13-06-2022, 05:56 PM
में अपने कमरे में चला गया और थोड़ी देर के बाद वो मेरे कमरे में आ गई, तब मैंने उससे अपनी बहन के बारे में पूछा कि वो क्या कर रही है? तो वो कहने लगी कि वो अब अपने कमरे के जाकर सो चुकी थी और मेरी माँ तो पहले से ही सोई हुई थी और अब हम दोनों ने इधर उधर की बातें करना शुरू कर दिया था और फिर मैंने उससे पूछा कि जो कुछ भी आज दोपहर को हमारे बीच में हुआ है, तुमको उसका बुरा तो नहीं लगा? तब उसने मुझसे कहा कि अगर मुझे उस सबका बुरा लगा होता तो में अभी तुम्हारे पास यहाँ ना आती.
तभी मैंने उससे कहा कि अगर हम दोबारा कुछ करें तो तुम्हारा उसमें क्या विचार है? लेकिन अब उसने मुझसे कुछ नहीं कहा और वो बिल्कुल चुप हो गई और बहुत देर तक बातें करने के बाद वो जाने के लिए खड़ी हो गई. फिर में भी उसी समय उसके साथ खड़ा हो गया और मैंने उससे कहा कि तुम मुझे किस करने दो, लेकिन तब भी उसने मुझसे कुछ नहीं कहा और फिर मैंने उसको पकड़कर किस करना शुरू कर दिया और उस समय में उसको बहुत देर तक किस करता रहा, कभी में उसकी गर्दन पर तो कभी गाल पर और कभी उसके बूब्स पर उसको लगातार चूमता रहा.
फिर मैंने उसको छोड़कर अब कमरे की लाईट को तुरंत बंद कर दिया और उसको बेड पर लेटाकर में उसके ऊपर लेट गया और अब में उसके नरम रसीले होंठो को लगातार चूसता रहा और फिर में उसके होंठो और गर्दन पर भी किस कर रहा था और अपने दोनों हाथों से में उसके बूब्स को दबा भी रहा था और कुछ देर बाद मैंने उसको अपने ऊपर कर दिया और में उसकी गांड को दबाने लगा और बहुत देर तक हम इसी तरह मज़े करते रहे.
फिर कुछ देर बाद मैंने उसको सीधा लेटा दिया और अब मैंने उसकी कमीज़ को ऊपर करना चाहा, लेकिन उसकी वो कमीज़ ज्यादा टाईट होने की वजह से मुझसे ऊपर नहीं हो रही थी. तभी उसने मुझसे पीछे से उसकी चेन को खोलने के लिए कहा. तब मैंने उसको उठाया और उसकी कमर के पीछे से चेन को झट से खोल दिया.
उसके बाद मैंने उसकी कमीज़ को आगे से ऊपर किया और तब मैंने देखा कि उसने उसके नीचे सफेद रंग की ब्रा पहनी हुई थी और उसको उस रूप में अपने सामने पहली बार देखकर में बिल्कुल पागल हो गया और मैंने उसकी ब्रा को भी तुरंत ऊपर कर दिया, जिसकी वजह से उसके बड़े आकार के गोरे गोरे बूब्स अब मेरे सामने आ चुके थे और में अपने पूरे होश खोकर उसके नंगे लटकते हुए बूब्स को दबाने लगा और उसकी निप्पल को ज़ोर से निचोड़ने लगा.
तभी मैंने उससे कहा कि अगर हम दोबारा कुछ करें तो तुम्हारा उसमें क्या विचार है? लेकिन अब उसने मुझसे कुछ नहीं कहा और वो बिल्कुल चुप हो गई और बहुत देर तक बातें करने के बाद वो जाने के लिए खड़ी हो गई. फिर में भी उसी समय उसके साथ खड़ा हो गया और मैंने उससे कहा कि तुम मुझे किस करने दो, लेकिन तब भी उसने मुझसे कुछ नहीं कहा और फिर मैंने उसको पकड़कर किस करना शुरू कर दिया और उस समय में उसको बहुत देर तक किस करता रहा, कभी में उसकी गर्दन पर तो कभी गाल पर और कभी उसके बूब्स पर उसको लगातार चूमता रहा.
फिर मैंने उसको छोड़कर अब कमरे की लाईट को तुरंत बंद कर दिया और उसको बेड पर लेटाकर में उसके ऊपर लेट गया और अब में उसके नरम रसीले होंठो को लगातार चूसता रहा और फिर में उसके होंठो और गर्दन पर भी किस कर रहा था और अपने दोनों हाथों से में उसके बूब्स को दबा भी रहा था और कुछ देर बाद मैंने उसको अपने ऊपर कर दिया और में उसकी गांड को दबाने लगा और बहुत देर तक हम इसी तरह मज़े करते रहे.
फिर कुछ देर बाद मैंने उसको सीधा लेटा दिया और अब मैंने उसकी कमीज़ को ऊपर करना चाहा, लेकिन उसकी वो कमीज़ ज्यादा टाईट होने की वजह से मुझसे ऊपर नहीं हो रही थी. तभी उसने मुझसे पीछे से उसकी चेन को खोलने के लिए कहा. तब मैंने उसको उठाया और उसकी कमर के पीछे से चेन को झट से खोल दिया.
उसके बाद मैंने उसकी कमीज़ को आगे से ऊपर किया और तब मैंने देखा कि उसने उसके नीचे सफेद रंग की ब्रा पहनी हुई थी और उसको उस रूप में अपने सामने पहली बार देखकर में बिल्कुल पागल हो गया और मैंने उसकी ब्रा को भी तुरंत ऊपर कर दिया, जिसकी वजह से उसके बड़े आकार के गोरे गोरे बूब्स अब मेरे सामने आ चुके थे और में अपने पूरे होश खोकर उसके नंगे लटकते हुए बूब्स को दबाने लगा और उसकी निप्पल को ज़ोर से निचोड़ने लगा.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.