26-05-2022, 11:42 AM
गले दिन दीदी ने मुझसे पूछा कि तुम कल रात को क्या कर रहे थे? तो मैंने डरते हुए कहा कि कुछ नहीं. फिर दीदी ने कहा कि तुम मुझसे झूठ मत बोलो, मुझे सब कुछ पता है कि कल रात तुम मेरी सलवार के अंदर अपना हाथ डालकर मेरी चूत में उंगली कर रहे थे, क्यों मैंने ठीक कहा ना? अब में बिल्कुल खामोश हो गया और मैंने कहा कि सॉरी दीदी, लेकिन दीदी ने कहा कि कल रात पहली बार मुझे भी तुम्हारा मेरी चूत में उंगली करना बहुत अच्छा लगा. में तो बहुत खुश हो गया, लेकिन दीदी ने कहा कि किसी को बताना नहीं, मैंने कहा कि ठीक है फिर जब भी दीदी बाथरूम में पेशाब करने जाती में भी उनके साथ जाता और अब दीदी मेरे सामने ही अपनी सलवार को उतारकर पेशाब करती और में बहुत करीब से उनकी चूत को गौर से देखता रहता. फिर एक दिन मैंने दीदी से कहा कि दीदी आप पेशाब करना और में आपकी चूत को पानी से साफ करूंगा, दीदी ने कहा कि ठीक है.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
