02-06-2022, 09:55 PM
(This post was last modified: 03-06-2022, 11:39 AM by Hot_Guy. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
Part-24
सलीम का लण्ड खड़ा हो चुका था। उसने परवेज़ से कहा : भाई जरा तुम यह कैमरा पकड़कर वीडियो बनाओ। मैं कुछ देर इस चिकनी के साथ मज़े लेना चाहता हूं।
परवेज़ कैमरा हाथ मे पकड़कर बैठ गया और सलीम के अगले कदम का इंतज़ार करने लगा।
सलीम काले रंग के नुकीले जूते पहने हुआ था। उसने अपने पैरों के पास बैठी निर्वस्त्र सोनाली की तरफ देखा। सोनाली ने शर्म की वजह से अपना चेहरा झुकाया हुआ था और वह उन दोनों से ही अपनी नज़रें बचा रही थी।
सलीम ने अपने जूते की नोक को सोनाली की ठोड़ी के नीचे रखकर उसके चेहरे को ऊपर उठाया और बोला : मेरी तरफ देख और जो मैं कहूँ चुपचाप वही करती जा
सोनाली सलीम की तरफ देखने लगी
सलीम ने अपने जूते की नोक को सोनाली के चेहरे पर फिराना शुरू कर दिया। चेहरे पर काफी देर तक जूते की नोक फिराने के बाद सलीम ने अब अपने जूते की नोक को उसके होंठों पर फिराना शुरू कर दिया। परवेज़ लगातार इस सारे खेल की वीडियो बना रहा था।
सलीम जूते की नोक को उसके होंठों पर फिराते फिराते अचानक उझसे कड़क आवाज़ में बोला : मुंह खोल और जूते की नोक को मुंह मे लेकर अपनी जीभ से चाट।
सोनाली को अब लग रहा था कि अब कुछ पानी सर के ऊपर से निकल रहा है, उसने अपना सर हिलाते हुए सलीम की बात को मानने से मना कर दिया और अपने हाथ से उसके जूते की नोक को अपने चेहरे से हटा दिया।
परवेज़ और सलीम को सोनाली की इस हिमाकत पर गुस्सा तो काफी आया लेकिन सलीम ने परवेज़ की तरफ देखकर हंसते हुए कहा : भाई तू तो बस वीडियो बनाता रह। इसके साथ क्या खेल करना है, वह सब मुझ पर छोड़ दे।
सलीम अब सोनाली से बोला : हरामजादी अब तुझे मेरा हुक्म न मानने की सज़ा मिलेगी। चल खड़ी हो जा
सोनाली डरी सहमी सी खड़ी हो गयी
सलीम ने एक बार फिर से उसके नंगे मस्त बदन को जी भरकर देखा और उससे बोला : चल अपने कान पकड़ और गिनती बोलते हुए 100 उठक बैठक लगाकर दिखा
सोनाली ने कान पकड़ लिए और गिनती बोलते हुए उठक बैठक लगाने लगी
सलीम ने अपने हाथ को उसकी टाँगों के बीच मे उसकी चिकनी चूत पर हाथ फिराते हुए कहा : अपनी टाँगों को फैलाकर रख
अपनी टाँगों को फैलाकर उठक बैठक लगाने में सोनाली को बहुत दिक्कत हो रही थी लेकिन वह बेबस थी और सलीम की हर बदमाशी को सहने के लिए मजबूर थी। अभी तक वह 20 उठक बैठक ही लगा पाई थी।
सलीम आराम से मुस्कुराते हुए सोनाली की तरफ देखता हुआ परवेज़ की जांघ पर हाथ मारता हुआ बोला : कुछ समझ मे आया तुझे भाई ?
