10-06-2022, 04:06 PM
जल्दी जल्दी हाथ में लेकर ब्लू फिल्म देखे जा रहा था और मुठ मार रहा था। उस वक्त सुबह के 10 बजे थे। घर में सिर्फ बुआ जी और मैं थे, सिर्फ दो लोग। मुझे ध्यान नही था, कुछ देर बाद बुआ जी चाय लेकर मेरे कमरे में आ गयी। मैंने तो उनको देखा ही नही क्यूंकि मेरी नजरे तो कम्प्यूटर की तरफ थी। चुदाई फिल्म देखने में बीसी था। कि इतने देर में बुआ जी आ गयी। उनके हाथ में चाय का कप था। मुझे लंड को मुठ देते देखा तो चाय का कप उनके हाथ से छूट गया और नीचे गिरा तो चाय फर्श पर उडेल गयी।
Cherie DeVilleVan Wylde
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.