02-06-2022, 11:23 PM
(This post was last modified: 03-06-2022, 11:40 AM by Hot_Guy. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
Part-25
अपने दोनों जूतों की नोक को सोनाली से चटवाने के बाद सलीम ने सोनाली को हुक्म दिया : अब घोड़ी बनकर इधर मेरे नज़दीक आ और मेरे लण्ड को अपने मुंह मे लेकर मुझे खुश कर
सोनाली घोड़ी बनकर सलीम के नज़दीक आ गयी। उसके दोनों हाथ और पैर जमीन पर टिके हुए थे और चेहरा सलीम की दोनों टाँगों के बीच मे था। सलीम ने अपनी पैंट की ज़िप खोलकर अपने खड़े लण्ड को बाहर निकाला और उसे सोनाली के गालों और होंठों पर फिराने के बाद बोला : मुंह खोल और इसे अंदर लेकर चूस
सोनाली सलीम के मोटे और लंबे लण्ड को अपने मुंह मे लेकर उस पर अपनी जीभ फिराने लगी। सलीम एकदम जन्नत का मज़ा लूट रहा था। उसने परवेज़ की तरफ देखकर कहा : इस कैमरे को ऐसे ही चालू करके टेबल पर रख दे और तू भी अपने लण्ड को इस लौंडिया के पिछवाड़े में डाल कर जी भरकर मौज़ मस्ती कर।
परवेज़ अपने बड़े भाई सलीम का इशारा समझ गया। वह सोफे से उठकर एक स्टूल पर सोनाली के पिछवाड़े वाले हिस्से पर बैठ गया और सोनाली के मस्त मस्त सुडौल नितंबों को सहलाने थपथपाने लगा। उसके नितंबों से काफी देर तक खेलने के बाद परवेज़ सोनाली से बोला : टाँगे खोल अपनी
सोनाली के टाँगे खोलते ही परवेज़ ने अपना लंबा मोटा लण्ड सोनाली के पिछवाड़े में घुसेड़ दिया
सलीम और परवेज़ दोनों ने बारी बारी से सोनाली को आगे पीछे से पेलने के बाद उससे कहा : चल अब सीधे होकर बिस्तर पर पैर खोलकर लेट जा, अब तेरी चूत की चुदाई की जाएगी
सोनाली अब तक वैसे ही बहुत थक चुकी थी।
वह बिस्तर पर जाकर सीधी होकर लेट गयी
सलीम और परवेज़ ने अपने अपने सारे कपड़े उतार फेंके थे
दोनों सोनाली के बदन से जबरन खिलवाड़ कर करके मौज़ मस्ती कर रहे थे
परवेज़ ने सलीम से कहा : भाई आप बड़े हो,पहले आप ही इसे पेलो और मज़े लो
सलीम ने अब सोनाली के बदन को चूमते सहलाते हुए उसकी गीली हो रही चूत में अपना लण्ड डाल कर उसकी चुदाई शुरू कर दी। सोनाली एकदम कच्ची कली थी इसलिए बहुत जोर से चीखी चिल्लाई लेकिन सलीम अपने होंठों में उसके होंठों को इस तरह लेकर चूम रहा था कि उसकी सारी चीख चिल्लाहट दब कर रह गई।
सलीम इस बात से ही बहुत उत्तेजित था कि सोनाली जैसी कच्ची कली को पहली बार वह चोद रहा था। क्लाइमेक्स आते ही सलीम ने अपना लण्ड बाहर निकाला और परवेज़ से बोला : बहुत मजेदार और करारा माल है साली, तू भी अपना लण्ड डालकर जी भरकर मौज़ मस्ती कर ले।
सलीम ने अपने कपड़े पहनने शुरू कर दिए और परवेज़ सोनाली के मस्त बदन से खिलवाड़ करते हुए उसे चोदने लगा।
सोनाली के साथ मौज़ मस्ती करते करते रात के 2 बज गए थे।
सलीम अब परवेज़ और सोनाली को छोड़कर कमरे से बाहर जाने लगा और जाते जाते बोला : अब तुम सब आराम करो। कल बहुत सारी रस्मे होनी है। काज़ी साहब सुबह 11 बजे ही आ जाएंगे। पहले धर्म परिवर्तन की रस्म अदा की जाएगी, उसके बाद पाकीज़गी की रस्म अदा होगी और सबसे आखिर में निकाह की रस्म अदा की जाएगी।