परवेज़ : नही भाई
सलीम : अरे भाई, मैं तुझे यह समझाना चाहता हूं कि औरतों को पहली रात से ही उनकी औकात बता देनी चाहिए । हर औरत को पहले दिन से ही इस बात का पूरा अहसास हो जाना चाहिए कि वह मर्दों के पैरों की जूती है और इससे ज्यादा उसकी कोई औकात नही है। मैं भी इस चिकनी को उसकी औक़ात ही समझा रहा हूँ।
सोनाली अब तक 50 उठक बैठक लगा चुकी थी। उसकी हालत से लग रहा था कि वह अब बिल्कुल पस्त हो चुकी थी। वह अचानक जमीन पर फिर से ढेर हो गयी और बोली : अब मुझसे कुछ नही होगा। मैं बहुत थक गई हूं।
सलीम का लण्ड उसकी पैंट में बहुत बड़ा टेंट बनाकर खड़ा हुआ था। उसने अपने खड़े लण्ड पर हाथ फिराते हुए सोनाली से कहा : इधर आकर मेरे जूते को अपने हाथों में उठा और उसकी नोक को अपने मुंह मे लेकर उसे अपनी जीभ से चाट।
सोनाली ने सलीम के आगे झुकते हुए उसके जूते को उठाकर अपने हाथों में ले लिया और उसकी नोक को अपने होंठों के बीच मे लेकर उस पर अपनी जीभ फिराने लगी।
परवेज़ और सलीम मज़े लेते हुए सोनाली की तरफ देख रहे थे
परवेज़ वीडियो बनाते हुए सलीम से बोला : भाई यह सब देखकर ही मेरा लण्ड बेकाबू हुआ जा रहा है। इसका मतलब हम इस सेक्सी चिकनी से अपनी कोई भी बात मनवा सकते हैं।
सलीम : चल देर से ही सही, तुझे यह बात तो समझ मे आ गयी। यही बात समझाने के लिए मैं आज पहली ही रात तेरे कमरे में घुस आया। पहली ही रात को हर औरत को उसकी औक़ात बताकर उसे अपने कंट्रोल में लेना होता है। बस एक बार औरत कंट्रोल में आ गई फिर पूरी जिंदगी मौज़ ही मौज़ है।
शेष अगले भाग में
सलीम का लण्ड खड़ा हो चुका था। उसने परवेज़ से कहा : भाई जरा तुम यह कैमरा पकड़कर वीडियो बनाओ। मैं कुछ देर इस चिकनी के साथ मज़े लेना चाहता हूं।
परवेज़ कैमरा हाथ मे पकड़कर बैठ गया और सलीम के अगले कदम का इंतज़ार करने लगा।
सलीम काले रंग के नुकीले जूते पहने हुआ था। उसने अपने पैरों के पास बैठी निर्वस्त्र सोनाली की तरफ देखा। सोनाली ने शर्म की वजह से अपना चेहरा झुकाया हुआ था और वह उन दोनों से ही अपनी नज़रें बचा रही थी।
सलीम ने अपने जूते की नोक को सोनाली की ठोड़ी के नीचे रखकर उसके चेहरे को ऊपर उठाया और बोला : मेरी तरफ देख और जो मैं कहूँ चुपचाप वही करती जा
सोनाली सलीम की तरफ देखने लगी
सलीम ने अपने जूते की नोक को सोनाली के चेहरे पर फिराना शुरू कर दिया। चेहरे पर काफी देर तक जूते की नोक फिराने के बाद सलीम ने अब अपने जूते की नोक को उसके होंठों पर फिराना शुरू कर दिया। परवेज़ लगातार इस सारे खेल की वीडियो बना रहा था।
सलीम जूते की नोक को उसके होंठों पर फिराते फिराते अचानक उझसे कड़क आवाज़ में बोला : मुंह खोल और जूते की नोक को मुंह मे लेकर अपनी जीभ से चाट।
सोनाली को अब लग रहा था कि अब कुछ पानी सर के ऊपर से निकल रहा है, उसने अपना सर हिलाते हुए सलीम की बात को मानने से मना कर दिया और अपने हाथ से उसके जूते की नोक को अपने चेहरे से हटा दिया।
