13-06-2022, 06:01 PM
वो अब कामुक सिसकारियां लेने लगी- आह उह हहह नीरज आह हहाह उह हहह नीरज और तेज करो नीरज. मजा आ रहा है.
मैं अपनी बहन की चुदाई करता गया और वो ऐसे ही बोलती हुई झड़ गयी.
पर मैं अभी बाकी था, मैं अपना लंड आगे पीछे करने लगा.
वो बोली- मुझे पता था कि तू मुझे चोदने की फिराक में है … आहह आह साले इसी लिए तू मुझे नहाते हुए देखता था. उहम्म आहह … आराम से कर भैनचोद, मैं कहीं भाग नहीं रही हूँ.
मैंने पूछा- दी आपको और क्या क्या मालूम था?
वो लंड का मजा लेती हुई बोली- तू रात को भी मेरे मम्मे दबाया करता था. मेरी गांड में अपना लंड घिसता था.
मैंने जब ये सुना तो मैं समझ गया कि मेरी बहन की चूत में काफी पहले से ही आग लगी थी और ये खुद ही मेरे लंड से चुदने मचल रही थी.
अब मैं उसको और जोर जोर से चोदने लगा.
वो बोल रही थी- आहह हह उमम हम्मम ओहह आह … आराम से आह नीरज मेरे भाई आह चोद दे अपनी बहन की चूत को … आह साले कितना अन्दर तक पेल रहा है तू!
ऐसा कहती हुई मेरी बहन फिर से झड़ गयी.
मैं अभी भी धक्के लगा रहा था.
कुछ डर बाद मैं भी झड़ने वाला हो गया था, मैंने उससे कहा- मेरा होने वाला है, रस कहां लोगी दीदी?
उसने कहा- अपनी बहन की चूत के अन्दर ही छोड़ दे.
कुछ देर तक बहन की चूत रगड़ने के बाद मैं उसकी चूत के अन्दर ही झड़ गया.
मेरी बहन भी कामुक सिसकारियां लेती हुई झड़ गई और हंसने लगी.
मैंने कहा- आप खुश हो न!
बहन बोली- हां बहुत खुश हूँ.
मैंने कहा- तो दीदी इस ख़ुशी का मुझे इनाम भी मिलना चाहिए.
बहन बोली- अब क्या चाहिए?
मैंने कहा- मुझे अपना लंड चुसवाना है.
हॉट बहन हंस दी और बोली- ला मेरे मुँह में लंड दे दे.
मैं अपनी बहन की चुदाई करता गया और वो ऐसे ही बोलती हुई झड़ गयी.
पर मैं अभी बाकी था, मैं अपना लंड आगे पीछे करने लगा.
वो बोली- मुझे पता था कि तू मुझे चोदने की फिराक में है … आहह आह साले इसी लिए तू मुझे नहाते हुए देखता था. उहम्म आहह … आराम से कर भैनचोद, मैं कहीं भाग नहीं रही हूँ.
मैंने पूछा- दी आपको और क्या क्या मालूम था?
वो लंड का मजा लेती हुई बोली- तू रात को भी मेरे मम्मे दबाया करता था. मेरी गांड में अपना लंड घिसता था.
मैंने जब ये सुना तो मैं समझ गया कि मेरी बहन की चूत में काफी पहले से ही आग लगी थी और ये खुद ही मेरे लंड से चुदने मचल रही थी.
अब मैं उसको और जोर जोर से चोदने लगा.
वो बोल रही थी- आहह हह उमम हम्मम ओहह आह … आराम से आह नीरज मेरे भाई आह चोद दे अपनी बहन की चूत को … आह साले कितना अन्दर तक पेल रहा है तू!
ऐसा कहती हुई मेरी बहन फिर से झड़ गयी.
मैं अभी भी धक्के लगा रहा था.
कुछ डर बाद मैं भी झड़ने वाला हो गया था, मैंने उससे कहा- मेरा होने वाला है, रस कहां लोगी दीदी?
उसने कहा- अपनी बहन की चूत के अन्दर ही छोड़ दे.
कुछ देर तक बहन की चूत रगड़ने के बाद मैं उसकी चूत के अन्दर ही झड़ गया.
मेरी बहन भी कामुक सिसकारियां लेती हुई झड़ गई और हंसने लगी.
मैंने कहा- आप खुश हो न!
बहन बोली- हां बहुत खुश हूँ.
मैंने कहा- तो दीदी इस ख़ुशी का मुझे इनाम भी मिलना चाहिए.
बहन बोली- अब क्या चाहिए?
मैंने कहा- मुझे अपना लंड चुसवाना है.
हॉट बहन हंस दी और बोली- ला मेरे मुँह में लंड दे दे.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.