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Adultery कामवासना की तृप्ति
#24
ज्ञान अभी भी मेरी चूत को रौंद रहे थे. फिर उनके धक्के इतने तेज हो गये कि चूत में लंड का प्रेशर बर्दाश्त के बाहर हो गया. उनके दमदार लंड से चुद कर चूत का बैंड बज गया. फिर एकाएक उनकी स्पीड धीमी हो गयी और उनके लंड ने मेरी चूत को अपने गर्म गर्म माल से भर दिया.

कुछ देर थक कर हम सोफे पर पड़े रहे. उसके बाद मिशनरी पोज में चुदाई का मजा भी हमने लिया. ज्ञान का लंड लेकर वाकई मेरी बरसों की प्यास बुझ गयी थी. ज्ञान को भी मेरी चूत चोद कर पूरी संतुष्टि मिली.
उसके बाद मैंने कई बार पति की गैरमौजूदगी में उनसे अपनी चूत की सर्विस करवाई
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: कामवासना की तृप्ति - by neerathemall - 14-06-2022, 12:18 PM



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