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Adultery कामवासना की तृप्ति
#21
मैंने भी उनके अंडरवियर के ऊपर से उनके लंड को सहलाना जारी रखा. इसी बीच मैंने उनकी टीशर्ट निकलवा दी. उनकी बनियान निकलवा कर उनकी गर्दन को चूमने लगी. कभी होंठों पर चूमती तो कभी गालों पर. मेरी वासना बहुत दिनों से ऐसे ही किसी मर्द के लिए मचल रही थी.

ज्ञान को मैंने नीचे लिटा लिया और उनकी पैंट को खोल कर नीचे खींच दिया. उनके अंडरवियर में उनका मोटा सा लंड एकदम अकड़ा हुआ था. बिना वक्त गंवाए मैंने अंडरवियर को नीचे कर दिया और उसके लम्बे मोटे लंड को मुंह में भर कर चूसने लगी. आह्ह … बहुत दिनों के बाद ऐसा रसीला लंड चूसने का मौका मिला था.
उसके लंड से जो रस निकल रहा था ऐसा स्वाद मैंने इससे पहले कभी नहीं लिया था. मेरे पति का लंड तो उनके लंड के सामने कुछ भी नहीं था. मैं जोर जोर से लंड को चूसने लगी. मगर तभी ज्ञान ने 69 की पोजीशन ले ली और उनका मुंह मेरी चूत पर जा लगा.
मेरी चूत में उनकी जीभ गयी तो मैं और तेजी से लंड को चूसने लगी. ज्ञान भी मेरी चूत का रस अपने मुंह में खींचने लगे. पांच मिनट तक दोनों ने एक दूसरे के यौनांगों को खूब चूसा और चाटा.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: कामवासना की तृप्ति - by neerathemall - 14-06-2022, 12:16 PM



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