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पुरानी हिन्दी की मशहूर कहनियाँ
फिर हम लोग कुछ देर तक बातें करते रहे और फिर नीचे वापस आ गए।
आकर हमने खाना खाया और फिर नंगे ही एक दूसरे के साथ लिपटकर सोने लगे।
मगर थोड़ी ही देर में दोनों फिर से गर्म हो गए।

सोने से पहले चुदाई का एक और राउंड हुआ।
मैंने निशा को मिशनरी पोज में चोदा।

आधे घंटे की लगातार चुदाई के बाद हम दोनों थक गए और अबकी बार हमें गहरी नींद आ गई।

इस तरह से उस रात मैंने दो बार निशा की चूत मारी।

अगले दिन भी मैंने उसको घर के कोने-कोने में चोदा।
उसने भी कुछ ऐसी चुदाई करवाई कि मैं भी उसके अंदाज का कायल हो गया।

दो दिन के बाद मेरी बीवी लौट आई।
निशा की चूत अब तृप्त हो चुकी थी; वो खुशी से चहक रही थी।

शायद उसने रेखा को भी सारी बात बता दी और रेखा के चेहरे पर भी अलग ही मुस्कराहट तैरने लगी।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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Messages In This Thread
Pahli bar bahan k sath picnic - by neerathemall - 14-02-2019, 03:18 AM
RE: Soni Didi Ke Sath Suhagraat - by neerathemall - 26-04-2019, 12:23 AM
didi in waterfall - by neerathemall - 04-06-2019, 01:34 PM
Meri Didi Ki Garam Jawani - by neerathemall - 29-01-2020, 11:22 AM
RE: पुरानी हिन्दी की मशहूर कहनियाँ - by neerathemall - 07-06-2022, 06:06 PM



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