13-06-2022, 05:50 PM
अब हम दोनों रात को अपनी-अपनी बातें एक दूसरे से शेयर करते थे और हँसी मज़ाक में धक्का मारना, सिर पर थप्पड़ लगाना, गुदगुदी करना वग़ैराह, तो कई बार गुदगुदी करते-करते मेरा हाथ उसके बूब्स से टच हुआ और में भी बगैर अंडरवेयर के उसके साथ उसको गुदगुदी करता. फिर वो भी मुझे गुदगुदी करती और उसका हाथ मेरे लंड से कई बार टकरा चुका था. बस यही चीज तो में चाहता था कि मेरी बहन ये जान जाए कि में सिर्फ़ उसका भाई नहीं बल्कि एक आम लड़का हूँ और मेरे पास भी वो औजार है जो लड़कियों को शांत कर देता है.
फिर एक रात हम दोनों बातें करते-करते सो गये. फिर थोड़ी देर के बाद मुझे बेड हिलने की आवाज़ आई तो मैंने देखा कि मेरी बहन पहले की तरह अपनी चूत सहलाकर मज़े ले रही थी. फिर मैंने दूसरी तरफ अपना मुँह किया और उल्टा लेट गया और मैंने भी बेड के ऊपर ज़ोर-ज़ोर से हिलना और धक्के देना शुरू कर दिया, तो बेड हिलने की आवाज़ से वो रुक गई और शायद मेरी तरफ पलटकर देखने लगी. अब मेरा मुँह उसकी दूसरी साईड में था इसलिए मैंने उसे नहीं देखा था कि वो अब क्या कर रही है. फिर में अपना लंड पकड़कर सहलाने लगा और बेड पर झटके देने लगा. अब मुझे उसे सिर्फ़ ये दिखाना था कि में भी उसकी तरह गर्म हूँ.
फिर एक रात हम दोनों बातें करते-करते सो गये. फिर थोड़ी देर के बाद मुझे बेड हिलने की आवाज़ आई तो मैंने देखा कि मेरी बहन पहले की तरह अपनी चूत सहलाकर मज़े ले रही थी. फिर मैंने दूसरी तरफ अपना मुँह किया और उल्टा लेट गया और मैंने भी बेड के ऊपर ज़ोर-ज़ोर से हिलना और धक्के देना शुरू कर दिया, तो बेड हिलने की आवाज़ से वो रुक गई और शायद मेरी तरफ पलटकर देखने लगी. अब मेरा मुँह उसकी दूसरी साईड में था इसलिए मैंने उसे नहीं देखा था कि वो अब क्या कर रही है. फिर में अपना लंड पकड़कर सहलाने लगा और बेड पर झटके देने लगा. अब मुझे उसे सिर्फ़ ये दिखाना था कि में भी उसकी तरह गर्म हूँ.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.