहचान बढ़ाने को मेरी ऐजेंसी ने मना किया है | वही मेरी बुकिंग करते है और जहाँ बोलते है वहां चली जाती हूँ | बुकिंग अमाउंट का तीस परसेंटेज वो रख लेते है, दस परसेंट ड्राईवर लेता है बाकि सब मुझे मिलता है |
 मधुरिमा इस काम में ज्यादा अनुभवी थी, उसने सलोनी को चुमते चुमते उसके बदन पर हाथ फिराना शुरू किया | सलोनी का कमसिन जवान बदन अभी तो पूरी तरह से खिला भी नहीं था | उसकी स्लिम बॉडी में कही भी फैट का नामोनिशान नहीं था | उसके छोटे छोटे स्तन जो अभी पूरी तरह से अपने आकार में नहीं आये थे उनके उपर कच्ची कली की तरह निप्पल मौजूद थे , उसकी चूत के ओंठो की कसावट बता रही थी की उसकी चूत तो अभी ठीक से खुलना भी बाकि है | शायद कोई मोटा लंड अभी ठीक से गया नहीं अन्दर तक | उसके रसीले गुलाबी ओंठो से तो जैसे शहद टपकता हो | मधुरिमा को सलोनी के कमसिन बदन को सहलाने में बड़ा मजा आ रहा था | उसकी हथेली और नाजुक उंगलियाँ  सलोनी की  छाती को मसलते , सपाट पेट को सहलाते हुए उसकी कमर के नीचे चूत तिकोने पर पंहुच गयी | मधुरिमा ने उसके चूत दाने और गुलाबी कसे ओंठो पर अपनी उंगलियो का जादू चलाना शुरू कर दिया |
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मधुरिमा ने सलोनी के चूत दाने को रगड़ना शुरू कर दिया और उसके मुहँ में जीभ डाल उसे कसकर चूमने लगी | ये सब देखकर  कपिल के तो होश उड़ने लगे | मधुरिमा का अनुभव साफ दिख रहा था, वो लयबद्ध तरीके से अपने कमसिन जिस्म को लहराकर ना केवल सलोनी के जिस्म से रगड़ रही थी बल्कि उसको कसकर चूम रही थी और उसकी उंगलियाँ उसके चूत दाने पर फिसल फिसल कर उसके जिस्म में वासना की चिंगारी जगा रही थी, जो आगे चलकर जरा सी हवा पाने पर भयंकर आग में बदल सकती थी | सलोनी को तो अपनी सिकरियां लेने तक का मौका नहीं मिल रहा था वो सिसकारियां मधुरिमा के ओंठो की सख्त  जकड़न से उसी के मुहँ में घुट जा रही थी | ये सब देखकर कपिल का लंड पूरी तरह से उसकी पेंट में ही तन गया | वो पेंट के ऊपर से ही अपने लंड को हलके हाथो से सहला रहा था | मधुरिमा और सलोनी की सांसे भाप बनकर एक दुसरे के नथुनों से निकल रही थी और एक दुसरे के चेहरे को तपा रही थी | ये सब देखकर कपिल से रहा नहीं गया, वो उन दोनों लडकियों के पास आ गया - आग लगा दी तुमने इस बदन में इन वासना की अदाओं से | अब रहा नहीं जा रहा |
मधुरिमा - बड़े बेसब्र हो रहे है सर डिस्क्रिप्शन में लिखकर बेजा था, लॉन्ग टर्म एंजोयमेंट और फक्किंग |
कपिल - हाँ भेजा था लेकिन हमें क्या पता था इतनी कमसिन कुवारी जवान गरम गरम हसिनाये बेज देगें |
दोनों ही खिलखिलाकर हंस पड़ी |
कपिल क्या हंसती हो तुम दोनों, जैसे चंपा चमेली के फूल मधुर संगीत से साथ झर रहे हो |
दोनों के खिलखिलाहट जारी रहती है | तभी कपिल अपनी पेंट की जिप खोलता है और उसमे मीनार बना हुआ बाहर निकालता है |
दोनों एक दुसरे को हवस भरी आदाओ से देखती है | और एक साथ मिलकर एक एक बांह पकड़कर कपिल को नीचे बेड पर गिरा देती है | मधुरिमा उसके पैरो में जाकर उसकी पेंट नीचे को खिचने लगती है | सलोनी ऊपर से कमर से पेंट उतारने में उसकी मदद  करती है | फिर दोनों लड़कियां कपिल की कमर के पास आकर बैठ जाती है | मधुरिमा उसके तेज खून के दौरान के कारन तने हुए कांपते गरम मुसल लंड को अपनी मुट्ठी में भरने की कोशिश करती है |
