13-06-2022, 05:54 PM
अब मैंने उसकी तरफ से कोई भी विरोध ना देखकर मन ही मन बहुत खुश होकर अपने हाथों की रफ़्तार को अब पहले से भी ज्यादा तेज़ कर दिया, लेकिन उसने अब भी मुझे अपनी तरफ से कोई भी सिग्नल नहीं दिया.
अब मैंने उसके पैर पर ज़ोर दिया और उसको सीधा कर दिया, वो मेरे सामने एकदम चित होकर लेटी हुई थी और उसके उभरे हुए बड़े आकार के बूब्स उसकी तेज़ी से चलती हुई सांसो की वजह से मुझे ऊपर नीचे होते हुए नजर आ रहे थे और फिर में धीरे धीरे अपने हाथ को उसकी चूत पर ले गया और उसको सहलाने लगा और मेरा ऐसा करने की वजह से मेरे लंड का आकार अब बढ़ने लगा था, लेकिन अब मुझे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था कि में अब क्या करूं?
अब में जोश में आकर लगातार अपने हल्के हाथ से उसकी चूत को सहलाता जा रहा था, लेकिन वो मुझे अपनी तरफ से कोई भी इशारा नहीं दे रही थी और ना ही वो मुझे यह सब करने से मना कर रही थी और ना ही आगे कुछ ज्यादा करने के लिए कोई इशारा दे रही थी और कुछ देर बाद आख़िर में तंग आकर वहां से उठ गया और में वापस अपने कमरे में आकर लेट गया.
अब मैंने उसके पैर पर ज़ोर दिया और उसको सीधा कर दिया, वो मेरे सामने एकदम चित होकर लेटी हुई थी और उसके उभरे हुए बड़े आकार के बूब्स उसकी तेज़ी से चलती हुई सांसो की वजह से मुझे ऊपर नीचे होते हुए नजर आ रहे थे और फिर में धीरे धीरे अपने हाथ को उसकी चूत पर ले गया और उसको सहलाने लगा और मेरा ऐसा करने की वजह से मेरे लंड का आकार अब बढ़ने लगा था, लेकिन अब मुझे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था कि में अब क्या करूं?
अब में जोश में आकर लगातार अपने हल्के हाथ से उसकी चूत को सहलाता जा रहा था, लेकिन वो मुझे अपनी तरफ से कोई भी इशारा नहीं दे रही थी और ना ही वो मुझे यह सब करने से मना कर रही थी और ना ही आगे कुछ ज्यादा करने के लिए कोई इशारा दे रही थी और कुछ देर बाद आख़िर में तंग आकर वहां से उठ गया और में वापस अपने कमरे में आकर लेट गया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.