10-06-2022, 04:02 PM
(10-06-2022, 03:58 PM)neerathemall Wrote:बुआ की अधूरी चुदाई की प्यास और मेरा मोटा लंड
गाज़ियाबाद जिले का रहने वाला हूँ. यहाँ पर अपने बुआ और फूफा के साथ रहता हूँ. लोग कहते है की औरत मर्दों से जादा गर्म और चुदासी होती है। जहाँ मर्द जल्दी गर्म होकर जल्दी ठंडे हो जाते है वही औरत देर में गर्म होकर देर में ठंडी होती है। कुछ ऐसा ही हाल था मेरी बुआ जी का। मैं शुरू से उनके ही घर रहा था। अब जवान और 23 साल का बांका जवान मर्द हो गया था। अब तो मेरा लंड भी खूब खड़ा होने लगा था। उधर मेरी बुआ हमेशा ही प्यासी रह जाती थी।
मेरे फुआ जी (फूफा जी) को 6 साल का लम्बा वक्त लग गया एक बच्चा पैदा करने में। वो सेक्स के मामले में बहुत कमजोर थे। अगर एक बार चुदाई कर लेते थे तो हफ्ता भर बुआ जी को हाथ नही लगाते थे। अगर कभी हफ्ते में 2 3 बार चुदाई कर लेते थे तो कभी उनको बुखार आ जाता था, कभी उनके सिर में दर्द हो जाता था, कभी सीने में दर्द तो कभी साँस फूलने लग जाती थी। इस वजह से मेरी सेक्सी बुआ जी प्यासी ही रह जाती थी।
चुदाई वाली बात को लेकर अक्सर बुआ और फूफा का झगड़ा होता रहता था। बुआ की उम्र अभी 27 साल थी। बिलकुल देसी माल थी। उनका फिगर 36 28 34 का होगा। जब अच्छी तरह से मेकअप करके बाहर निकलती थी तो क्या जबरदस्त माल लगती थी। कितने लड़के उनको देख के सीटी बजाते थे। पर मेरी बुआ जी सभ्य संस्कारवान औरत थी। कोई आवारा छिनाल नही थी जो पडोस के मर्दों से चुदवा ले। कुछ दिन बाद दोनों में सेक्स को लेकर फिर से झगड़ा होने लगा। उस दिन शाम को झगड़ा हो रहा था।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.