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चचेरी बहन की रजाई
#75
री बहन रिशू को देखकर किसी का भी मन उसको चोदने के लिए व्याकुल हो जायेगा क्योंकि उसकी पतली कमर और छोटी छोटी चूचियां जो बहुत ही मस्त हैं.

मैं रिशू को रोज चोदता हूं.
तो चलिए आपको जल्दी से अपनी छोटी बहन की चुदाई की कहानी सुनाता हूं!
जाड़ों का समय था; मैं और सभी लोग मैच देख रहे थे.
रिशू को मैच में ज्यादा रुचि नहीं थी तो वह आराम से सो रही थी.
उसने रजाई ओढ़ रखी थी.
मैंने जैसे ही देखा कि रिशू सो रही है तो मैंने सोचा की क्यों न मैं भी रजाई में घुस जाऊं और रिशू की बुर चोदने की कोशिश करूं!
तब तक मैंने अपनी चचेरी बहन के साथ कुछ नहीं किया था पर मेरा दिल बहन की जवानी पर आया हुआ था.
मैं ठण्ड लगने का नाटक करके तुरंत रजाई में आ गया और रिशू के पैर में पैर लगाया.
उसने कुछ रिस्पॉन्स नहीं दिया, आराम से सोती रही.
मैंने हिम्मत करके अपना हाथ उसकी कमर पर रख दिया और धीरे धीरे उसकी सलवार नीचे कर दी.
फिर मैंने जल्दी से पैंटी में हाथ डाल दिया और बुर सहलाने लगा और दूसरे हाथ से उसके दूध दबाने लगा!
तब मैंने सोचा कि जब मेरी बहन सो ही रही है तो क्यों न नाइटी भी नीचे कर के दूध दबाने के बाद पीने की कोशिश करूं!
लेकिन कमरे में और भी लोग थे तो मुझे ये करना सही नहीं लगा.
फिर मैंने उसकी नाइटी में हाथ डाल दिया और अपनी बहन के नर्म गर्म दूध दबाने लगा.
दोस्तो, क्या बताऊं … बहुत ही मस्त दूध थे!
फिर मैंने अपनी बहन की पेंटी को नीचे कर दिया और अपना लन्ड बाहर निकाल कर पहले रिशू के हाथ में दिया. फिर मैंने एक पैर रिशू के ऊपर रख दिया जिससे मेरा लन्ड रिशू की बुर को टच करने लगा.
मैंने रिशू को थोड़ा सा सीधा किया और मैंने उसके ऊपर जाने की कोशिश भी की लेकिन असफल रहा क्योंकि तब तक मैच समाप्त हो गया था.
तभी मैंने रिशू के कपड़े ठीक किए जल्दी जल्दी से!
उस दिन से मैं सोचने लगा कि कैसे भी करके अपनी चचेरी बहन रिशू की बुर की चुदाई करनी है।
इसके बाद हम सब लोग गर्मियों की छुट्टियों में अपनी बुआ जी के घर गए.
वहाँ पहुंच के सबने आराम किया.
फिर जब रात हुई तो सोने के लिए बिस्तर छत पर लगाया गया क्योंकि बिजली गुल थी.
मैं और रिशू पास पास लेटे थे एक ही पलंग पर … और बुआ जी, फूफा जी, सब लोग नीचे लेटे थे जमीन पर बिस्तर बिछा के!
सब लोगों ने थोड़ी देर बात की.
फिर सब सोने लगे.
रात के 1 बजे मैंने उठ के देखा कि बुआ जी और फूफाजी, सब लोग लाइट आने की वजह से नीचे चले गए थे.
मैं बहुत खुश हुआ क्योंकि मैं बहुत दिन से रिशू की बुर चोदना चाहता था. आज मेरा सपना पूरा होने वाला था.
मैंने तुरंत रिशू के पेट पर हाथ रखा.
वो वैसे ही सोती रही.
फिर मैंने उठ के पहले जीने का दरवाजा बन्द कर लिया जिससे कोई आ न जाए चुदाई करते समय!
इसके बाद तुरंत मैंने रिशू की नाइटी उतार दी और लैगी भी उतार दिया.
अब रिशू मेरे सामने सिर्फ ब्रा और पैन्टी में थी.
क्या बताऊं दोस्तो … क्या माल लग रही थी मेरी बहन रिशू!