शेष अगले भाग में
अपने दोनों जूतों की नोक को सोनाली से चटवाने के बाद सलीम ने सोनाली को हुक्म दिया : अब घोड़ी बनकर इधर मेरे नज़दीक आ और मेरे लण्ड को अपने मुंह मे लेकर मुझे खुश कर
सोनाली घोड़ी बनकर सलीम के नज़दीक आ गयी। उसके दोनों हाथ और पैर जमीन पर टिके हुए थे और चेहरा सलीम की दोनों टाँगों के बीच मे था। सलीम ने अपनी पैंट की ज़िप खोलकर अपने खड़े लण्ड को बाहर निकाला और उसे सोनाली के गालों और होंठों पर फिराने के बाद बोला : मुंह खोल और इसे अंदर लेकर चूस
सोनाली सलीम के मोटे और लंबे लण्ड को अपने मुंह मे लेकर उस पर अपनी जीभ फिराने लगी। सलीम एकदम जन्नत का मज़ा लूट रहा था। उसने परवेज़ की तरफ देखकर कहा : इस कैमरे को ऐसे ही चालू करके टेबल पर रख दे और तू भी अपने लण्ड को इस लौंडिया के पिछवाड़े में डाल कर जी भरकर मौज़ मस्ती कर।
परवेज़ अपने बड़े भाई सलीम का इशारा समझ गया। वह सोफे से उठकर एक स्टूल पर सोनाली के पिछवाड़े वाले हिस्से पर बैठ गया और सोनाली के मस्त मस्त सुडौल नितंबों को सहलाने थपथपाने लगा। उसके नितंबों से काफी देर तक खेलने के बाद परवेज़ सोनाली से बोला : टाँगे खोल अपनी
सोनाली के टाँगे खोलते ही परवेज़ ने अपना लंबा मोटा लण्ड सोनाली के पिछवाड़े में घुसेड़ दिया
सलीम और परवेज़ दोनों ने बारी बारी से सोनाली को आगे पीछे से पेलने के बाद उससे कहा : चल अब सीधे होकर बिस्तर पर पैर खोलकर लेट जा, अब तेरी चूत की चुदाई की जाएगी
सोनाली अब तक वैसे ही बहुत थक चुकी थी।
वह बिस्तर पर जाकर सीधी होकर लेट गयी
सलीम और परवेज़ ने अपने अपने सारे कपड़े उतार फेंके थे
दोनों सोनाली के बदन से जबरन खिलवाड़ कर करके मौज़ मस्ती कर रहे थे
परवेज़ ने सलीम से कहा : भाई आप बड़े हो,पहले आप ही इसे पेलो और मज़े लो
सलीम ने अब सोनाली के बदन को चूमते सहलाते हुए उसकी गीली हो रही चूत में अपना लण्ड डाल कर उसकी चुदाई शुरू कर दी। सोनाली एकदम कच्ची कली थी इसलिए बहुत जोर से चीखी चिल्लाई लेकिन सलीम अपने होंठों में उसके होंठों को इस तरह लेकर चूम रहा था कि उसकी सारी चीख चिल्लाहट दब कर रह गई।
सलीम इस बात से ही बहुत उत्तेजित था कि सोनाली जैसी कच्ची कली को पहली बार वह चोद रहा था। क्लाइमेक्स आते ही सलीम ने अपना लण्ड बाहर निकाला और परवेज़ से बोला : बहुत मजेदार और करारा माल है साली, तू भी अपना लण्ड डालकर जी भरकर मौज़ मस्ती कर ले।
सलीम ने अपने कपड़े पहनने शुरू कर दिए और परवेज़ सोनाली के मस्त बदन से खिलवाड़ करते हुए उसे चोदने लगा।
सोनाली के साथ मौज़ मस्ती करते करते रात के 2 बज गए थे।
सलीम अब परवेज़ और सोनाली को छोड़कर कमरे से बाहर जाने लगा और जाते जाते बोला : अब तुम सब आराम करो। कल बहुत सारी रस्मे होनी है। काज़ी साहब सुबह 11 बजे ही आ जाएंगे। पहले धर्म परिवर्तन की रस्म अदा की जाएगी, उसके बाद पाकीज़गी की रस्म अदा होगी और सबसे आखिर में निकाह की रस्म अदा की जाएगी।
शेष अगले भाग में
to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा