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Incest ठंड में भाई का लन्ड
#8
फिर वो चला गया. उसके जाने के बाद मैंने आंखें खोलीं और फिर खुद को आईने में देखा. मेरे गालों पर उसके लंड का माल लगा हुआ था. मैंने उसको हाथ से छुआ और फिर उंगलियों में मसल कर देखा.

मुझे बहुत अच्छा लगा. मेरी चूत में भी पानी आने लगा.
अब मेरा मन करने लगा कि काश ये लंड का माल मेरी चूत पर लगा होता और मैं उसको अपनी उंगली से अंदर करते हुए चूत को रगड़ती.
उसके बाद मैं चूत में उंगली करके सो गयी. मैं अब मनीष को चाहने लगी थी. मैं उसके साथ अब खुलकर मजा लेना चाहती थी.
अब कई बार मैं उसके सामने अपनी चूचियों को उभार कर रखती थी.
अपनी गांड को उसके सामने ज्यादा मटकाती थी.
वो भी मेरी ओर देखता था लेकिन चोरी चोरी देखा करता था. वो खुलकर शायद कुछ बोलना नहीं चाहता था.
अगले दिन मैं बाथरूम में नहाने गयी.
जब मैं नहाने के बाद अपनी पैंटी पहनने लगी तो मैंने उस पैंटी पर भी वैसे ही दाग देखे.
ये देखकर मैं गर्म हो गयी. ठीक चूत वाली जगह पर मनीष ने अपना माल छोड़ा हुआ था.
अब मैं जान गयी कि भैया भी मेरी चूत चोदना चाहता है. इसलिए मैं भी अब उससे खुलकर बात करने के मूड में आ गयी.
फिर मैंने शाम को उसे अपने रूम में बुलाया. मैंने कहा- आपसे एक जरूरी बात करनी है.
वो बोला- हां कहो?
मैंने कहा- आप मुझे पसंद करते हो क्या?
वो बोला- हां, तुम बहन हो मेरी, ये भी कोई पूछने की बात है क्या?
उससे मैं सीधे तौर पर पूछना चाहती थी.
मैंने बोला- मैं भाई-बहन वाले प्यार की बात नहीं कर रही.
मनीष- तो और कैसा प्यार होता है भाई-बहन के बीच?
मैंने कहा- भैया, आप बनो मत, मैं जानती हूं आप मेरे कपड़ों के साथ क्या करते हो. रात को भी मैं सब देख चुकी हूं.
ये सुनकर उसके चेहरे का रंग उड़ गया.
वो बहाने बनाने लगा और बोला- ये क्या कह रही है छोटी, कैसी बातें कर रही है तू?
उसको आईना दिखाने के लिए मैं अपनी पैंटी को निकाल लाई.
ये वहीं पैंटी थी जिस पर उसके लंड का माल लगा हुआ था.
पैंटी दिखाते हुए मैं बोली- ये देखो, मैं सब जानती हूं. आप रात को सोते हुए मेरे साथ यही करते हो.
वो बोला- देख छोटी, मैं तुझे पसंद करता हूं. मगर ये बात तू किसी को कहना मत. मुझसे गलती हो गयी. सॉरी.
मैं बोली- भैया, मैं भी आपको लाइक करने लगी हूं. आप सॉरी मत बोलो.
ये सुनकर उसने मुझे सीने से लगा लिया और मुझे किस करने लगा.
मैंने कहा- अभी नहीं, रात को आना. अभी तो पकड़े जायेंगे.
वो बोला- ठीक है, लेकिन मां को क्या कहोगी?
मैं- उनको मैं कुछ भी बहाना बना दूंगी. आप रात के लिए तैयार रहना.
फिर वो मुझे गाल पर किस करके चला गया.
मुझे बहुत अच्छा लगा.
आज रात को मैं भैया का लंड देखने वाली थी और उससे चुदने वाली थी.
रात का खाना होने के बाद सब लोग सोने लगे.
मैंने मां से कहा- मुझे रात में बहुत डरावने सपने आते हैं मां. फिर नींद खुलती है तो डर लगता है. भैया को बोलो न कि मेरे रूम में सो जाये?
वो बोली- तू ही पूछ ले. मैं क्या अलग से कहूंगी?
भैया और मेरे बीच में तो पहले से ही सब सेट हो चुका था. भैया ने तुरंत हां कर दी.
हम दोनों एक दूसरे को देखकर मुस्कराने लगे.
मां और पापा अपने रूम में जा चुके थे.
फिर मैं अपने रूम में चली गयी.
अंदर जाकर मैंने अपने कपड़े उतार दिये और केवल ब्रा और पैंटी में बैठ गयी. कुछ देर के बाद मनीष भी रूम में आ गया.
आते ही मनीष ने दरवाजे को अंदर से बंद कर लिया.
वो मुझे देखता ही रह गया और फिर मुझे गोद में उठा लिया. हम दोनों एक दूसरे को होंठों पर किस करने लगे.
उसके बाद उसने मुझे बेड पर लिटा दिया और अपने कपड़े़ खोलने लगा.
वो केवल अंडरवियर में आ गया और मेरे ऊपर आकर किस करने लगा.
मैं भी उसके होंठों को चूमने और चूसने लगी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: ठंड में भाई का लन्ड - by neerathemall - 26-05-2022, 05:32 PM



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