13-06-2022, 05:57 PM
चाहता तो था कि वो किसी तरह रुक जाए, लेकिन में कुछ ना कह सका और वो भी मन ही मन यही चाहती थी, लेकिन अब हम दोनों अपनी मर्जी से कुछ भी नहीं कर सकते थे और फिर वो अपने भाई के साथ चली गई और इस तरह से मेरी यह कहानी उसके चले जाने के बाद यहीं पर खत्म हो गई,
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
