07-06-2022, 06:17 PM
हम दोनों ने करीब दस मिनट तक एक दूसरे का सामान चाट चूस कर रस निकलवा दिया और फोरप्ले का मजा लिया.
इसके बाद मैं उसके ऊपर चढ़ गया.
मैंने उसको पूछा- क्या तुम्हारा फर्स्ट टाइम है हीर या पहले किसी के साथ सेक्स कर चुकी हो?
उसने कहा- नहीं भैया, ये मेरे साथ पहली बार है. मैंने अब तक मोबाइल में बहुत सारी ब्लू फिल्म देखी हैं. अपनी चूत में मैं हर रोज उंगली करती हूं, लेकिन आज तक किसी का लंड नहीं लिया है.
उसके मुँह से लंड चूत शब्द सुनते ही मेरे लंड में करंट सा दौर गया और झड़ा हुआ लंड फिर से खड़ा हो गया.
मैंने उससे कहा- पहली बार में थोड़ा बहुत दर्द तो होगा, झेल लेगी?
उसने कहा- आज तो मेरी जान भी निकल जाए, तब भी कोई बात नहीं. आज आप मुझे पूरा संतुष्ट कर देना.
मैंने उससे कहा- मेरी बहना, सिर्फ आज ही नहीं बल्कि अब तो मैं तुमको घर पर भी हर रोज चोद कर संतुष्ट कर दूंगा.
इतना कहकर मैंने उसके ऊपर चुदाई की पोजीशन सैट की लंड चूत के मुँह पर टिका दिया.
मैंने अपनी बहन की चूत के अन्दर लंड डालना चालू किया.
मुझे मालूम था कि ये इसका पहली बार है, इसे दर्द तो पक्का होगा इसलिए मैं धीरे-धीरे उसकी चूत के अन्दर लंड डाल रहा था.
उसको थोड़ा दर्द हुआ भी लेकिन बियर की मस्ती में वो लंड झेल गई.
फिर जैसे ही मैंने तेज शॉट मारा तो दर्द के मारे मेरी वर्जिन सिस्टर कराह उठी.
उसने तड़फ कर कहा- आंह भैया, धीरे धीरे डालो …
उसकी आंख से आंसू निकल रहे थे लेकिन वो लंड पेलने से मना नहीं कर रही थी.
मैंने पूछा कि क्या बहुत दर्द हो रहा है?
उसने कहा- हां … पर आप करो.
मैंने कहा- कुछ रेस्ट करना है?
उसने कहा- आज पूरी रात रुकना नहीं भैया … सिर्फ चुदाई करना हो. चाहे मेरी फूल जाए या फट जाए, लेकिन मुझे आपसे पूरी रात चुदना है. आप और अन्दर डालो.
मैंने उसके मुँह पर मुँह रखा और चूत के चिथड़े उड़ाने लगा. वो दर्द के मारे छटपटाती रही मगर मैं अपने लंड को उसकी चूत की गहराई तक पेल कर सैट कर दिया.
उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया, जिस कारण से चिकनाई हो गई और उसकी चूत ने मेरे लंड को जज्ब कर लिया.
अब हम दोनों मस्ती से चूत चुदाई का मजा लेने लगे थे. हम दोनों ने पहला दौर जल्दी ही खत्म कर लिया.
फिर दूसरी बियर पीकर अगले दौर में काफी देर तक चुदाई का मजा लिया. उसके मम्मे बड़े ही मस्त थे.
मैं लंड चूत में पेल कर उसके दूध खूब चूसे.
उसको भी अपने भाई से अपने आम चुसवा कर मजा आ रहा था.
एक घंटे तक हम दोनों चुदाई की मस्ती करते रहे. फिर थोड़ी देर आराम करने लगे.
थकान ज्यादा हो गई थी तो कब हम दोनों की आंख लग गई, पता ही नहीं चला.
सुबह जब हमारी नींद खुली तो फिर से एक बार चुदाई का मजा लिया और कपड़े पहन कर बैठ गए.
कुछ ही देर बाद एक होटल पर बस रुकी तो मैंने अपनी बहन को सहारा देकर बस के नीचे उतारा.
