06-06-2022, 03:40 PM
वो पहला किस जब हुआ उसके बाद सीमा हफ्ते भर बाद आई।
मैंने उसे कहा- अब?
उसने कहा- आपको किस करना नहीं आता!
मैंने कहा- और कैसे करते हैं किस?
उसने कहा- अंग्रेज़ी फिल्मों में जैसा होता है वैसा।
मैंने कहा- उसे फ्रेंच किस कहते हैं। और जो शर्मीले होते हैं वो होंठों के ऊपर की किस करते हैं।
उसने कहा- मुझे तो फ्रेंच किस चाहिये!
मैंने कहा- अच्छा। फिर वो मेरी गोद में आकर बैठ गयी।
मेरा लन्ड नीचे धीरे-धीरे हिलौरें मार रहा था।
फिर मैंने फ्रेंच किस किया सीमा को और वो काफी जोश से किस करने लगी।
मैंने कहा- आहिस्ते करो।
उसके ऊपर के होंठ के रसपान के बाद नीचे के होंठ को चखा। उसने तो अभी शुरुआत की थी।
फिर वो खुश हो गयी। उसने कहा- आपको मेरे बूब्स में बड़ी दिलचस्पी है।
मैंने कहा- अगर परमिशन है तो?
उसने कहा- हां।
फिर मेरी गोद पे बैठी सीमा के बूब्स दबाने लगा।
5 मिनट में ही मानो मैं जन्नत की सैर कर आया।
फिर उसने कहा- बस करो अब, निचोड़ ही डालोगे क्या? अभी कॉलेज ड्रेस में हूँ, इस्तरी खराब हो गयी तो लोग क्या कहेंगे।
उसने सीने की इस्तरी ठीक की और किस करके जाने को हुई।
मैंने कहा- अंदर से दबाना है।
सीमा- हां जी, आपके ही हैं। लेकिन फिर कभी।
फिर चलती बनी।
कुछ दिनों बाद छुट्टी के दिन आ धमकी।
मैं गाड़ी साफ कर रहा था, मैंने कहा- चाय बना दो।
वो चाय बनाने किचन में चली गयी।
गाड़ी धुल चुकी थी। चाय तैयार थी।
मैं किचन में गया और वो कप में चाय डाल रही थी कि मैंने पीछे से उसे बांहों में भर लिया। उसकी गांड पर मेरा लन्ड सट गया। उसने भी महसूस किया।
वो बोली- चाय पियें या …
मैंने उसे किचन की प्लेटफार्म पर बिठाया और हम चाय का मज़ा लेने लगे।
आधे घण्टे बाद बेड पर आकर बैठ गए। वो हमेशा की तरह मेरी गोद में बैठ गयी। मेरे लन्ड की हरकत भांप गयी। फिर नीचे ज़मीन पर बैठी और मेरे लोअर के ऊपर से लन्ड को पकड़ लिया।
मैं उसकी इस हरकत से हैरान रह गया।
वो बोली- इसने आजकल बड़ा परेशान कर रखा है?
मैंने कहा- तो?!!
सीमा- कुछ तो करना पड़ेगा।
और कहते ही मेरे लोअर के अंदर हाथ डाल दिया और अंडरवियर को खिसका कर मेरे लन्ड को पकड़ लिया।
सीमा- ओहो … तो जनाब आपको क्या सज़ा दें?
मैं- हां, ज़रूर दो सज़ा।
सीमा- अच्छा।
फिर मेरे लन्ड को आगे पीछे करने लगी। मुझे बेड पर लिटा दिया और फिर लोअर नीचे सरका कर मेरे लन्ड को बाहर निकाला, बोली- कितना मासूम है।
और फिर सीधे उसकी चुम्मी ले ली।
मुझे यकीन ही नहीं हुआ।
मैंने उसे कहा- अब?
उसने कहा- आपको किस करना नहीं आता!
मैंने कहा- और कैसे करते हैं किस?
उसने कहा- अंग्रेज़ी फिल्मों में जैसा होता है वैसा।
मैंने कहा- उसे फ्रेंच किस कहते हैं। और जो शर्मीले होते हैं वो होंठों के ऊपर की किस करते हैं।
उसने कहा- मुझे तो फ्रेंच किस चाहिये!
मैंने कहा- अच्छा। फिर वो मेरी गोद में आकर बैठ गयी।
मेरा लन्ड नीचे धीरे-धीरे हिलौरें मार रहा था।
फिर मैंने फ्रेंच किस किया सीमा को और वो काफी जोश से किस करने लगी।
मैंने कहा- आहिस्ते करो।
उसके ऊपर के होंठ के रसपान के बाद नीचे के होंठ को चखा। उसने तो अभी शुरुआत की थी।
फिर वो खुश हो गयी। उसने कहा- आपको मेरे बूब्स में बड़ी दिलचस्पी है।
मैंने कहा- अगर परमिशन है तो?
उसने कहा- हां।
फिर मेरी गोद पे बैठी सीमा के बूब्स दबाने लगा।
5 मिनट में ही मानो मैं जन्नत की सैर कर आया।
फिर उसने कहा- बस करो अब, निचोड़ ही डालोगे क्या? अभी कॉलेज ड्रेस में हूँ, इस्तरी खराब हो गयी तो लोग क्या कहेंगे।
उसने सीने की इस्तरी ठीक की और किस करके जाने को हुई।
मैंने कहा- अंदर से दबाना है।
सीमा- हां जी, आपके ही हैं। लेकिन फिर कभी।
फिर चलती बनी।
कुछ दिनों बाद छुट्टी के दिन आ धमकी।
मैं गाड़ी साफ कर रहा था, मैंने कहा- चाय बना दो।
वो चाय बनाने किचन में चली गयी।
गाड़ी धुल चुकी थी। चाय तैयार थी।
मैं किचन में गया और वो कप में चाय डाल रही थी कि मैंने पीछे से उसे बांहों में भर लिया। उसकी गांड पर मेरा लन्ड सट गया। उसने भी महसूस किया।
वो बोली- चाय पियें या …
मैंने उसे किचन की प्लेटफार्म पर बिठाया और हम चाय का मज़ा लेने लगे।
आधे घण्टे बाद बेड पर आकर बैठ गए। वो हमेशा की तरह मेरी गोद में बैठ गयी। मेरे लन्ड की हरकत भांप गयी। फिर नीचे ज़मीन पर बैठी और मेरे लोअर के ऊपर से लन्ड को पकड़ लिया।
मैं उसकी इस हरकत से हैरान रह गया।
वो बोली- इसने आजकल बड़ा परेशान कर रखा है?
मैंने कहा- तो?!!
सीमा- कुछ तो करना पड़ेगा।
और कहते ही मेरे लोअर के अंदर हाथ डाल दिया और अंडरवियर को खिसका कर मेरे लन्ड को पकड़ लिया।
सीमा- ओहो … तो जनाब आपको क्या सज़ा दें?
मैं- हां, ज़रूर दो सज़ा।
सीमा- अच्छा।
फिर मेरे लन्ड को आगे पीछे करने लगी। मुझे बेड पर लिटा दिया और फिर लोअर नीचे सरका कर मेरे लन्ड को बाहर निकाला, बोली- कितना मासूम है।
और फिर सीधे उसकी चुम्मी ले ली।
मुझे यकीन ही नहीं हुआ।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.