फिर मैंने दूध दबाये थोड़ी देर तक उसके बाद रिशू की ब्रा और पैंटी भी निकाल दिया.
अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था, मैंने तुरंत अपनी अंडरवियर निकली और रिशू के ऊपर बिना किसी डर के लेट गया।
लेकिन रिशू जाग गई और जब उसने देखा कि वो बिना कपड़ों के है तो उसने कहा- भाई, ये क्या कर रहे थे तुम मेरे साथ?
मैंने कहा- यार रिशू, तुम इतनी हॉट और सेक्सी हो. तुमको अपने पास पाकर चोदने का मन कर रहा था. तभी तुमको चोदने की कोशिश कर रहा था. लेकिन तुम जाग गई.
वो मना करने लगी.
फिर मैंने कहा- यार आज चोद लेने दो प्लीज. अगर तुमको मजा नहीं आयेगा तो कभी मत चोदने देना!
उसने थोड़ी देर सोचा, फिर मान गई.
अब किसी बात का डर नहीं था क्योंकि हम दोनों राजी थे।
पहले मैंने रिशू से कहा- मेरा लन्ड चूसो पहले … फिर कुछ करते हैं!
लेकिन उसने मना कर दिया और बोली- यार, ये सब न करवाओ!
फिर मेरे बहुत कहने के बाद मेरी बहन मान गई और मेरा लन्ड चूसने लगी.
मुझे बहुत मजा आ रहा था.
फिर जब मैंने कहा- बस करो!
तो रिशू ने कहा- भाई अब थोड़ा और रुक जाओ, मुझे चूस लेने दो, मुझे बहुत मजा आ रहा है ऐसा करने में!
मैंने कहा- ठीक है, तुम चूस लो जितना मन हो! फिर मैं भी जितना मन होगा उतनी देर तेरी बुर चोदूंगा!
रिशू बोली- ठीक है भाई … अब तो मैं तुम्हारी ही हूं जब मन करे तब चोद लिया करना!
तो रिशू बहुत देर तक मेरे लंड को चूसती रही, खेलती रही.
जब वो लंड चूस कर hat गयी तो मैं रिशू के ऊपर आ गया.
मैंने कहा- जब लंड तेरी बुर में घुसे तो चीखना मत! थोड़ा बर्दाश्त कर लेना! लंड मेरा बड़ा है, तुम्हारी बुर अभी तक चुदी नहीं है तो टाइट होगी. थोड़ा बर्दाश्त कर लेना, आवाज न करना!
फिर मैंने रिशू की बुर पर लंड लगाया और उसके दूध पीने लगा.
तभी मुका देख कर मैंने एक धक्का लगाया.
मेरा आधा लंड मेरी बहन रिशू की बुर में चला गया.
रिशू दर्द के मारे तड़प कर रह गयी पर कुछ नहीं बोली.
फिर थोड़ी देर बाद मैंने पूरा लन्ड रिशू की बुर में डाल दिया.
अब रिशू को और ज्यादा दर्द होने लगा तो वो बोली- भाई, बहुत दर्द हो रहा है. निकाल लो प्लीज अमन … तुम्हारा बहुत बड़ा लंड है. मेरी बुर दर्द कर रही है.
थोड़ी देर तक मैं रुका रहा, बहन की चूची पीता रहा.
फिर जब उसका दर्द कम हुआ तो मैं उसे चोदने लगा.
और अब रिशू को भी मजा आने लगा, वो कहने लगी- भाई, आज अपनी बहन की बुर चोद दो खूब! अमन दूध भी दबा लो जितना मन हो!
मैंने कहा- बहुत दिन से मैं तुम्हें छोड़ने की कोशिश कर रहा था … आज जाकर मिली हो मेरी जान!
उस रात रिशू को कई बार चोदा.
तब से रिशू हर हफ्ते में 5-6 दिन तो अपनी चूत मुझसे चुदवाती ही है.
मैं भी अपनी चचेरी बहन को खूब चोदता हूँ क्योंकि रिशू खुद कहती है- भाई आओ चलो, चोद दो चल के थोड़ा!
उसको तो रोज रोज चुदवाने की आदत हो गई है.
(06-06-2022, 03:09 PM)neerathemall Wrote:
छोटी चचेरी बहन
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: चचेरी बहन की रजाई - by neerathemall - 06-06-2022, 03:10 PM



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