10-06-2022, 04:34 PM
बुआ जी तो जल्दी जल्दी चूसने में बिसी थी। आज अपने भतीजे का यानी की मेरा लंड चूस रही थी। [url=https://sexkahani.net/category/hindi-sexy-kahaniya/][/url] मैं भी आंखे बंदकर उनके मुंह को चोद रहा था। बुआ जी के सेक्सी गुलाबी होठ मेरे लंड को निगले जा रहे थे। मुझे बहुत मजा मिल रहा था। अब मैं पूरी तरह से गर्म हो गया था। फिर बुआ जी मेरी नाभि पर जीभ लगाने लगी। गोलियों को हाथ से दबा दबाकर खेलने लगी। मैं सी सी सी…. ओ हो हो…. करने लगा। बुआ जी अब दोनों गोलियों को मुंह में लेकर टॉफी की तरह चूसने लगी। ऐसी कामुक अदाये दिखाने से उन्होंने मेरी कामवासना को शिखर पर पंहुचा गया।
बुआ के नंगे चूतड पर हाथ लगाने लगा। फिर बुआ की लेट गयी। मैं उनके उपर आया और चूत की गद्दी को अपने मोटे 10” लौड़े से पीटने लगा। बुआ जी सुसुआने लगी। मैंने चूत को चट चट अपने लौड़े से पीटा। ऐसा करने से उनको खूब चुदास प्राप्त हुई।
फिर अपने नोंकदार सुपाड़े से उसकी चूत को उपर नीचे घिसने लगा। बुआ जी “उ उ उ उ उ…….. सी सी सी सी….. ऊँ…ऊँ…ऊँ….” करने लगी। मैंने नीचे चूत की तरफ देखते हुए हल्का सा धक्का मारा और मेरा लंड उनकी कसी चूत में उतर गया। “आऊ!! आराम से अन्नू बेटा!!” वो कहने लगी।
बुआ के नंगे चूतड पर हाथ लगाने लगा। फिर बुआ की लेट गयी। मैं उनके उपर आया और चूत की गद्दी को अपने मोटे 10” लौड़े से पीटने लगा। बुआ जी सुसुआने लगी। मैंने चूत को चट चट अपने लौड़े से पीटा। ऐसा करने से उनको खूब चुदास प्राप्त हुई।
फिर अपने नोंकदार सुपाड़े से उसकी चूत को उपर नीचे घिसने लगा। बुआ जी “उ उ उ उ उ…….. सी सी सी सी….. ऊँ…ऊँ…ऊँ….” करने लगी। मैंने नीचे चूत की तरफ देखते हुए हल्का सा धक्का मारा और मेरा लंड उनकी कसी चूत में उतर गया। “आऊ!! आराम से अन्नू बेटा!!” वो कहने लगी।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.