वो होटल में फ्रेश हुई और वापस बस में बैठ कर मुंबई आ गए.
इसके बाद मैं उसके ऊपर चढ़ गया.
मैंने उसको पूछा- क्या तुम्हारा फर्स्ट टाइम है हीर या पहले किसी के साथ सेक्स कर चुकी हो?
उसने कहा- नहीं भैया, ये मेरे साथ पहली बार है. मैंने अब तक मोबाइल में बहुत सारी ब्लू फिल्म देखी हैं. अपनी चूत में मैं हर रोज उंगली करती हूं, लेकिन आज तक किसी का लंड नहीं लिया है.
उसके मुँह से लंड चूत शब्द सुनते ही मेरे लंड में करंट सा दौर गया और झड़ा हुआ लंड फिर से खड़ा हो गया.
मैंने उससे कहा- पहली बार में थोड़ा बहुत दर्द तो होगा, झेल लेगी?
उसने कहा- आज तो मेरी जान भी निकल जाए, तब भी कोई बात नहीं. आज आप मुझे पूरा संतुष्ट कर देना.
मैंने उससे कहा- मेरी बहना, सिर्फ आज ही नहीं बल्कि अब तो मैं तुमको घर पर भी हर रोज चोद कर संतुष्ट कर दूंगा.
इतना कहकर मैंने उसके ऊपर चुदाई की पोजीशन सैट की लंड चूत के मुँह पर टिका दिया.
मैंने अपनी बहन की चूत के अन्दर लंड डालना चालू किया.
मुझे मालूम था कि ये इसका पहली बार है, इसे दर्द तो पक्का होगा इसलिए मैं धीरे-धीरे उसकी चूत के अन्दर लंड डाल रहा था.
उसको थोड़ा दर्द हुआ भी लेकिन बियर की मस्ती में वो लंड झेल गई.
फिर जैसे ही मैंने तेज शॉट मारा तो दर्द के मारे मेरी वर्जिन सिस्टर कराह उठी.
उसने तड़फ कर कहा- आंह भैया, धीरे धीरे डालो …
उसकी आंख से आंसू निकल रहे थे लेकिन वो लंड पेलने से मना नहीं कर रही थी.
मैंने पूछा कि क्या बहुत दर्द हो रहा है?
उसने कहा- हां … पर आप करो.
मैंने कहा- कुछ रेस्ट करना है?
उसने कहा- आज पूरी रात रुकना नहीं भैया … सिर्फ चुदाई करना हो. चाहे मेरी फूल जाए या फट जाए, लेकिन मुझे आपसे पूरी रात चुदना है. आप और अन्दर डालो.
मैंने उसके मुँह पर मुँह रखा और चूत के चिथड़े उड़ाने लगा. वो दर्द के मारे छटपटाती रही मगर मैं अपने लंड को उसकी चूत की गहराई तक पेल कर सैट कर दिया.
उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया, जिस कारण से चिकनाई हो गई और उसकी चूत ने मेरे लंड को जज्ब कर लिया.
अब हम दोनों मस्ती से चूत चुदाई का मजा लेने लगे थे. हम दोनों ने पहला दौर जल्दी ही खत्म कर लिया.
फिर दूसरी बियर पीकर अगले दौर में काफी देर तक चुदाई का मजा लिया. उसके मम्मे बड़े ही मस्त थे.
मैं लंड चूत में पेल कर उसके दूध खूब चूसे.
उसको भी अपने भाई से अपने आम चुसवा कर मजा आ रहा था.
एक घंटे तक हम दोनों चुदाई की मस्ती करते रहे. फिर थोड़ी देर आराम करने लगे.
थकान ज्यादा हो गई थी तो कब हम दोनों की आंख लग गई, पता ही नहीं चला.
सुबह जब हमारी नींद खुली तो फिर से एक बार चुदाई का मजा लिया और कपड़े पहन कर बैठ गए.
कुछ ही देर बाद एक होटल पर बस रुकी तो मैंने अपनी बहन को सहारा देकर बस के नीचे उतारा.
वो होटल में फ्रेश हुई और वापस बस में बैठ कर मुंबई आ गए.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
