27-05-2022, 02:20 PM
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(04-05-2022, 04:54 PM)neerathemall Wrote: बाथरूम की रोशनी में मुझे शलवार पर और फ्राक पर खून के धब्बे नजर आए।
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जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.


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