27-05-2022, 04:22 PM
(This post was last modified: 27-05-2022, 04:24 PM by Hot_Guy. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
PART-19
दो बज चुके थे . कॉलेज में लंच ब्रेक चल रहा था. एक घंटे का लंच ब्रेक के बाद वाला पीरियड भी खाली था क्योंकि इंग्लिश के टीचर आज छुट्टी पर थे.
रवि अपने दोस्तों के साथ कॉलेज के गार्डन में एक कोने में बैठा गप्पे लगा रहा था-कॉलेज गार्डन का यह कोना एकदम एकांत जगह में था और चारों तरफ पेड़ पौधे होने की वजह से यह सबकी नज़रों से ओझल ही रहता था. रवि अपने दोस्तों के साथ अक्सर ही यहां पर मौज़ मस्ती और गप्पे लगाता रहता था क्योंकि उसका और उसके दोस्तों का पढाई में मन तो लगता नहीं था और उनका कॉलेज आने का मकसद ही मौज़ मस्ती करना था
गार्डन के कोने में पडी एक बेंच पर रवि अपने दोस्त मोहित, विवेक और दीपक के साथ बैठा हुआ था-सारे दोस्त गप्पें लगा रहे थे और अपने अपने मोबाइल पर पोर्न वीडियो देख देख कर अपने अपने लण्ड को सहला रहे थे
यह सब करते करते दीपक रवि से कहने लगा : यार , हम लोग चार बजे तक क्या इसी तरह यहां बैठे रहेंगे -अभी तो चार बजने में दो घंटे बाकी हैं
मोहित : हाँ , हम लोग बोर हो रहे हैं, कुछ मज़ा नहीं आ रहा है
विवेक : रवि भाई, तेरे पास कुछ जुगाड़ है क्या हम सबकी बोरियत दूर करने का ?
रवि : हाँ यार मेरे पास तो बोरियत दूर करने का बहुत बढ़िया उपाय है लेकिन यहां कॉलेज में कभी भी कोई भी आकर हमें डिस्टर्ब कर सकता है
मोहित : नहीं यार, गार्डन के इस हिस्से में कभी कोई नहीं आता है-मैंने तो सुना है कि इस बेंच पर अक्सर लड़के लडकियां सेक्स तक करते हुए पकडे गए हैं
रवि : ठीक है, मुझे कुछ सोचने दो. मेरा लण्ड भी खड़ा होना चाह रहा है
यह कहकर रवि ने अपने मोबाइल से किसी को फोन लगा दिया : मेरे पास आओ-मैं गार्डन में सबसे आखिरी वाले दायीं तरफ के कोने वाली बेंच पर बैठा हुआ हूँ. जल्दी आओ दो मिनट के अंदर
रवि के तीनों दोस्त यह सोच ही रहे थे कि उसने फोन करके आखिर किसको यहां बुलाया है, इतनी ही देर में सबने देखा कि वहां हिना आ गयी थी -उसके हाथ में कॉलेज का बैग था.
रवि और उसके तीनों दोस्तों को इस एकांत जगह में देखकर हिना एकदम डर सी गयी थी
रवि उससे बोला : अपना कॉलेज बैग एक तरफ साइड से रख दो
रवि और हिना के बीच क्या चल रहा था, इसके बारे में उसके किसी दोस्त को कुछ पता नहीं था -इसलिए सब लोग यह देखकर हैरान थे कि हिना आखिर रवि के कहने पर यहां कैसे आ गयी है और उसकी हर बात को कैसे मानती जा रही है
हिना ने अपना कॉलेज बैग साइड से जमीन पर रख दिया तो रवि उससे बोला : इधर आकर मेरे जूते उतार
रवि की इस बात पर हिना के साथ साथ उसके दोस्त भी एकदम चौंक गए थे और वे हिना की तरफ देखे जा रहे थे
हिना : प्लीज़ ...यहां सबके सामने यह सब मत करवाओ
रवि : नखरे मत दिखा साली...तुझे पता है न कि मेरी बात न मानने की क्या सजा है ? आजा और जो मैं कह रहा हूँ वह करती जा. हम लोग यहां बैठे बैठे बोर हो रहे हैं-इसलिए अब हम सब तुझसे मस्ती करके अपनी बोरियत को दूर करेंगे -जल्दी आ और मेरे जूते उतार
हिना ने बेबसी से सबकी तरफ देखा -सब लोग उसे देखकर हलके हलके मुस्कुरा रहे थे. हिना गार्डन की जमीन पर बैठ गयी और रवि के जूतों के फीते खोलने लगी
रवि और हिना के बीच चल रहे इस तमाशे को देखकर उसके दोस्तों के लण्ड एकदम कड़क होकर खड़े हो गए थे -जो खूबसूरत लड़की हिना उन लोगों को घास तक नहीं डालती थी, वह आज यहां आकर रवि के इशारों पर नाच रही है
हिना ने जब रवि के जूतों के फीते खोल दिए तो वह उससे बोला : अब मोज़े भी उतार
हिना ने रवि के पैरों से मोज़े भी उतार दिए
शेष अगले भाग में
दो बज चुके थे . कॉलेज में लंच ब्रेक चल रहा था. एक घंटे का लंच ब्रेक के बाद वाला पीरियड भी खाली था क्योंकि इंग्लिश के टीचर आज छुट्टी पर थे.