मधुरिमा - ऊऊऊऊऊह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ये तो भट्ठी की तरह तप रहा है सर, मेरे तो नाजुक हाथ जल जायेगें इसकी गरमी से  |
कपिल - इसमें तुमने, तुम दोनों में मिलकर आग लगा दी है अब ये बुरी तरह जल रहा है, अब इस आग को तुम्ही बुझा सकती हो, इसकी तड़प को तुम दोनों ही मिटा सकती हो |
मधुरिमा - आग लगी है तो फायर ब्रिग्रेड वालो को बुलाते, हम तो दो नादान लड़कियां है, हम क्या जाने कैसे आग बुझती है |
कपिल - इसकी आग नादान कमसिन जवान लड़कियां ही मिटा सकती है, देखो कैसे हवस की आग में जल रह है तप रहा है, इस पर बारिश की कुछ फुहारे डालो ताकि इसे कुछ आराम मिले | पेंट में मीनार बने बने अकडन आ गयी है, तोड़ी गीली फुहारों के साथ मालिश कर दोगी तो उसे आराम मिल जायेगा | देखो कैसे तड़प तड़प के कांप रहा है |
सलोनी - सर ओंठो से मालिश करू या हाथो से |
कपिल - ओंठो से भी करना, ऊपर के भी और नीचे के भी, अभी थोड़ा लोलीपॉप बना दो |
सलोनी और मधुरिमा ने एक दुसरे की वासना भरी आँखों में देखा और हल्का सा मुस्कुराई | मधुरिमा ने कपिल के कांपते लंड को जड़ से थाम छत की तरफ को सीधा किया, उसके लंड तो चार पांच बार मुथियाया और दोनों ने अपनी अपनी रसीली जीभ बाहर निकाल उसके लंड पर फिरानी शुरू कर दी | सलोनी उसके गरम फूले लाल सुपाडे पर अपनी गुलाबी गीली रसीली नम जीभ फिराने लगी, जबकि उसके उलट मधुरिमा उसके लंड की निचले भाग को अपनी जीभ से सहलाने लगी | आआआह्ह्ह्ह दोनों की गीली जीभ का कपिल के गरम मीनार बने हुए तपते लंड  सुखद नरम स्पर्श................कपिल तो जैसे जन्नत की सैर करने लगा | दोनों बड़ी ही नजाकत नफासत के साथ बहुत ही आइस्ते आइस्ते उसके लंड को अपनी गीली जीभो से सहला रही थी | ये कपिल की उत्तेजना और ज्यादा बढ़ा रहा था | आनंद से सरोबार हो उसने अपनी आँखे बंद कर ली | दोनों एक दुसरे की आँखों में आंखे डाले, कामुक तरीके से उसके गरम मीनार की तने लंड पर अपनी रसीली जीभ का नरम स्पर्श से कपिल को स्वर्ग की सैर कराती रही | कपिल वासना की उत्तेजना के भंवर में गोते लगाने लगा | 


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मधुरिमा ने फिर सलोनी की आँखों में झाँका और कपिल के लंड की जड़ में अपनी हथेली की गिरफ्त सख्त कर दी | सलोनी ने अपने रसीले गुलाबी ओंठो को फैलाकर उसके सख्त लंड के गरम सुपाडे को अपने मुहँ में ले लिया, और अन्दर ही उसके चारो तरफ अपनी गीली जीभ घुमाने लगी | 
कपिल इस वासनात्मक हरकत से कामुकता से तड़प कर रह गया - आआआआआआआह्हह्हह्हह बेबी आआअह्ह्ह्ह, इट फील्स सो गुड ...........................|
मधुरिमा - गुड गर्ल, डू इट अगेन  |
सलोनी ने फिर से उसके लंड के सुपाडे पर फिर से जीभ फिराई और बाहर निकाल अपने गीले ओंठो का चुम्बन दिया | मधुरिमा उसके लंड के नीचे के संवेदनशील  हिस्से पर अपनी खुरदुरी जुबान फिराने लगी | सलोनी ने कपिल के लंड के सुपाडे को फिर से मुहँ में भरा और टॉफी की तरह चूसने लगी | मधुरिमा उसके लंड को चाटते चाटते हाथ में भरकर कसकर मुठीयाने लगी | सलोनी उसके लंड का सुपाडा मुहँ में भरे हुए थी, मधुरिमा उसके लंड को चाट और मुठिया दोनों रही थी | ये हरकते कपिल के जिस्म की वासना की आग को और ज्यादा भड़का रही थी | अब तक उसके जिस्म में चिंगारी बनकर तैर रही हवस, अब आग में बदलने लगी थी और उसके जिस्म को जलाने लगी थी | कपिल की आहे बता रही थी दोनों लडकियों उसके लंड को बहुत ही कामुक तरीके से चूस चाट और मसल रही है | कपिल भी बस उसी वासना में डूबा हुआ तैर रहा है | उसके बदन की नमी बता रही थी उसका जिस्म पसीने पसीने हो चला है | मधुरिमा ने अपनी जीभ नीचे ले जाते हुए उसकी गोटियो पर अपनी जीभ फिराने लगी, जबकि सलोनी अब उसके लंड को सुपाडे सहित उअर ज्यादा अन्दर लेकर चूसने लगी थी | मधुरिमा उसके लंड पर बराबर स्ट्रोक लगा रही थी और अपनी जीभ से उसकी बड़ी बड़ी गोलियों से अठखेलियाँ कर रही थी | ये एक जादुई एक्सपीरियंस था, जब दो नाजुक बदन कमसिन हसीनाए तुमारे बदन की आग बुझाने को तन मन से जुटी है और तुम बस उनके नाजुक गोरे बदन की कामुक अठखेलियाँ देखकर हवस की आग में जलकर कराह रहे हो | मधुरिमा फिर से कपिल के लंड के पास आ गयी और उसने सलोनी की आँखों में देखा, जो कपिल के मोटा लंड अपने मुहँ में भरकर उसके सुपाडे को चूस चूस कर गीला कर रही थी | मधुरिमा का इशारा समझ उसने कपिल का लंड मुहँ से बाहर निकाल दिया, कपिल का लंड सलोनी की लार से पूरी तरह नहा गया था | सलोनी ने आगे बढ़कर मधुरिमा को डीप किस किया और उसके गरम बदन पर उत्तेजना के कारन तनकर सख्त हो चुके सुडौल स्तनों को मसलने लगी | मधुरिमा ने भी सलोनी के निप्पलो को मसल दिया, सलोनी चिंहुक उठी, दोनों की आँखों में कुछ इशारे हुए और दोनों ने कपिल को सीधा कर दिया | लंड के एक छोर से सलोनी ने और एक छोर से मधुरिमा ने अपने रस टपकाते गुलाबी ओंठो को गरम लंड पर सटा | कपिल कुछ समझ पाता इससे पहले ही दोनों जड़ से लेकर सुपाडे तक आगे पीछे अपने ओंठो को रगड़ने लगी | 


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दो कमसिन जवान नाजुक कलियों के मधुर रस से भरे गुलाबी ओंठो के बीच में उसका तपता गरम लंड फिसल रहा था | आआअह्ह्ह्ह कपिल तो जैसे स्वर्ग पहुँच गया | दोनों ही अपने ओंठो को कपिल के गरम लंड पर बड़ी ही लयदार तरीके से फिसला रही थी | दोनों के नाजुक ओंठो का गीला नरम स्पर्श कपिल को मीनार की तरह अपने लंड पर बड़ा सुखद लग रह था | वो वासना के भंवर में और गहरे से डूबने लगा | उसके जिस्म की उत्तेजना और बढ़ गयी वो हवस की आग में और ज्यादा जलने लगा | उसके ओंठो पर फिसलते ओंठो के साथ साथ दोनों एक दुसरे की चुचियो को मसल रही थी | दोनों की गरम सांसे भाप की तरह कपिल के लंड पर लग रही थी | बीच बीच में वो एक दुसरे को चूमकर उनके रसीले ओंठो का रस पीने लगती |

काफी देर तक दोनों कपिल के लंड पर अपने रसीले ओंठो का रस बरसाती रही, फिर कपिल  को बिस्तर पर फिर से लुढ़का दिया | मधुरिमा ने कपिल का लंड जड़ से हाथ में थामा और अपने मुहँ को चौड़ा कर उसमे सुपाडे सहित उसका लंड घुसेड़ कर उसे कसकर चूसने लगी | 
कपिल फिर से कराह उठा - आआआआआआआआआआअह्हह्हह्हह |
सलोनी गौर से मधुरिमा का बंद ओंठो की सख्त जकड़न में कपिल के लंड का चुसना देख रही थी | मधुरिमा के ओंठ कपिल के गरम लंड की कसकर रगड़ रह रहे थे | मधुरिमा ने अपने मुहँ से मोटा लंड बाहर निकाला और सलोनी के मुहँ की तरफ करके - सक इट लाइक आई सक |
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उसने सलोनो को बताया पहले लंड को जड़ से एक हाथ से थामे, सलोनी ने गोलिओ सहित कपिल के लंड को अपनी मुट्ठी में थाम लिया | फिर मीनार की तरह तने हुए लंड के लिए के सुपाडे पर अपने गुलाबी रसीले ओंठ रख दिए  | सर को जोर से नीचे को ठेला और उसके नरम रसीले ओंठो को फैलाता कपिल का  हवस की आग में जलाता मोटा लंड सुपाडे सहित सलोनी के मुहँ में सामने लगा |
मधुरिमा बोली - ओंठ कसकर चिपकाये रख, तभी लंड कसकर रगड़ खायेगा |
सलोनी ने बिल्कुल वैसा ही किया | उसके ओंठ सख्ती से कपिल के लंड को जकडे हुए थे और वो सर ऊपर नीचे करके कसकर पूरा दम लगाकर कपिल के लंड को चुस रही थी, उसने जड़ से कपिल के लंड को थम रखा था | उसका गीला सुपाडा सलोनी के नरम मुहँ में गीली जीभ पर रपट रहा था | सलोनी बार बार उसकी गोलियों को भीचने लगती |  सलोनी अपने नाजुक ओंठो से कपिल का लंड बुरी तरह चूस रही थी और उसी तरह से उसकी गोलियों को अपने हाथ से मथ रही थी  | कसकर लंड के सलोनी के नाजुक ओंठो से मसले जाने से  कपिल की उत्तेजना बेकाबू होने लगी | वैसे भी उसका लंड पहले से ही उत्तेजना से कुछ ज्यादा ही भरा हुआ था | वो सलोनी के गरम मुहँ के नरम स्पर्श की जादुई चुसाई बर्दास्त नहीं कर पाया और उसके सब्र का बांध टूट गया | उसकी गोलियों  से गरम सफ़ेद लंड रस निकलने लगा | उसकी कराहे अनुभवी मधुरिमा ताड़ गयी, उसने सलोनी के मुहँ से लंड बाहर खीच लिया और दोनों उसके सुपाडे से मुहँ टिकाकर अपनी गीली गुलाबी जुबान उसके सुपाडे पर फिसलाने लगी | दोनों के गीली खुरदुरी जुबान का सहलाना था की कपिल के लंड से पिचकारी छुटने लगी | उसके गोलिओ में भरा रस सुपाडे के छेद से रिसने लगा | दोनों उसके गरम सफ़ेद लावे की अपनी जीभ से चाटने लगी | कपिल आह आह करके झड़ने लगा | उसके लंड से गिर रही सफ़ेद रस की धार उसी के पेट के निचले हिस्से को गीला करने लगी | पांच सात पिचकारियो के साथ कपिल ने अपनी हवस की आग की पहली क़िस्त पूरी कर दी थी | कपिल के लंड से पिचकारियाँ निकली बंद हो गयी लेकिन सलोनी और मधुरिमा ने उसके लंड रस से सने गरम लंड को चाटना बंद नहीं किया |  वो कामुक अदा से उसके लंड को बदस्तूर चाटती रही | फिर मधुरिमा उठकर कपिल के सीने के पास आगई और अपनी लांघे कपिल की छाती के दोनों ओर करके उसके लंड पर झुक गयी | सामने से सलोनी अभी भी उसके लंड पर लगी मलाई को चाट रही थी | मधुरिमा ने उसके नाभि के नीचे पड़ी कपिल के लंड की सफ़ेद मलाई चाटनी शुरू कर दी |


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RE: रीमा की दबी वासना - by vijayveg - 23-05-2019, 11:39 PM



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