06-06-2022, 05:12 PM
(06-06-2022, 05:11 PM)neerathemall Wrote:क्यों न गांव घूम कर आया जाए?
:shy:यह सोच कर मैं पांच दिन की छुट्टी लेकर गांव के लिए निकल गया।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.


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