Thread Rating:
  • 1 Vote(s) - 5 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery सर्दी में जंगल में
#3
हम रास्ता भटक गए और कुछ समझ में नहीं आ रहा था.
मोबाइल में नेटवर्क नहीं था.

हम लोग दो घंटे से भटक रहे थे.
भाबी थक गईं और बोलीं- कहीं पर बैठ जाते हैं और फिर सोचते हैं.

ठंड बहुत ज्यादा थी. हम दोनों ने नॉर्मल कपड़े पहने हुए थे.

उतने में भाबी को सामने एक खाली खंडहर दिखा.
हम दोनों डरते डरते वहां पर गए.

अन्दर खाली कमरे थे.
हमने सोचा कि यहीं पर कुछ देर रुकते हैं.

मैं दूसरे रूम में गया, तभी भाबी के चिल्लाने की आवाज़ आई. मैंने देखा तो भाबी वहां पर टंकी जैसा कुछ था, उसमें गिर गयी थीं.

मैं पानी के अन्दर गया और उनको निकाला. हम दोनों भीग गए थे. एक तो पहले से ही ठंड बहुत लग रही थी और अब पानी से भीगने से और ज्यादा सर्दी लगने लगी थी.

फिर मुझे वहां पर कुछ सूखी घास दिखी.

हम दोनों ठंड के मारे कंप रहे थे. तभी भाबी ने जो कहा, वो सुनकर मैं हैरान हो गया.
भाबी ने कहा- हम दोनों को गीले कपड़े उतार कर बैठना पड़ेगा, नहीं तो हम ऐसे ही मर जाएंगे.

मैंने उनकी तरफ देखा, तो भाबी ने कहा- हम डॉक्टर हैं यार, थोड़ा दिमाग़ से सोचो.

फिर अंधेरे में हम दोनों ने अपने अपने गीले कपड़े उतार दिए और एक दूसरे की तरफ पीठ करके बैठ गए. लेकिन कब तक ऐसे ही रहते. ठंड तो अभी भी थी.

हम दोनों लोग घास बिछा कर उसी पर सो गए. थोड़ी सी घास मैंने हम दोनों के ऊपर से डाल ली.

भाबी का स्पर्श बराबर मिल रहा था, जिससे मेरा लंड खड़ा हो चुका था.

हमारा शरीर एक दूसरे को टच हो रहा था. भाबी थोड़ा पीछे हो गईं. मेरे शरीर की गर्मी की वजह से उनकी सर्दी कम हो गयी.
भाबी ने मुझसे कहा- कोई दूसरा ऑप्शन नहीं है. एक दूसरे को लिपट कर सोना पड़ेगा.

अब मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ. मैंने उनकी उनकी गोल और नर्म गांड को अपने हाथों से दबाना शुरू कर दिया.
उनकी गांड काफी बड़ी थी और एकदम मक्खन की तरह थी.

उनकी गांड के दोनों फलकों को हाथों से दबाने और मसलने में काफी ज्यादा मजा आ रहा था.

धीरे धीरे भाबी भी जोश में आने लगी थीं- आ हूँ दबाओ ज़ोर से … कुछ तो करो यार बड़ी सर्दी लग रही है.
ऐसा बोल कर वो अपने दूध मेरे सीने से रगड़ने लगी थीं.

दो मिनट के बाद भाबी बोलने लगीं- यार, ये सही नहीं है.
मगर अब तक मेरा लंड पूरा खड़ा हो चुका था.

मैंने भाबी को समझाया- हमें ये करना ही होगा भाबी, वरना हम दोनों इस जाड़े से मर जाएंगे.
भाबी ने मुझसे प्रॉमिस लिया कि ये एक ही बार होगा और किसी को पता नहीं चलना चाहिए.

मैंने भाबी को प्रॉमिस किया और किस करना शुरू कर दिया.

मैं पीछे से उनकी गांड और चूचों पर हाथ फेर रहा था और मस्ती से दबा रहा था.
सच में कितनी मुलायम और नर्म चूचियां थीं. मुझे बहुत ज्यादा मजा आ रहा था.

भाबी भी इतने में काफी गर्म हो गयी थी उनके मुँह से ‘आह … आह …’ की कामुक आवाज निकल रही थी.

कुछ देर बाद भाबी ने मुझसे कहा- मुझे आज अपनी चूत चटवानी है. सागर ने कभी ऐसा नहीं किया है. प्लीज़ चाटो ना!
मैं नीचे आ गया.

मैं 69 पोजीशन में आकर भाबी की चूत के पास पहुंच गया और उनकी चूत जीभ से चाटने लगा.

भाबी को मैं पूरा मजा दे रहा था. मेरी पूरी जीभ चूत के अन्दर थी.
मैं भाबी की चूत में पूरी जीभ डालकर आइसक्रीम की तरह चूत चाट रहा था.
भाबी की चूत का खट्टा पानी मुझे बड़ा मस्त लग रहा था.

फिर भाबी ने मेरा लंड हाथ में ले लिया. वो अपने हाथ से मेरे लंड को हिलाने लगीं.

अब मेरी भी आहें निकलने लगीं. मेरी हालत खराब हो रही थी.

तभी भाबी ने मेरा लंड मुँह में लिया और चूसने लगीं.
उन्होंने मेरे लंड को अपने मुँह में गले तक ले लिया और बड़ी मस्ती से अन्दर बाहर किए जा रही थीं.
इधर मेरी जीभ उनकी चूत के साथ साथ झांटों के बाल भी खींच रही थी.

इससे उनकी आंह आंह उन्ह उन्ह निकल रही थी.
मैंने पूछा- भाबी, लंड चूसने में मजा आ रहा है?

भाबी ने कहा- हां यार, मुझे लंड चूसना बहुत पसंद है. लेकिन सागर कभी लंड चुसवाता ही नहीं है और न ही मेरी चूत चाटता है.

मैंने कहा- भाबी, मेरा माल निकल सकता है.
वो बोलीं- परवाह मत करो यार … तुम मेरे मुँह में ही वीर्य निकाल दो. मुझे तुम्हारे लंड के माल को पीना है.

भाबी ने मेरे लौड़े को चूस चूस कर और बड़ा कर दिया था और कह रही थीं- यार, बड़ा मस्त लंड है तुम्हारा. मुझे बड़ा ही पसंद आया है.

मैं भी काफ़ी जोश में आ गया था. मैं भाबी का सर दबा रहा था और लंड पूरा अन्दर तक जा रहा था.

भाबी हाथों से मुठ मार मार कर चूस रही थीं और मेरे टट्टे सहला रही थीं.

मेरा लौड़ा एकदम गर्म हो गया था और कुछ ही पलों में मैंने सारा माल निकाल दिया. मेरे लंड का रस भाबी के मुँह में गिर गया.

भाबी ने मेरा सारा माल पी लिया और लंड चाट कर सारा माल साफ कर दिया.

कुछ देर बाद भाबी गर्मा गई और बदहवास होती हुई बोलीं- अब तुम मुझे अपने लंड से चोदो. बस माल अन्दर मत गिराना. मुझे आज तुम हर स्टाइल में चोदो, अब मुझसे रहा नहीं जाता, जल्दी करो चोद दो मुझे. चोदो मेरी चूत फाड़ कर रख दो.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
[+] 1 user Likes neerathemall's post
Like Reply


Messages In This Thread
RE: सर्दी में जंगल में - by neerathemall - 14-06-2022, 06:21 PM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)