10-06-2022, 03:02 PM
मैंने पोजीशन बनाई और बुआ की चूत में अपना लंड डाल दिया. वो मेरे मोटे लंड से चुत में हुए दर्द से कराह उठीं.
वो काफी दिन बाद चुद रही थीं और फूफा जी ने उनको कभी तृप्त नहीं कर पाया था, ये उन्होंने मुझे बाद में बताया था.
शुरुआत में मैंने उनको किस करते करते धीरे धीरे चोदा ताकि बुआ की चुत रवां हो जाए.
जैसे ही बुआ ने अपनी गांड उछाल कर मस्ती बढ़ जाने का इशारा किया. बस उसके बाद मैंने स्पीड बढ़ा दी और बुआ को धकापेल चोदने लगा.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.