26-05-2022, 05:50 PM
ने कहा- दीदी बता दो न चुदाई कैसे करते हैं,वो मुझसे लिपटते हुए बोली-कैसे बता दूँ तुझे,उसके लिए तो कपडे उतारने पड़ेंगे. मेरा दिल धड़क रहा था ,लंड फटने को तैयार था,मैंने कहा-तो दीदी कपडे उतार लें,चुदाई में लगता कैसा है दीदी. उसकी सांसे तेजी से चल रही थी,उसने अपनी चुंचियां मेरे सीने में दबा दी. मेरी दीदी जो मस्त गांड वाली माल हो गई थी चुदने के लिए लगभग तैयार थी.
मेरी दीदी का चेहरा मेरे पास आ गया था..
उसकी गर्म सांसे मुझे पागल बना रही थी. मैंने अपने हाथ से उसकी गांड को दबा लिया और उसका कपडा उपर उठा दिया. उसकी चूत मेरे लंड पर दबाब दे रही थी जो मुझे बहुत ही अच्चा लग रहा था. उसकी पेंटी उसके चूत के पानी से भींग चुकी थी. कपडे के अंदर से ही लंड और चूत एक दुसरे को रगड़ रहे थे. मैंने दीदी के होठ चूसते हुए,उसकी पेंटी में हाथ लगा कर नीचे कर दिया.
मेरी दीदी का चेहरा मेरे पास आ गया था..
उसकी गर्म सांसे मुझे पागल बना रही थी. मैंने अपने हाथ से उसकी गांड को दबा लिया और उसका कपडा उपर उठा दिया. उसकी चूत मेरे लंड पर दबाब दे रही थी जो मुझे बहुत ही अच्चा लग रहा था. उसकी पेंटी उसके चूत के पानी से भींग चुकी थी. कपडे के अंदर से ही लंड और चूत एक दुसरे को रगड़ रहे थे. मैंने दीदी के होठ चूसते हुए,उसकी पेंटी में हाथ लगा कर नीचे कर दिया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.