10-06-2022, 04:23 PM
भी बुआ के आदेश का पालन करने लगा क्यूंकि उनके ही घर पर रहता था। उनकी ही रोटी पर पला बढ़ा था। मैंने बुआ के रस से लबरेज स्तनों को हाथ से दबाना शुरू किया और ओंठ लगाकर किस करने लगा। इतने कसे दूध को पाकर मेरी किस्मत चमक गयी। उनके स्तन बहुत मुलायम थे, छूकर गुदगुदी हो रही थी। मैं और तेज तेज हाथो से मसलने लगा और बुआ की सिसकियाँ निकलवा दी। फिर बुआ खुद ही 3 सीटर सोफा पर लेट गयी और मेरे हाथ पकड़कर मुझे अपने उपर लिटा लिया।
“अन्नू बेटा!! अच्छे से चूस दो। तेरा फूफा तो साला नामर्द है। अगर उसे औरत में दिलचस्पी नही तो मुझसे फिर शादी क्यों की गांडू ने। छोड़ो सब बेकार की बाते। आओ मौसम बनाओ बेटा!! अच्छे से मेरे स्तन चूसो!!” बुआ जी बोली
मैं भी लेट गया और मजे लेकर चूसने लगा। कुछ देर बुआ के 36” के दूधो को किस करता रहा, हाथ से दबाता रहा। फिर सेक्सी चूची को पकड़कर अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगा। अब मैं मुंह चला चलाकर रस निकाल रहा था। बुआ जी सु सु कर रही थी। साफ़ था की उनको बेहद मजा मिल रहा था। मैं भी कितने सालो से प्यासा था। आजतक कोई लड़की नही चोदी थी। सिर्फ BF देखकर और मुठ मारकर आज तक मैंने 23 साल काटा था। आज पहली बार असली चूत चोदने को मिल रही थी। मैंने भी बुआ जी के स्तन को चूस चूसकर उनकी चूत से पानी निकलवा दिया।
“अन्नू बेटा!! अच्छे से चूस दो। तेरा फूफा तो साला नामर्द है। अगर उसे औरत में दिलचस्पी नही तो मुझसे फिर शादी क्यों की गांडू ने। छोड़ो सब बेकार की बाते। आओ मौसम बनाओ बेटा!! अच्छे से मेरे स्तन चूसो!!” बुआ जी बोली
मैं भी लेट गया और मजे लेकर चूसने लगा। कुछ देर बुआ के 36” के दूधो को किस करता रहा, हाथ से दबाता रहा। फिर सेक्सी चूची को पकड़कर अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगा। अब मैं मुंह चला चलाकर रस निकाल रहा था। बुआ जी सु सु कर रही थी। साफ़ था की उनको बेहद मजा मिल रहा था। मैं भी कितने सालो से प्यासा था। आजतक कोई लड़की नही चोदी थी। सिर्फ BF देखकर और मुठ मारकर आज तक मैंने 23 साल काटा था। आज पहली बार असली चूत चोदने को मिल रही थी। मैंने भी बुआ जी के स्तन को चूस चूसकर उनकी चूत से पानी निकलवा दिया।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.