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Adultery सर्दी में जंगल में
#2
एक 28 साल का युवक हूँ और मेरे लंड की साइज़ भी इतनी मस्त है कि ये किसी भी लड़की या भाबी को चुदाई का पूरा मज़ा दे सके.

हालांकि मुझे लड़कियों से भाबियों की चुदाई करना ज्यादा पसंद है.
मैं अपनी कहानी पर आने से पहले ही कह दूँ कि कोई भी पाठक मुझसे किसी भाबी का नंबर या आइडी ना मांगे.
किसी भी लड़की या भाबी के लिए उसकी प्राइवेसी और गोपनीयता बनाए रखना बहुत ज़रूरी होता है.
इसलिए ये देखते हुए मैंने कहानी में नाम बदल दिए हैं.
इस घटना में मैंने कोई गद्दारी नहीं की. जो भी हुआ, मर्ज़ी से एक बार ही हुआ.

यह कहानी मेरे दोस्त की वाइफ की चुदाई की है.
हम तीनों साथ में ही काम करते हैं.

पहले मैं आपको दोस्त की वाइफ के बारे में बता देता हूँ.
वो एकदम सिंपल लड़की है. उसका फिगर बड़ा ही खास है. उसका पिछवाड़ा देखकर बड़े बड़े चुदक्कड़ों के लंड खड़े हो जाते थे.
उसकी गांड में ऐसा जादू था कि मरीज सिर्फ़ उसकी गांड देखने के लिए बार बार आते थे.

वो साड़ी पहनती थी. उसकी आंखें भूरी और गाल एकदम गुलाबी थे. उसके बूब्स और गांड भी मस्त बाहर निकलती हुई थी.

हम लोगों को एक मेडिकल कैंप के लिए नासिक जाना था.
हम लोग लगभग पन्द्रह लोग थे.

पल्लवी भाबी और मेरा दोस्त सागर भी साथ में थे.
सागर, मैं और भाबी हमेशा साथ में घूमते थे, ड्रिंक करते थे.

मैं उनके घर पर बहुत बार रहा हूँ.

जब हम लोग नासिक आए तो वहां पर हमें जंगल में रहना था.
मतलब टेंट लगा दिए थे, पर दोनों तरफ़ से कोई भी झांक सकता था.
जहां हम गए थे, वहां पर ज्यादातर ग्रामीण लोग ही रहते थे.

दो दिन के बाद सागर के पैर में मोच आने के कारण सागर वापिस आ गया.
उसने कैंप और भाबी की ज़िम्मेदारी मुझे सौंप दी.

सागर के जाने के बाद पल्लवी भाबी ने मुझे बुलाया और कहा कि आज रात को ही अपना कल का प्लान डिसकस कर लेते है.

हमारा काम होने के बाद मैं फ्रेश होकर उनके टेंट में गया.
भाबी अन्दर कपड़े चेंज कर रही थीं. एक पर्दा पड़ा था लेकिन मुझे सब दिख रहा था.

भाबी ने ब्लाउज और ब्रा निकली और टी-शर्ट पहन ली.
उन्होंने नीचे कुछ नहीं पहना था. भाबी ने अपनी पैंटी भी निकाल दी, सिर्फ़ नाइट पैंट पहन ली.

उनके बूब्स और गांड को देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया.
मेरा मन किया कि अभी जाकर उनकी गांड में लंड पेल दूँ और भाबी को घोड़ी बनाकर शॉट लगाने लगूं, बाद में अपना लंड उनके मुँह में डाल दूँ.

मैंने आवाज़ दी तो पल्लवी भाबी ने अन्दर आने को कहा.
मैं पहले से ही अन्दर था. मैं आ गया तो भाबी को देखता रहा.

भाबी बहुत हॉट माल लग रही थीं.

मैंने ऊपर से नीचे तक भाबी को घूरना शुरू कर दिया. पल्लवी भाबी के कपड़े बहुत टाइट थे, उनके चूचे और चूत का आकार एकदम साफ़ झलक रहा था.

वो मुझसे बात कर रही थीं और मेरी नज़रें उनकी फूली हुई गांड पर थी.
ऐसा पहली बार हुआ था, जब मैंने भाबी के बारे में ग़लत सोचा था.

तभी बाकी लोग आ गए.
हम सब लोगों ने कल का प्लान डिसकस किया.

सभी को सोने की जल्दी थी, बहुत सारी नर्स गांड मरवाने को बेकरार थीं और उन सबने अपना अपना लंड को सिलेक्ट कर लिया था.

थोड़ी देर बाद सब लोग निकल गए, भाबी ने मुझे रुकने को कहा.

भाबी ने कहा कि हमने जिन गामीणों को दवाई दी है. उन लोगों ने उनका पारंपरिक डांस देखने को बुलाया है. बाकी सब नहीं आ रहे हैं. हम लोगों को उधर जरूर जाना चाहिए.
हम लोग उनके यहां जाने के लिए निकल गए. वो लोग पहाड़ों के बीच अपनी कुछ पूजा आदि कर रहे थे.

कुछ देर बाद उनका डांस शुरू हुआ.
बहुत मज़ा आ रहा था.
उन लोगों ने हमें भी नचाया.

फिर बाद में एक बंदे ने मुझे एक ग्लास लाकर दिया जिसमें कुछ पीने का शर्बत जैसा था.

उसे पीने के बाद पता चला वो शराब जैसा कुछ था.
वो लोग बहुत सिंपल थे और उनके यहाँ उस शरबत की बड़ी मान्यता थी.

मैंने और भाबी ने शर्बत पिया और मज़ा लेते रहे.

वो लोग हमें मियां बीवी समझ रहे थे.
उनके डांस के दौरान हम दोनों भी डांस कर रहे थे.
भाबी मेरे आगे नाच रही थीं. मेरा लंड भाबी की मक्खन जैसी गांड में घुस रहा था, पर हम लोग नशे में थे.

काफी देर की मस्ती के बाद उनको बोलकर हम दोनों वहां से अपने टेंट आने के लिए निकल आए.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: सर्दी में जंगल में - by neerathemall - 14-06-2022, 06:21 PM



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