Thread Rating:
  • 0 Vote(s) - 0 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Incest दीदी की मचलती जवानी
#19
ब हमदोनो घर मे सेक्स के लिए तैयार थे. उसने  हाथों को मेरे  पर लपेटते हुए कहा-तू तो मेरा सोना भाई है, मेरे से शरमाया मत कर और वो मेरे लंड को अपनी टांगों में दबा कर उसका मोटाई नापने लगी. वो अपनी नायटी का फीता खोलकर बिलकुल नंगी हो चुकी थी. मेरा लंड फड़क रहा था,उसने अपनी गीली चूत  मेरे लंड से चिपका दिया.

मैं उसको चोदने के लिए मचला जा रहा था, मैंने उसे कस कर जकड लिया और लंड को छेड़ में घुसाने की कोशिश करने लगा. उसने अपनी वासना भरी हुई आवाज़ में कहा-भाई क्या कर रहे हो, मेरे नीचे कुछ चुभ रहा है. उसकी आँखें नशे से भरपुर थी,उसकी गीली चूत का पानी मेरे लंड को चिकना कर रहा था. मैंने सिसकी भरते हुए कहा-बस मज़ा आ रहा है और उसके चूत के होठों को अपने लंड से छेड़ने लगा. वो कसकती हुई आवाज़ में बोली-देखो भाई चोदना मत मुझे,पर लंड को चूत  में घुसाना चाह रही थी . उसकी इन्कार में इकरार ने मुझे पागल बना रहा था.
फिर वो बोली-तेरे साथ ऐसे ही सोने में मज़ा आ रहा है पर चुदने की तड़प उसके चेहरे पर साफ नज़र आ रही थी. मैं उसकी छेद के आसपास अपने लंड को रगड़ता ही रहा की अचानक लंड को रास्ता मिल गया और वो मेरी दीदी की रसभरी चूत में घुस गया. वो मुझे वासना भरी आवाज़ में रोक रही थी बोल रही थी रोक लो अपने लंड को नहीं तो मैं चुद जाउंगी पर उसका चूत लंड लेने के लिए मुंह फाड़ रहा था. मैंने कहा-नहीं दीदी तुम नहीं चुदोगी पर उसने अपने गीली चूत का दबाब लंड पर बढ़ते हुए मेरे मुंह में अपनी जीभ डाल दिया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply


Messages In This Thread
RE: दीदी की मचलती जवानी - by neerathemall - 26-05-2022, 06:21 PM



Users browsing this thread: 15 Guest(s)