26-05-2022, 05:33 PM
थोड़ी देर में दोनों एक दूसरे की ओर धक्के लगाने लगे और सिसकारते हुए चुदाई का मजा लेने लगे.
मुझे मनीष के लंड से चुदते हुए अब बहुत मजा आ रहा था और मैं उसके लंड से चुदते हुए मदहोश होती जा रही थी.
फिर मेरी चूत का पानी निकल गया.
वो अब भी नहीं रुका और चोदता रहा.
अब रूम में पच-पच होने लगी.
मेरी चिकनी चूत बहुत आवाज कर रही थी. वो भी लगातार चोदे जा रहा था.
15 मिनट तक मनीष ने मेरी चूत को बहुत चोदा और फिर वो मेरी चूत में ही झड़ गया.
मैंने उसको गले से लगा लिया और मेरा भाई मेरी चूत में लंड को डाले हुए मेरे ऊपर ही लेट गया.
जब उसने चूत से लंड को बाहर निकाला तो मेरी चूत में से खून और वीर्य का द्रव बनकर निकल रहा था.
उसने मेरी चूत को साफ किया और उसके अंदर तक देखा.
चूत एकदम से लाल हो गयी थी. मैं पहली बार चुदी थी. मेरी चूत में बहुत जलन हो रही थी लेकिन भाई के लंड से चुदकर मुझे मजा भी बहुत मिला.
फिर हम बाथरूम में गये और उसने मेरी चूत को धोकर उसे साफ किया.
फिर हम लेट गये. मगर थोड़ी देर के बाद भैया का लंड फिर से खड़ा हो गया और एक बार फिर से उसने मेरी चूत में लंड दे दिया.
इस बार उसने 20 मिनट तक चुदाई की और मेरी चूत का बाजा बजा दिया.
दूसरी बार भाई सेक्स के बाद मेरी चूत पूरी सूज गयी. वो एकदम फूल गयी.
उसके बाद मैं थककर सो गयी.
मगर सुबह होने से पहले मनीष ने एक बार फिर से मेरी चूत चोद डाली.
इस तरह से पहली चुदाई में मैं भैया के लंड से तीन बार चुदी. मुझे बहुत मजा आया लेकिन दर्द भी बहुत ज्यादा हुआ.
उस दिन के बाद से भैया और मेरी बीच चुदाई का ये सिलसिला अभी भी चला आ रहा है.
हम दोनों किसी तरह चुदाई का मौका निकाल लेते हैं. मैं भैया की रंडी बन चुकी हूं और उससे खूब चुदवाती हूं. उसके लंड को लेकर मुझे बहुत सुकून मिलता है.
भैया ने चोद चोद कर मेरी चूत को लंडखोर बना दिया है. मैं अब भैया के लंड से चुदे बिना नहीं रह पाती हूं. भैया भी मेरी चूत के लिए प्यासे रहते हैं.
कुछ दिन पहले ही मेरी शादी की बात फिक्स हो गयी है. मगर मैं अभी भी अपने भाई सेक्स का मजा लेती हूँ.
मैं अपने ससुराल जाने से पहले पूरा मजा लेना चाहती हूं. मैं भैया के बच्चे की मां बनना चाहती हूं.
मुझे मनीष के लंड से चुदते हुए अब बहुत मजा आ रहा था और मैं उसके लंड से चुदते हुए मदहोश होती जा रही थी.
फिर मेरी चूत का पानी निकल गया.
वो अब भी नहीं रुका और चोदता रहा.
अब रूम में पच-पच होने लगी.
मेरी चिकनी चूत बहुत आवाज कर रही थी. वो भी लगातार चोदे जा रहा था.
15 मिनट तक मनीष ने मेरी चूत को बहुत चोदा और फिर वो मेरी चूत में ही झड़ गया.
मैंने उसको गले से लगा लिया और मेरा भाई मेरी चूत में लंड को डाले हुए मेरे ऊपर ही लेट गया.
जब उसने चूत से लंड को बाहर निकाला तो मेरी चूत में से खून और वीर्य का द्रव बनकर निकल रहा था.
उसने मेरी चूत को साफ किया और उसके अंदर तक देखा.
चूत एकदम से लाल हो गयी थी. मैं पहली बार चुदी थी. मेरी चूत में बहुत जलन हो रही थी लेकिन भाई के लंड से चुदकर मुझे मजा भी बहुत मिला.
फिर हम बाथरूम में गये और उसने मेरी चूत को धोकर उसे साफ किया.
फिर हम लेट गये. मगर थोड़ी देर के बाद भैया का लंड फिर से खड़ा हो गया और एक बार फिर से उसने मेरी चूत में लंड दे दिया.
इस बार उसने 20 मिनट तक चुदाई की और मेरी चूत का बाजा बजा दिया.
दूसरी बार भाई सेक्स के बाद मेरी चूत पूरी सूज गयी. वो एकदम फूल गयी.
उसके बाद मैं थककर सो गयी.
मगर सुबह होने से पहले मनीष ने एक बार फिर से मेरी चूत चोद डाली.
इस तरह से पहली चुदाई में मैं भैया के लंड से तीन बार चुदी. मुझे बहुत मजा आया लेकिन दर्द भी बहुत ज्यादा हुआ.
उस दिन के बाद से भैया और मेरी बीच चुदाई का ये सिलसिला अभी भी चला आ रहा है.
हम दोनों किसी तरह चुदाई का मौका निकाल लेते हैं. मैं भैया की रंडी बन चुकी हूं और उससे खूब चुदवाती हूं. उसके लंड को लेकर मुझे बहुत सुकून मिलता है.
भैया ने चोद चोद कर मेरी चूत को लंडखोर बना दिया है. मैं अब भैया के लंड से चुदे बिना नहीं रह पाती हूं. भैया भी मेरी चूत के लिए प्यासे रहते हैं.
कुछ दिन पहले ही मेरी शादी की बात फिक्स हो गयी है. मगर मैं अभी भी अपने भाई सेक्स का मजा लेती हूँ.
मैं अपने ससुराल जाने से पहले पूरा मजा लेना चाहती हूं. मैं भैया के बच्चे की मां बनना चाहती हूं.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.