परवेज़ और सलीम को सोनाली की इस हिमाकत पर गुस्सा तो काफी आया लेकिन सलीम ने परवेज़ की तरफ देखकर हंसते हुए कहा : भाई तू तो बस वीडियो बनाता रह। इसके साथ क्या खेल करना है, वह सब मुझ पर छोड़ दे।
सलीम अब सोनाली से बोला : हरामजादी अब तुझे मेरा हुक्म न मानने की सज़ा मिलेगी। चल खड़ी हो जा
सोनाली डरी सहमी सी खड़ी हो गयी
सलीम ने एक बार फिर से उसके नंगे मस्त बदन को जी भरकर देखा और उससे बोला : चल अपने कान पकड़ और गिनती बोलते हुए 100 उठक बैठक लगाकर दिखा
सोनाली ने कान पकड़ लिए और गिनती बोलते हुए उठक बैठक लगाने लगी
सलीम ने अपने हाथ को उसकी टाँगों के बीच मे उसकी चिकनी चूत पर हाथ फिराते हुए कहा : अपनी टाँगों को फैलाकर रख
अपनी टाँगों को फैलाकर उठक बैठक लगाने में सोनाली को बहुत दिक्कत हो रही थी लेकिन वह बेबस थी और सलीम की हर बदमाशी को सहने के लिए मजबूर थी। अभी तक वह 20 उठक बैठक ही लगा पाई थी।
सलीम आराम से मुस्कुराते हुए सोनाली की तरफ देखता हुआ परवेज़ की जांघ पर हाथ मारता हुआ बोला : कुछ समझ मे आया तुझे भाई ?
परवेज़ : नही भाई
सलीम : अरे भाई, मैं तुझे यह समझाना चाहता हूं कि औरतों को पहली रात से ही उनकी औकात बता देनी चाहिए । हर औरत को पहले दिन से ही इस बात का पूरा अहसास हो जाना चाहिए कि वह मर्दों के पैरों की जूती है और इससे ज्यादा उसकी कोई औकात नही है। मैं भी इस चिकनी को उसकी औक़ात ही समझा रहा हूँ।
सोनाली अब तक 50 उठक बैठक लगा चुकी थी। उसकी हालत से लग रहा था कि वह अब बिल्कुल पस्त हो चुकी थी। वह अचानक जमीन पर फिर से ढेर हो गयी और बोली : अब मुझसे कुछ नही होगा। मैं बहुत थक गई हूं।
सलीम का लण्ड उसकी पैंट में बहुत बड़ा टेंट बनाकर खड़ा हुआ था। उसने अपने खड़े लण्ड पर हाथ फिराते हुए सोनाली से कहा : इधर आकर मेरे जूते को अपने हाथों में उठा और उसकी नोक को अपने मुंह मे लेकर उसे अपनी जीभ से चाट।
सोनाली ने सलीम के आगे झुकते हुए उसके जूते को उठाकर अपने हाथों में ले लिया और उसकी नोक को अपने होंठों के बीच मे लेकर उस पर अपनी जीभ फिराने लगी।
परवेज़ और सलीम मज़े लेते हुए सोनाली की तरफ देख रहे थे
परवेज़ वीडियो बनाते हुए सलीम से बोला : भाई यह सब देखकर ही मेरा लण्ड बेकाबू हुआ जा रहा है। इसका मतलब हम इस सेक्सी चिकनी से अपनी कोई भी बात मनवा सकते हैं।
सलीम : चल देर से ही सही, तुझे यह बात तो समझ मे आ गयी। यही बात समझाने के लिए मैं आज पहली ही रात तेरे कमरे में घुस आया। पहली ही रात को हर औरत को उसकी औक़ात बताकर उसे अपने कंट्रोल में लेना होता है। बस एक बार औरत कंट्रोल में आ गई फिर पूरी जिंदगी मौज़ ही मौज़ है।
शेष अगले भाग में
to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा