13-06-2022, 01:38 PM
कुछ देर तक सीता के गांड को सहलाने के बाद ठाकुर ने अपना दुसरा हाथ सीता के पेट पर रख दिए और दुसरे हाथ से सीता के गांड के दरार मे डाल कर उसके गांड के छेद को सलवार और पैन्टि के ऊपर से कुरेदने लगा।
ठाकुर के ऐसा करते ही सीता का पुरा शरीर सिहर गया और चेहरा लाल हो गया था।
सीता के जवान बदन पर पहली बार किसी मर्द का हाथ परा था और वो भी उसके नाजुक अंग पे जिसके कारण सीता कि कुवारी बुर से पहली बार पानी टपकने लगा।।
और सीता का पैर कापने लगा।।।
कुछ देर तक ठाकुर सीता कि गांड के छेद को अपनी उंगली से सहलाने के बाद ठाकुर सीता को छोड़कर अपनी उंगलिया को अपने नाक के पास लाकर सुघा ।
ठाकुर के उंगली से सीता के गांड का महक आ रहा था जिसके कारण ठाकुर को और जोश आ गया।।
और उसका लंड जोर जोर से गीता के गांड पे झटके मारने लगा।
ठाकुर पुरी तरह से जोश मे आकर गीता को जो ठाकुर के गोद मे बैठी थी उसे जोर से अपने सीने से चिपका लिया और जोर से अपना लंड गीता के गांड मे रगड़ने लगा और जोर से गीता के गाल पर एक किस किया और बोला- वाह चम्पा तेरी दोनो बेटीया तो पुरी तरह से जवान हो गई है।।। अब तुम चिन्ता न कर तेरे और तेरे परिवार कि पूरी जिम्मेवारी मेरी।
ये बोल कर ठाकुर अपनी जीभ निकाल कर गीता की गालो को कुते कि तरह चाटने लगा।
गीता का भी हाल खराब हो गयी थी।
गीता अभी अभी जवानी कि दहलीज पे कदम रखी थी।
और ठाकुर का लंड अपनी गांड पर महसुस कर करके गीता का बुर बुरी तरह से पानी छोड़ रही थी।
इधर ठाकुर चम्पा के सामने ही गीता के गाल आंख नाक और हाथ को बुरी तरह से चाट रहा था।
और अपना लंड गीता के गांड मे रगड़ रहा था।
कभी देर तक ठाकुर गीता के चेहरे को चाटने के बाद छोड़ा।
गीता बुरी तरह से हाफ रही थी जिसके कारण गीता कि चुचीया ऊपर नीचे हो रही थी जिसे ठाकुर ललचायी नजरो से घुर रह था।
फिर पता नही क्या सोच कर गीता को अपनी गोद से उठा दिया।
और बोला (सीता-गीता से बोला) तुम दोनो थक गइ होगी जाव जा कर थोड़ा आराम कर लो।
गीता के ठाकुर के गोद से उठने के कारण ठाकुर का लंड धोती मे बड़ा सा तंबू बन गया था।
ठाकुर के ऐसा करते ही सीता का पुरा शरीर सिहर गया और चेहरा लाल हो गया था।
सीता के जवान बदन पर पहली बार किसी मर्द का हाथ परा था और वो भी उसके नाजुक अंग पे जिसके कारण सीता कि कुवारी बुर से पहली बार पानी टपकने लगा।।
और सीता का पैर कापने लगा।।।
कुछ देर तक ठाकुर सीता कि गांड के छेद को अपनी उंगली से सहलाने के बाद ठाकुर सीता को छोड़कर अपनी उंगलिया को अपने नाक के पास लाकर सुघा ।
ठाकुर के उंगली से सीता के गांड का महक आ रहा था जिसके कारण ठाकुर को और जोश आ गया।।
और उसका लंड जोर जोर से गीता के गांड पे झटके मारने लगा।
ठाकुर पुरी तरह से जोश मे आकर गीता को जो ठाकुर के गोद मे बैठी थी उसे जोर से अपने सीने से चिपका लिया और जोर से अपना लंड गीता के गांड मे रगड़ने लगा और जोर से गीता के गाल पर एक किस किया और बोला- वाह चम्पा तेरी दोनो बेटीया तो पुरी तरह से जवान हो गई है।।। अब तुम चिन्ता न कर तेरे और तेरे परिवार कि पूरी जिम्मेवारी मेरी।
ये बोल कर ठाकुर अपनी जीभ निकाल कर गीता की गालो को कुते कि तरह चाटने लगा।
गीता का भी हाल खराब हो गयी थी।
गीता अभी अभी जवानी कि दहलीज पे कदम रखी थी।
और ठाकुर का लंड अपनी गांड पर महसुस कर करके गीता का बुर बुरी तरह से पानी छोड़ रही थी।
इधर ठाकुर चम्पा के सामने ही गीता के गाल आंख नाक और हाथ को बुरी तरह से चाट रहा था।
और अपना लंड गीता के गांड मे रगड़ रहा था।
कभी देर तक ठाकुर गीता के चेहरे को चाटने के बाद छोड़ा।
गीता बुरी तरह से हाफ रही थी जिसके कारण गीता कि चुचीया ऊपर नीचे हो रही थी जिसे ठाकुर ललचायी नजरो से घुर रह था।
फिर पता नही क्या सोच कर गीता को अपनी गोद से उठा दिया।
और बोला (सीता-गीता से बोला) तुम दोनो थक गइ होगी जाव जा कर थोड़ा आराम कर लो।
गीता के ठाकुर के गोद से उठने के कारण ठाकुर का लंड धोती मे बड़ा सा तंबू बन गया था।