रवि अपने दोस्तों के साथ कॉलेज के गार्डन में एक कोने में बैठा गप्पे लगा रहा था-कॉलेज गार्डन का यह कोना एकदम एकांत जगह में था और चारों तरफ पेड़ पौधे होने की वजह से यह सबकी नज़रों से ओझल ही रहता था. रवि अपने दोस्तों के साथ अक्सर ही यहां पर मौज़ मस्ती और गप्पे लगाता रहता था क्योंकि उसका और उसके दोस्तों का पढाई में मन तो लगता नहीं था और उनका कॉलेज आने का मकसद ही मौज़ मस्ती करना था
गार्डन के कोने में पडी एक बेंच पर रवि अपने दोस्त मोहित, विवेक और दीपक के साथ बैठा हुआ था-सारे दोस्त गप्पें लगा रहे थे और अपने अपने मोबाइल पर पोर्न वीडियो देख देख कर अपने अपने लण्ड को सहला रहे थे
यह सब करते करते दीपक रवि से कहने लगा : यार , हम लोग चार बजे तक क्या इसी तरह यहां बैठे रहेंगे -अभी तो चार बजने में दो घंटे बाकी हैं
मोहित : हाँ , हम लोग बोर हो रहे हैं, कुछ मज़ा नहीं आ रहा है
विवेक : रवि भाई, तेरे पास कुछ जुगाड़ है क्या हम सबकी बोरियत दूर करने का ?
रवि : हाँ यार मेरे पास तो बोरियत दूर करने का बहुत बढ़िया उपाय है लेकिन यहां कॉलेज में कभी भी कोई भी आकर हमें डिस्टर्ब कर सकता है
मोहित : नहीं यार, गार्डन के इस हिस्से में कभी कोई नहीं आता है-मैंने तो सुना है कि इस बेंच पर अक्सर लड़के लडकियां सेक्स तक करते हुए पकडे गए हैं
रवि : ठीक है, मुझे कुछ सोचने दो. मेरा लण्ड भी खड़ा होना चाह रहा है
यह कहकर रवि ने अपने मोबाइल से किसी को फोन लगा दिया : मेरे पास आओ-मैं गार्डन में सबसे आखिरी वाले दायीं तरफ के कोने वाली बेंच पर बैठा हुआ हूँ. जल्दी आओ दो मिनट के अंदर
रवि के तीनों दोस्त यह सोच ही रहे थे कि उसने फोन करके आखिर किसको यहां बुलाया है, इतनी ही देर में सबने देखा कि वहां हिना आ गयी थी -उसके हाथ में कॉलेज का बैग था.
रवि और उसके तीनों दोस्तों को इस एकांत जगह में देखकर हिना एकदम डर सी गयी थी
रवि उससे बोला : अपना कॉलेज बैग एक तरफ साइड से रख दो
रवि और हिना के बीच क्या चल रहा था, इसके बारे में उसके किसी दोस्त को कुछ पता नहीं था -इसलिए सब लोग यह देखकर हैरान थे कि हिना आखिर रवि के कहने पर यहां कैसे आ गयी है और उसकी हर बात को कैसे मानती जा रही है
हिना ने अपना कॉलेज बैग साइड से जमीन पर रख दिया तो रवि उससे बोला : इधर आकर मेरे जूते उतार
रवि की इस बात पर हिना के साथ साथ उसके दोस्त भी एकदम चौंक गए थे और वे हिना की तरफ देखे जा रहे थे
हिना : प्लीज़ ...यहां सबके सामने यह सब मत करवाओ
रवि : नखरे मत दिखा साली...तुझे पता है न कि मेरी बात न मानने की क्या सजा है ? आजा और जो मैं कह रहा हूँ वह करती जा. हम लोग यहां बैठे बैठे बोर हो रहे हैं-इसलिए अब हम सब तुझसे मस्ती करके अपनी बोरियत को दूर करेंगे -जल्दी आ और मेरे जूते उतार
हिना ने बेबसी से सबकी तरफ देखा -सब लोग उसे देखकर हलके हलके मुस्कुरा रहे थे. हिना गार्डन की जमीन पर बैठ गयी और रवि के जूतों के फीते खोलने लगी
रवि और हिना के बीच चल रहे इस तमाशे को देखकर उसके दोस्तों के लण्ड एकदम कड़क होकर खड़े हो गए थे -जो खूबसूरत लड़की हिना उन लोगों को घास तक नहीं डालती थी, वह आज यहां आकर रवि के इशारों पर नाच रही है
हिना ने जब रवि के जूतों के फीते खोल दिए तो वह उससे बोला : अब मोज़े भी उतार
हिना ने रवि के पैरों से मोज़े भी उतार दिए
शेष अगले भाग में
to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा