10-06-2022, 05:22 PM
एक दिन मैं वैसे ही बैठा फेसबुक चला रहा था क्योंकि उस समय लॉकडाउन लगा हुआ था. काम तो कोई वैसे ही नहीं चल रहा था.
मैं घर पर बिल्कुल फ्री ही बैठा था.
तभी मुझे एक लड़की का मैसेज आया, जिसने पहले मुझसे मेरा नाम कंफर्म किया और बताया कि वह कैसे मुझसे लगभग 20 वर्ष पहले मिली थी.
उससे बातें करने पर मुझे याद आया कि वह सही बोल रही थी और हम किसी पारिवारिक समारोह में मिले थे क्योंकि वह हमारी किसी दूर की रिश्तेदार की ही बेटी थी.
चैट में ही उसने मुझसे मेरा मोबाइल नंबर मांगा जो मैंने उसे दे दिया.
तभी उसने मेरे फोन पर कॉल की और हमारी बातें शुरू हो गईं.
बातों बातों में उसने मुझे बताया कि उसकी शादी के कुछ समय बाद ही उसका तलाक हो गया था और वह तब से लेकर अब तक अकेली ही रह रही है. अपने जीवन-यापन के लिए वो उसी शहर में एक प्राइवेट नौकरी कर रही है.
उस समय फोन काटने के बाद वह सारी यादें मेरे दिमाग में घूमने लग गईं कि वह एक खूबसूरत और चुलबुली लड़की थी जिसका नाम अंजलि (परिवर्तित नाम) है.
उसे पहली नजर पर देखते ही मैं उस पर लट्टू हो गया था. मैं उसे शादी का प्रस्ताव देने की सोच ही रहा था कि उसने मुझे बताया कि उसकी मंगनी हो चुकी है.
लेकिन उससे मिलने की कसक मेरे दिल में दबी ही रह गई, जिसको पूरा करने के लिए ही भगवान ने शायद यह मौका दिया था.
अगले दिन सुबह लगभग 10:30 बजे उसका फिर से फोन आया.
इस बार उसने मुझसे मिलने की इच्छा जाहिर की.
मैंने लॉकडाउन के बाद उससे मिलने का वायदा किया.
अब मुझे बेसब्री से लॉक डाउन के खुलने का इंतजार था.
और जैसे ही लॉकडाउन खुला, उसके अगले दिन ही मैं उससे उसके बताए हुए पते पर मिलने पहुंच गया.
उसको इतने सालों बाद देखने के बाद मैंने पाया कि उसकी खूबसूरती पर वक्त का बहुत कम असर नजर आ रहा था.
वो अभी उतनी ही हसीन और खूबसूरत नजर आ रही थी जितनी जवानी के दिनों में थी....
मैं घर पर बिल्कुल फ्री ही बैठा था.
तभी मुझे एक लड़की का मैसेज आया, जिसने पहले मुझसे मेरा नाम कंफर्म किया और बताया कि वह कैसे मुझसे लगभग 20 वर्ष पहले मिली थी.
उससे बातें करने पर मुझे याद आया कि वह सही बोल रही थी और हम किसी पारिवारिक समारोह में मिले थे क्योंकि वह हमारी किसी दूर की रिश्तेदार की ही बेटी थी.
चैट में ही उसने मुझसे मेरा मोबाइल नंबर मांगा जो मैंने उसे दे दिया.
तभी उसने मेरे फोन पर कॉल की और हमारी बातें शुरू हो गईं.
बातों बातों में उसने मुझे बताया कि उसकी शादी के कुछ समय बाद ही उसका तलाक हो गया था और वह तब से लेकर अब तक अकेली ही रह रही है. अपने जीवन-यापन के लिए वो उसी शहर में एक प्राइवेट नौकरी कर रही है.
उस समय फोन काटने के बाद वह सारी यादें मेरे दिमाग में घूमने लग गईं कि वह एक खूबसूरत और चुलबुली लड़की थी जिसका नाम अंजलि (परिवर्तित नाम) है.
उसे पहली नजर पर देखते ही मैं उस पर लट्टू हो गया था. मैं उसे शादी का प्रस्ताव देने की सोच ही रहा था कि उसने मुझे बताया कि उसकी मंगनी हो चुकी है.
लेकिन उससे मिलने की कसक मेरे दिल में दबी ही रह गई, जिसको पूरा करने के लिए ही भगवान ने शायद यह मौका दिया था.
अगले दिन सुबह लगभग 10:30 बजे उसका फिर से फोन आया.
इस बार उसने मुझसे मिलने की इच्छा जाहिर की.
मैंने लॉकडाउन के बाद उससे मिलने का वायदा किया.
अब मुझे बेसब्री से लॉक डाउन के खुलने का इंतजार था.
और जैसे ही लॉकडाउन खुला, उसके अगले दिन ही मैं उससे उसके बताए हुए पते पर मिलने पहुंच गया.
उसको इतने सालों बाद देखने के बाद मैंने पाया कि उसकी खूबसूरती पर वक्त का बहुत कम असर नजर आ रहा था.
वो अभी उतनी ही हसीन और खूबसूरत नजर आ रही थी जितनी जवानी के दिनों में थी....
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
