26-05-2022, 12:12 PM
सके साथ ही मेरा लंड एकदम खड़ा हो गया.. तो मैंने नेहा को कहा- अब घोड़ी बन जा..
नेहा फ़ौरन घोड़ी बन गई और मैंने अपना बड़ा लंड उसकी बुर पर रख कर एक ही झटके में पेल दिया। नेहा की चीख निकल पड़ी तो दीदी ने कहा- भैया थोड़ा धीरे..
तो नेहा ने कहा- पेलते रहो..
मैं धक्के पर धक्के लगाए जा रहा था। करीब 30 मिनट के बाद मैं झड़ने वाला था.. तो मैंने पूछा- कहाँ निकालूँ?
तो नेहा ने कहा- मेरे मुँह में..
मैं उसके मुँह में झड़ गया और उसने मेरा पूरा वीर्य पी लिया।
उस रात मैंने दोनों को चार-चार बार और चोदा.. और जब तक दीदी रहीं.. मैं उन्हें रोज़ चोदता था और वो रोज़ अपने दूध की खीर मुझे खिलाया करती थीं।
नेहा फ़ौरन घोड़ी बन गई और मैंने अपना बड़ा लंड उसकी बुर पर रख कर एक ही झटके में पेल दिया। नेहा की चीख निकल पड़ी तो दीदी ने कहा- भैया थोड़ा धीरे..
तो नेहा ने कहा- पेलते रहो..
मैं धक्के पर धक्के लगाए जा रहा था। करीब 30 मिनट के बाद मैं झड़ने वाला था.. तो मैंने पूछा- कहाँ निकालूँ?
तो नेहा ने कहा- मेरे मुँह में..
मैं उसके मुँह में झड़ गया और उसने मेरा पूरा वीर्य पी लिया।
उस रात मैंने दोनों को चार-चार बार और चोदा.. और जब तक दीदी रहीं.. मैं उन्हें रोज़ चोदता था और वो रोज़ अपने दूध की खीर मुझे खिलाया करती थीं।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
